बीटीसी और सोना दो सुरक्षित बंदरगाह हैं जो एक दूसरे को मापते हैं। वहीं, बाजार में गिरावट का दौर जारी है। आप 1 बिटकॉइन के साथ कितने औंस सोना खरीद सकते हैं?बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है?
Bitcoin और Bitcoin Cash में क्या अंतर है?
बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश हर संभव तरीके से अलग-अलग होते रहते हैं, लेकिन दोनों के बीच मतभेद चौंकाने वाले हैं। हम बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश के बीच मूल्य अंतर की बात कर रहे हैं। इसलिए BTC और BCH के बीच के अंतर का अध्ययन किया गया।
चलो कुछ समय के लिए कोरोना वायरस के मुद्दे को एक तरफ रख दें, ज़ाहिर है, उसे पहले अलगाव के मुद्दे का सम्मान करने के लिए न कहें, कृपया अपने हाथ धो लें अब हम इन दो महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात करते हैं।
बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश के बीच की खाई
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि 2017 के मध्य में, बिटकॉइन कैश [BCH] BTC कोर हार्ड फोर्क का उपयोग करके बनाया गया था। यह बिटकॉइन ब्लॉकचेन द्वारा प्रस्तावित उच्च लागत और अंतहीन लेनदेन समय का जवाब है।
बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश के बीच पहला अंतर बनाया गया है। बिटकॉइन कैश का एक बड़ा ब्लॉक आकार [32 एमबी] है, जो लेनदेन की लागत और सत्यापन समय को कम कर सकता है। एक साल में जहां बिटकॉइन दिसंबर 2017 में $ बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है? 20,000 तक पहुंच गया था।
गैप कैसे विकसित होता है?
2017 बहुत ही गन्दा दिन था। एक बार बीटीसी के लिए बीटीसी का कठिन कांटा पैदा हो गया, बिटकॉइन की कीमत और बिटकॉइन कैश के बीच अंतर पैदा हो गया। जैसा कि उम्मीद थी, नए altcoin पर बहुत सारे दांव नहीं थे, इसलिए इसकी कीमत तेजी से गिर गई।
जुलाई 2017 में, प्रत्येक BCH की कीमत $ 549 और $ 2700 थी। उनके बीच की खाई लगभग 1: 5 है। दूसरे शब्दों में, BTC का उपयोग करके, आप 5 BCH प्राप्त कर सकते हैं।
उसी वर्ष दिसंबर में, BTC $ 20,000 तक पहुँच गया। इसके विपरीत, BCH $ 4,100 पर कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश के बीच अंतर 4.8 हो गया है।
लेकिन सब कुछ तब से मुक्त हो गया है। तब से, जैव सूचना सूचना विनिमय पर कीमतों में केवल गिरावट देखी गई है। बेशक, पिता के रूप में अपने सामान्य बैल के साथ, बिटकॉइन आगे बढ़ने के रास्ते को चिह्नित करता है।
वर्तमान में, प्रत्येक BCH 220 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। इसका निर्माण मूल्य लगभग आधा है। इसके बजाय, वर्तमान में बिटकॉइन $ 6,500 पर कारोबार कर रहा है, जो लगभग 30 के बिटकॉइन कैश और बीटीसी के बीच अंतर के बराबर है।
औंधे मुंह गिरा बिटकॉइन, 18 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा भाव, चेक करें लेटेस्ट रेट
क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में भारी उथल-पुथल जारी है. छोटी क्रिप्टोकरेंसी को कौन पूछे, बिटकॉइन ही लगातार गिरावट के नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है. क्रिप्टो बाजार में मचे कोहराम के बीच बुधवार को बिटकॉइन (Bitcoin Price) की कीमत 18 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई. निवेशकों में तेजी से बिकवाली का दौर देखा जा रहा है. बिटकॉइन के अलावा बाकी सभी क्रिप्टोकरेंसी के रेट में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है जिसमें करोड़ों निवेशकों के अरबों रुपये लगे हुए हैं. अब वैश्विक बाजार में उथल-पुथल के बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है? बीच निवेशक बिटकॉइन को बेचकर किसी भी तरह निकलने की कोशिश में नजर आ रहे हैं. क्रिप्टो एक्सचेंज सेल्सियस ने जब से अपने ग्राहकों को पैसे निकालने से रोका है, तब से बिटकॉइन में और तेजी से गिरावट देखी जा रही है. बिटकॉइन के रेट (Bitcoin price Today) गिरकर 20,289 डॉलर तक पहुंच गए हैं. भारतीय करेंसी में यह रेट 15.6 लाख के आसपास बैठता है.
गिरावट की वजह
इस हफ्ते क्रिप्टो बाजार में सबसे अधिक कोहराम मचा है. दरअसल, अमेरिकी क्रिप्टो लेंडर सेल्सियस ने एक फैसले के तहत एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट के बीच बिटकॉइन के पैसे के विड्रॉल और ट्रांसफर पर रोक लगा दी. डिजिटल एसेट मार्केट में जारी उथल-पुथल के बीच यह कदम उठाया गया जिसने बिटकॉइन को सबसे अधिक प्रभावित किया है. बाकी वर्चुअल करेंसी का यही हाल है. इथीरियम और डोजकॉइन भी गिरावट में हैं.
पिछले हफ्ते क्रिप्टो फंड में 102 मिलियन डॉलर की निकासी देखी गई है. सेंट्रल बैंक के सख्त रवैये के चलते क्रिप्टोकरेंसी में भारी बिकवाली देखी जा रही है. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू गिरकर 900 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है जबकि पिछले साल नवंबर में यह वैल्यू 2.97 ट्रिलियन डॉलर की थी. दुनिया की छोटी क्रिप्टोकरेंसी जो बिटकॉइन के साथ अपना बाजार चलाती हैं, उनमें भी बड़ी गिरावट देखी जा रही है. बिटकॉइन के बाद इथर का नाम आता है. इथर में भी 12 फीसद की गिरावट है और इसका भाव 1,045 डॉलर पर पहुंच गया है. इथर में यह गिरावट 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है.
चरण 2: अपना केवाईसी सत्यापन (verification) पूरा करें
केवाईसी (KYC- Know your customer) एक वित्तीय संस्थान द्वारा ग्राहक की पहचान का अनिवार्य सत्यापन है। केवाईसी प्रक्रिया में विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं जिनका उपयोग आपकी पहचान को सत्यापित करने के लिए किया जा सकता है जैसे वैध पहचान पत्र, उपयोगिता बिल, और इसी तरह। प्रोफाइल टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पहचान (identification) विकल्प चुनें।
चरण 3: अपनी पहचान सत्यापित (verify) करें
अपना केवाईसी विवरण दर्ज करने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने के लिए वेरीफाई (verify) बटन पर क्लिक करें। कृपया ध्यान दें कि जमा किए गए दस्तावेज़ केवल आपकी राष्ट्रीयता के अधिकारियों द्वारा जारी किए हुए होने चाहिए।
पुष्टि करें कि आपके केवाईसी सत्यापन को स्वीकार करने के लिए प्रस्तुत किए गए विवरण सटीक हैं। सत्यापन प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, जिसके बाद आपका खाता ट्रेडिंग के लिए तैयार हो जाएगा। आपके पास बुनियादी (बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है? basic) से उन्नत (advanced) सत्यापन मॉडल पर स्विच करने का विकल्प भी होगा।
चरण 5: बिनेंस पी2पी के माध्यम से INR में बिटकॉइन खरीदें
बिनेंस पी2पी (पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज) एक ऐसा बाज़ार है जहाँ लोग लगभग किसी भी देश में अपनी शर्तों पर एक-दूसरे के साथ सीधे क्रिप्टो व्यापार कर सकते हैं। 70 से अधिक फिएट मुद्राओं के साथ, पी2पी मार्केटप्लेस भारतीय निवेशकों के लिए भारतीय रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बनाता है।
मार्केटप्लेस पर जाने के लिए, वॉलेट टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पी2पी विकल्प पर क्लिक करें। आप यहां क्लिक करके भी मार्केटप्लेस जा सकते हैं।
RBI लाएगा अपनी Digital Currency, साल के अंत तक आएगा मॉडल- जानें इससे जुड़ी खास बातें
RBI Digital Currency: दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह हमारी अपनी डिजिटल करेंसी होगी. लेकिन, ये पूरी तरह से रेगुलेटेड होगी. डिजिटल करेंसी किसके पास है इसकी जानकारी RBI को होगी.
इंडियन डिजिटल करेंसी बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी. फोटो: शुभम् शुक्ला
जल्द ही अपना भी डिजिटल रुपया (Digital Rupee) होगा. आपके लेन-देन का तरीका बदल जाएगा. रुपया अब पॉकेट में रखने तक सीमित नहीं होगा. जेब से निकलकर वर्चुअल वर्ल्ड में सर्कुलेट होगा. ये आपको जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin). जिसका क्रेज हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा है. वैसा ही होगा हमारा अपना डिजिटल रुपया. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.
साल के अंत तक आएगी डिजिटल करेंसी
RBI ने मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया. रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया. लेकिन, आपके काम की बहुत दिलचस्प बात सामने निकल कर आई. पिछले कुछ साल से वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency), डिजिटल करेंसी जैसे नाम सुन रहे होंगे. अब तैयार रहिए क्योंकि, RBI अपनी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है और साल के अंत तक इसका मसौदा भी तैयार हो जाएगा. RBI Governor शक्तिकांता दास ने कहा कि डिजिटल करेंसी का मॉडल साल के अंत तक आ जाएगा.
डिजिटल करेंसी (Indian Digital Currency) की टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. ये कैसे काम करेगी इसका फ्रेमवर्क भी तैयार हो रहा है. हाल ही में RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा था कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है. यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर रहा है. RBI ने साफ कर दिया है कि प्राइवेट वर्चुअल करेंसी को लेकर उसने सरकार को अपनी चिंताएं बता दी हैं.
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) हो सकता है नाम
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के जाल से बचाने के लिए सेंट्रल बैंक यानि RBI अपनी डिजिटल करेंसी इंट्रोड्यूस करेगा. इसका नाम CBDC- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी हो सकता है. हालांकि, इसके नाम पर अभी फैसला नहीं हुआ है. डिजिटल करेंसी का फायदा ये होगा कि इससे डिजिटली लेन-देन कर सकेंगे.
अभी इसके काम करने के तरीके को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है. अगर सूत्रों की मानें सबसे पहले सेंट्रल बैंक-RBI डिजिटल करेंसी जारी करेगा. ये आपको मिलेगी. आप जिसे पेमेंट करना चाहेंगे उसे इससे पेमेंट कर सकेंगे और उसके अकाउंट में ये पहुंच जाएगी. हालांकि, इसके लिए न कोई वॉलेट होगा और न ही कोई बैंक अकाउंट. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए डिजिटल काम करेगी. एक तरह से कैश का इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा.
क्रिप्टो करेंसी पर बढ़ती चिंता: दो हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत 20% गिरी, 57 हजार डॉलर के नीचे पहुंची
बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट से यह साबित होता है कि अब भी क्रिप्टो में निवेश की पहचान ज्यादा अस्थिरता वाली ही बनी हुई है। फिर भी बिटकॉइन की दुनिया में लोकप्रियता बरकरार है। दूसरे ट्रेडिशनल मार्केट में जब भी कोई उतार-चढ़ाव होता है तो अलार्म की घंटी बज जाती है और निवेशक सचेत हो जाते हैं।
लगातार 6 दिन से गिर रही हैं कीमतें
बिटकॉइन की कीमतों में लगातार 6 दिन से गिरावट है। शुक्रवार को लंदन के शुरुआती कारोबार में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 0.5% गिरकर लगभग 56,280 डॉलर हो गई। ओंडा के सीनियर मार्केट विश्लेषक क्रेग एर्लाम ने लिखा, "बिटकॉइन में करेक्शन कोई बड़ी डील नहीं है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि अक्टूबर में कीमतों में 40% की बढ़ोतरी के बाद तेज गिरावट सामान्य है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।
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