आखिरकार भारत समेत दुनियाभर को क्यों इतना पसंद आ रहा है Bitcoin, आज जान लीजिए ये राज़ की बातें
बिटकॉइन को आप आप करेंसी की तरह छू नहीं सकते हो. इसे सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही रखा जाता हैं. इसे, दूसरे लोगों के पास भेजने के लिए ज्यादा मशकत नहीं करनी पड़ती.
Bitcoin News: साल 2015 में अगर किसी ने एक बिटकॉइन को 24 हजार रुपये में खरीदा होता तो आज उन्हें कुछ हजार नहीं बल्कि 50 लाख रुपये उसे बेचकर मिल जाते. ये सब सुनकर आपको अचंभा हो रहा है तो अब आपको इसकी पूरी जानकारी देते है. कहा तो ये जाता है कि साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का भरोसा बैंकों और अन्य फाइनेंशियल इंसीट्यूशन से उठ गया था. क्योंकि रातोंरात अमेरिका के कभी ने डूबने वाले बैंक बंद हो गए थे. शेयर बाजार में भूचाल आ गया था. अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत जैसे देशों में भी बैंक और कई बड़ी कंपनियां डूबने की कगार पर पहुंच गई. लोगों की नौकरियां जाने लगी. क्योंकि बैंक ने आम लोगों से पैसा लेकर बैंक ज्यादा कमाई के लिए उसे बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिना सोचे समझें लोन पर देते चले गए और वो कर्ज डूब गया. तभी Satoshi Nakamoto ने नए जमाने की करेंसी को लाने की सोची.
Satoshi Nakamoto एक गुमनाम शख्स. जिसने दुनिया के सामने इंटरनेट पर एक पेपर रिलीज़ किया. जिसमे उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बताया. इसके जरिए उन्होंने अपने मकसद को साफ कर दिया. उन्होंने बताया कि कैसे ये क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) काम कसे करेगी. इसके लेन-देने में किसी भी बैंक या संस्था की कोई जरुरत नहीं होगी. उन्होंने ही इस डिजिटल करेंसी का नाम ‘Bitcoin’ रखा.
कैसे और कहां से शुरू हुआ Bitcoin बिटकॉइन जिस कोड से बना है. उसकी शुरुआत Satoshi ने 2007 से ही कर दी थी. साल 2008 में उन्होंने साथ काम करने वाले साथियों के साथ मिलकर Bitcoin.org का Domain ख़रीदा और उस Address पर वेबसाइट बना दी. उन्होंने ये भी बताया की डिजिटल करेंसी जिसको उन्होंने बिटकॉइन नाम दिया है. वो आखिर काम कैसे करेगी.
बिटकॉइन को आप आप करेंसी की तरह छू नहीं सकते बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? हो. इसे सिर्फ डिजिटल फॉर्म में ही रखा जाता हैं. इसे, दूसरे लोगों के पास भेजने के लिए ज्यादा मशकत नहीं करनी पड़ती. जी हां, अभी आपको अगर अपने किसी रिश्तेदार या किसी दोस्त को विदेश में पैसे भेजने है तो बैंक और कई संस्थाएं इसके लिए आपसे मोटी रकम वसूलते है. साथ ही, एक से दो दिन का समय लगाती है. इसके उलट आप Bitcoin को कुछ ही मिनटों में ट्रांसफर हो जाता हैं.
अगर इतना सबकुछ जानने के बाद आप भी बिटकॉइन खरीदने की सोच रहे है तो सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में बिटकॉइन खरीदना लीगल है इसपर भारत सरकार ने किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है इसलिए आपको किसी भी तरह से घबराने की जरुरत नहीं है. आप बिना टेंशन बिटकॉइन में पैसा लगा सकते है.
आज के समय में बिटकॉइन अपने आप में इतना बड़ा हो चुका है कि उसकी मार्केट वैल्यू कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा हो गई है. फिलहाल बिटकॉइन की मार्किट वैल्यू $1.11 Trillion से भी ऊपर है.
लेकिन बिटकॉइन और आम करेंसी (मुद्रा) जैसे Dollar, Rupee, Euro में सबसे बड़ा अंतर यह है. कि आम करेंसी सरकार और बैंक के कंट्रोल में होती है. सरकार जब चाहे उतनी करेंसी को छाप सकती है जिसके कारण महंगाई बढती है. और सरकार चाहे तो किसी के अकाउंट को फ्रीज़ भी कर सकती है बिना उस पैसे के मालिक के बिना Bitcoin को कोई कंट्रोल नहीं करता ना ही बैंक ना ही कोई सरकार यह Decentralized है. आपके बिटकॉइन को आपके सिवा कोई कंट्रोल नही कर सकता.
Bitcoin काम कैसे करता है
बिटकॉइन को जो चीज सबसे खास बनाती है वो है उसके पीछे की Blockchain Technology जिसने दुनिया का ध्यान उसकी तरफ खींचा, ब्लॉकचेन कई सारे ब्लॉक्स की चैन होती है जिसमे जानकारी को स्टोर करके रखा जाता है.
जैसे बैंक सभी लेन देन की जानकारी को लेजर में लिख कर रखते है, उसी तरह ब्लॉकचेन काम करता है. बैंक की लेजर बुक में बदलाव किया जा सकता है परन्तु ब्लॉकचेन में जो जानकारी एक बार डाल दी गई तो उसको चाहकर भी दोबारा से बदला नहीं जा सकता है.
हर ब्लॉक की जानकारी जमा करने की एक लिमिट होती है जैसे ही वो Block जानकारी से भर जाता है वो ब्लॉक दूसरे Blocks के साथ जुड़ जाता है और यह प्रक्रिया चलती रहती है जिससे यह एक चैन बन जाती है. इसलिए इसको ब्लॉकचेन कहा जाता है.
जितने ज्यादा लोग एक क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करेंगे उतनी ही ज्यादा चैन बनती जाएगी जितनी बड़ी चैन होगी उतना ज्यादा उस क्रिप्टो की ब्लॉकचेन मजबूत होती जाएगी और उसको हैक या अटैक करना मुश्किल होता जाएगा.इसकी और जानकारी के लिए आप हमारे वीडियो पर जा सकते है.
अगर इतना सबकुछ जानने के बाद आप भी बिटकॉइन खरीदने की सोच रहे है तो सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में बिटकॉइन खरीदना लीगल है इस पर भारत सरकार ने किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है इसलिए आपको किसी भी तरह से घबराने की जरुरत नहीं है. आप बिना टेंशन बिटकॉइन में पैसा लगा सकते है.
क्यों लोगों को इतना पसंद है Bitcoin
रोजाना बिटकॉइन की कीमत बढ़ती जा रही है जिसके कारण लोग चाहकर भी अपना ध्यान इस ओर से नहीं हटा पा रहे है. इसीलिए दुनिया के बड़े-बड़े बैंक जैसे JP Morgan, BNY Mellan, Citibank, Morgan Stanley, Goldman Sachs भी बिटकॉइन में लेन देन करने लगे है. वही एक समय था जब इस तरह के बड़े बड़े बैंक बिटकॉइन के खिलाफ थे.
एक और कारण है बिटक्वाइन की ओर से लोगों के झुकाव का. मौजूदा वक्त में महंगाई के खिलाफ लड़ने के लिए आम आदमी के पास बिटकॉइन बढ़िया हथिया है. क्योंकि डॉलर या दूसरी किसी भी पारंपरिक करेंसी की तुलना में इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसे एक लिमिट तक ही बनाया जा सकता है. सरकारें इसकी कीमत को चाहकर भी कम नहीं कर सकती है न ही कोई भी सेंट्रल बैंक इसे छाप सकता है.
इसीलिए वॉल स्ट्रीट के बड़े खिलाड़ी (ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट) महंगाई के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर रहे है. इससे पहले गोल्ड को महंगाई के खिलाफ हेजिंग का सबसे बढ़िया निवेश माना जाता था लेकिन इस साल सोने के दाम गिरे हैं. वहीं बिटक्वाइन ( Bitcoin) की कीमत 130 फीसदी बढ़ी है.
क्या है Bitcoin का भविष्य
वैसे तो दुनिया भर के जानकार कहते हैं कि जैसे-जैसे बड़ी संस्थाएं और बैंक इसका इस्तेमाल शुरू करेंगे वैसे-वैसे इस पर भरोसा क़ायम होगा. क्योंकि भारत में 100 रुपये के नोट की छपाई में सिर्फ़ 1.51 रुपये का खर्च आता है, तो बाकी रकम कहां से आती है? जवाब है-भरोसा. नोट पर आरबीआई गवर्नर के सिगनेचर के साथ-साथ उस पर धारक को 100 रुपये अदा करने का वचन होता है. अगर ये नहीं हो तो 100 रुपये का नोट सिर्फ एक कागज़ है. भारतीय सरकार इसके लिए नियम बनाने की तैयारी में है. पिछले दिनों RBI-SEBI और वित्त मंत्रालय ने इसको लेकर कई अहम बैठक की है.
इस समय सरकारों के सामने कई बड़े चैलेंज है. सरकारों का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी के साथ एक ख़तरा ये भी है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जाएगा और इनका इस्तेमाल तस्कर और आतंकवादी करेंगे.
Bitcoin ETF हो गया लॉन्च, आप कैसे और कहां कर सकते हैं निवेश-जानिए पूरी डिटेल
अमेरिका में Bitcoin का पहला Future बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शुरू हुआ है। इसकी लॉन्चिंग के साथ ही Bitcoin की कीमत 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। ट्रेडर्स का कहना है कि ETF के आने से Cryptocurrency में निवेश बढ़ेगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अमेरिका में Bitcoin का पहला Future बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शुरू हुआ है। इसकी लॉन्चिंग के साथ ही Bitcoin की कीमत 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। ट्रेडर्स का कहना है कि ETF के आने से Cryptocurrency में निवेश बढ़ेगा।
ProShares Bitcoin Strategy ETF ने अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज (Intercontinental Exchange) NYSE Arca पर मंगलवार से ट्रेडिंग शुरू की है। US सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन ने इसकी इजाजत दी थी। Bitcoin Future कारोबार को कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन देख रहा है जबकि ETF का नियंत्रण SEC के पास है। SEC प्रमुख गैरी जेंसलर ने कहा कि Bitcoin ETF काफी उथलपुथल वाला Asset है। निवेशक को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। Bitcoin की लिस्टिंग के बाद कीमत उछलकर 63337 डॉलर पर पहुंच गई। इसने अब तक 64895 डॉलर का High बनाया है।
Bitcoin क्या है
बिटकॉइन एक डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मुद्रा है, जिसे जनवरी 2009 में बनाया गया था। बिटकॉइन को एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह इसे सुरक्षित रखने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है। सभी बिटकॉइन लेनदेन को माइनिंग नामक प्रक्रिया से कम्प्यूटर की मदद से वेरिफाई किया जाता है। बिटकॉइन किसी भी बैंक या सरकार द्वारा जारी या समर्थित नहीं है। दुनिया के अधिकांश हिस्सों में कानूनी निविदा नहीं होने के बावजूद, बिटकॉइन बहुत लोकप्रिय है और इसने सैकड़ों अन्य क्रिप्टोकरेंसी के लॉन्च को ट्रिगर किया है, जिन्हें सामूहिक रूप से altcoins कहा जाता है। कारोबार के दौरान Bitcoin को आमतौर पर "बीटीसी" कहा जाता है।
कैसे खरीद सकते हैं Bitcoin
पारंपरिक मुद्राओं के लिए Bitcoin का लेन-देन किया जा सकता है। डॉलर के मुकाबले इसकी विनिमय दर संभावित निवेशकों को आकर्षित करती है। किसी भी Bitcoin Exchange के जरिए इसे खरीदा जा सकता है। 2019 के अंत में इसकी कीमत 7 हजार डॉलर के आसपास थी। इसके 1 साल बाद यह बढ़कर 29 हजार डॉलर के पास पहुंच गई। अप्रैल 2021 में यह 64 हजार डॉलर के पास पहुंच गई।
भारत में खरीदारी
भारत में Bitcoin की खरीदारी के लिए कई एक्सचेंज हैं। आप डिजिटल पेमेंट करके इसे ले सकते हैं। खरीदारी से पहले आपको KYC अपडेट कराना होगा। इसके लिए Aadhaar और Pan Card लगेगा। Bitcoin की कीमत भले ही ऊंची चल रही है लेकिन आप 500 रुपए से भी इसमें निवेश कर सकते हैं। पेमेंट NEFT, RTGS, Debit या Credit Card के जरिए होगा।
कहां खर्च कर सकते हैं
कुछ शॉप पर Bitcoin के बदले खरीदारी का ऑफर रहता है। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह मिल सकता है। आप इंटरनेट पर भी इसे एक्सचेंज करके जरिए खरीदारी कर सकते हैं। (Reuters इनपुट के साथ)
(Disclaimer : Cryptocurrency में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें। Jagran.com किसी वित्तीय घाटे के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।)
Bitcoin ETF हो गया लॉन्च, आप कैसे और कहां कर सकते हैं निवेश-जानिए पूरी डिटेल
अमेरिका में Bitcoin का पहला Future बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शुरू हुआ है। इसकी लॉन्चिंग के साथ ही Bitcoin की कीमत 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। ट्रेडर्स का कहना है कि ETF के आने से Cryptocurrency में निवेश बढ़ेगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अमेरिका में Bitcoin का पहला Future बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शुरू हुआ है। इसकी लॉन्चिंग के साथ ही Bitcoin की कीमत 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। ट्रेडर्स का कहना है कि ETF के आने से Cryptocurrency में निवेश बढ़ेगा।
ProShares Bitcoin Strategy ETF ने अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज (Intercontinental Exchange) NYSE Arca पर मंगलवार से ट्रेडिंग शुरू की है। US सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन ने इसकी इजाजत दी थी। Bitcoin Future कारोबार को कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन देख रहा है जबकि ETF का नियंत्रण SEC के पास है। SEC प्रमुख गैरी जेंसलर ने कहा कि Bitcoin ETF काफी उथलपुथल वाला Asset है। निवेशक को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। Bitcoin की लिस्टिंग के बाद कीमत उछलकर 63337 डॉलर पर पहुंच गई। इसने अब तक 64895 डॉलर का High बनाया है।
Bitcoin क्या है
बिटकॉइन एक डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मुद्रा है, जिसे जनवरी 2009 में बनाया गया था। बिटकॉइन को एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह इसे सुरक्षित रखने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है। सभी बिटकॉइन लेनदेन को माइनिंग नामक प्रक्रिया से कम्प्यूटर की मदद से वेरिफाई किया जाता है। बिटकॉइन किसी भी बैंक या सरकार द्वारा जारी या समर्थित नहीं है। दुनिया के अधिकांश हिस्सों में कानूनी निविदा नहीं होने के बावजूद, बिटकॉइन बहुत लोकप्रिय है और इसने सैकड़ों अन्य क्रिप्टोकरेंसी के लॉन्च को ट्रिगर किया है, जिन्हें सामूहिक रूप से altcoins कहा जाता है। कारोबार के दौरान Bitcoin को आमतौर पर "बीटीसी" कहा जाता है।
कैसे खरीद सकते हैं Bitcoin
पारंपरिक मुद्राओं के लिए Bitcoin का लेन-देन किया जा सकता है। डॉलर के मुकाबले इसकी विनिमय दर संभावित निवेशकों को आकर्षित करती है। किसी भी Bitcoin Exchange के जरिए इसे खरीदा जा सकता है। बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? 2019 के अंत में इसकी कीमत 7 हजार डॉलर के आसपास थी। इसके 1 साल बाद यह बढ़कर 29 हजार डॉलर के पास पहुंच गई। अप्रैल 2021 में यह 64 हजार डॉलर के पास पहुंच गई।
भारत में खरीदारी
भारत में Bitcoin की खरीदारी के लिए कई एक्सचेंज हैं। आप डिजिटल पेमेंट करके इसे ले सकते हैं। खरीदारी से पहले आपको KYC अपडेट कराना होगा। इसके लिए Aadhaar और Pan Card लगेगा। Bitcoin की कीमत भले ही ऊंची चल रही है लेकिन आप 500 रुपए से भी इसमें निवेश कर सकते हैं। पेमेंट NEFT, RTGS, Debit या Credit Card के जरिए होगा।
कहां खर्च कर सकते हैं
कुछ शॉप पर Bitcoin के बदले खरीदारी का ऑफर रहता है। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह मिल सकता है। आप इंटरनेट पर भी इसे एक्सचेंज करके जरिए खरीदारी कर सकते हैं। (Reuters इनपुट के साथ)
(Disclaimer : Cryptocurrency में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें। Jagran.com किसी वित्तीय घाटे के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।)
UPSC IAS Essay 2022 probable topic Cryptocurrency is our editorial and essay today.
उत्तर: क्रिप्टो करेंसी (crypto currency) एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा है, जिसको एक आम भारतीय नागरिक भौतिक रूप में देख नहीं सकता है, छू नहीं सकता है। लेकिन इन मुद्राओं का किसी कंप्युटर या मोबाइल एप के माध्यम से प्रबंध किया जा सकता है। जिसको साधारणत: “वालेट” Wallet कहते हैं।
क्रिप्टो करेंसी का विचार सतोषी नाकामोटो द्वारा सन 2008 में एक रिसर्च पेपर (white paper) में दिया गया था।
क्रिप्टोकरेंसी या क्रिप्टो मुद्रा का नियंत्रण किसी भी देश के केन्द्रीय बैंक के हाथों में नहीं होता है। इस मुद्रा को किस व्यक्ति (इंटरनेट पर एक उपभोक्ता) से खरीदा (या बेचा) जाता है का नियंत्रण इन उपभोक्ताओं के हाथों में ही होता है।
UPSC MAINS Essay Topic 2022 Cryptocurrency
भारत की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मार्च 2020 में क्रिप्टो करेंसी पर लगे बैन को पूरी तरह से हटा दिया गया है। जिसके अनुसार कोई भी भारतीय इस क्रिप्टो मुद्रा में निवेश करने के लिए मान्य है लेकिन इसके द्वारा विनिमय वैध नहीं है।
इस मुद्रा को बनाने के लिए साधारण कंप्यूटर से कई गुना शक्तिशाली कंप्यूटरों का समूह, संबंधित सॉफ़्टवेयर, और इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
इस मुद्रा को बनाने के लिए कंप्यूटर पियर टू पियर (peer to peer) नेटवर्क से जुड़े होते हैं। ये सभी कंप्यूटर एक खास ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर को चलाते हैं जिस पर मुद्रा को बनाया जाता है और इस सॉफ़्टवेयर की सहायता से ही स्वायतरूप से मुद्रा का प्रबंध किया जाता है। इसी प्रक्रिया को संक्षेप में mining कहा जाता है। और इस प्रक्रिया को चलाने वाले कंप्युटर उपभोक्ता को minor कहा जाता है।
उदाहरण: बिटकॉइन, इथेरियम, लाइटकॉइन, डॉगकॉइन, इत्यादि।
Q.2 ब्लॉकचेन या ब्लॉकचेन तकनीक (blockchain technology) क्या होती है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिये? UPSC IAS Essay 2022
उत्तर: ब्लॉकचेन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसकी सहायता से हम डाटा का विकेंद्रीकरण (decentralized) तरीके से भंडारण (store) करते हैं।
यहाँ विकेंद्रीकरण का अर्थ है कि कोई भी एक संस्था किसी भी तरह के डाटा या सूचना के आदान प्रदान को नियंत्रित नहीं कर रही है।
उदाहरण: किसी स्कूल की एक ऐसी कक्षा, जहाँ पर विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए अध्यापक की देखरेख की आवश्यकता नहीं होती है, और वहाँ के विद्यार्थी स्वयं ही किताबों से पढ़ाई कर सकते हैं और साथ-साथ वो स्वयं ही एक-दूसरे का किया गया काम भी जाँच सकते हैं।
ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर एक प्रकार से डिजिटल बही खाता (Ledger) है। जिसको प्रत्येक कंप्यूटर द्वारा ही नियंत्रित किया जाता है।
इस ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर की सहायता से ही कोई कंप्यूटर जान पाता है कि किसी उपभोक्ता के पास कितनी क्रिप्टो मुद्राएँ उपलब्ध हैं, कितनी मुद्राएँ किसी दूसरे उपभोक्ता को भेजी जा रही हैं, या किसी से प्राप्त हो रही हैं।
MINING: Mining की प्रक्रिया क्या होती है?
इस प्रक्रिया के दो प्रमुख लक्ष्य हैं –
- बिट कॉइन या कोई दूसरा क्रिप्टो कॉइन का उत्पादन करना: इसके उपभोक्ता शक्तिशाली कम्पुटरों की सहायता से कुछ गणितीय पहेलियों या सवालों को हल करते हैं, और ब्लॉक में छिपे हुए “कॉइन्स” को खोदते हैं या खोजते हैं। ये कॉइन किसी उपभोक्ता को पहेलियों को हल करने के लिए पुरुस्कार स्वरूप दिए जाते बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? हैं।
- लेन देन की प्रक्रिया को त्रुटि-रहित रखना, या डिजिटल बही खाता बनाना (ledger) :
- जिसमें कई सारे computers सम्मिलित होते हैं, और जिनका काम होता किसी नए जुड़ने वाले computer या node की जानकारी की जाँच करना।
- किसी transaction की जाँच करना कि यदि ये transaction किसी अन्य node द्वारा tamper या खराब तो नहीं की गई है,
- किसी क्रिप्टो कॉइन की नकल तो नहीं बनाई गई है, इत्यादि।
- इस network से जुड़ा हुआ कोई भी कंप्यूटर ये देख सकता है या इस बात की पुष्टि कर सकता है कि कौन-कौन से कंप्यूटर या node इस ब्लॉक में जुड़े हुए हैं।
Q.3 बिटकॉइन (bitcoin) क्या होते हैं? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिये? UPSC IAS Essay 2022
उत्तर: बिट कॉइन वर्तमान में उपलब्ध कई तरह की क्रिप्टो मुद्राओं में से एक मुद्रा है।
- यह मुद्रा सर्वप्रथम सं 2009 में अवतरित हुई थी।
- इसके निर्माता “सातोशी नाकामोतो” हैं।
- ये विश्व भर में उपलब्ध सभी क्रिप्टो मुद्राओं में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध क्रिप्टो मुद्रा है।
- इस को किसी भी केन्द्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है।
- मार्च 2020 के सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार वर्तमान में बिट कॉइन या अन्य किसी क्रिप्टो मुद्रा का प्रयोग किसी वस्तु या सेवा के विनिमय के लिए मान्य नहीं है, हालाँकि कोई भी भारतीय नागरिक अपनी सुविधा और जोखिम क्षमता-अनुसार निवेश कर सकता है।
Q.4 क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) या क्रिप्टोकॉइन के संभावित लाभ व हानि के बारे में चर्चा कीजिये? UPSC IAS Essay 2022
उत्तर: बिट कॉइन के लाभ:
ये प्रक्रिया लेन देन की अन्य प्रक्रियाओं से
- ज्यादा तेज है: नैनो सेकण्ड्स में धन का हस्तांतरण संभव है
- सुरक्षित है: जाली बिट कॉइन बनाना असंभव है।
- किसी भी तरह की कागज़ी और कानूनी प्रक्रिया से मुक्त है।
- प्रबंधन आसान है: वॉलेट की सहायता से बिट कॉइन खरीदना, भेजना, प्राप्त करना सुगम है।
- निवेश: छोटी छोटी धनराशि जैसे ₹100 से निवेश करना संभव है।
- साइबर अपराधों, टैक्स चोरी, गैर कानूनी तौर तरीकों से धन का हस्तांतरण करना (money laundering), इत्यादि गंभीर अपराधों का होना आसान बनाता है।
- गैरकानूनी ड्रग, हथियार, इत्यादि का विनिमय आसान करता है।
- नियमों में पारदर्शिता न होना: किसी भी तरह का भौतिक रिकॉर्ड न होना, अपराधी को ट्रेस करने में बाधा उत्पन्न करता है।
- पर्यावरण सम्बन्धी: शक्तिशाली कंप्यूटर ज्यादा ऊर्जा का उपभोग करते हैं और CO2 का भी उत्सर्जन होता है। जिस भी स्थान पर कोई कंप्यूटर काम कर रहा है, उस कमरे में वातानुकूलन (air conditioning) की जरूरत होती है। इस तरह से माइनिंग प्रक्रिया वाला कंप्यूटर और A.C. सामान्य से कई गुना ज्यादा विधुत उपभोग करते हैं।जो कि पर्यावरणीय दृष्टि से बहुत ही ज्यादा हानिकारक है।
Q.5 किस देश ने क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) या क्रिप्टोकॉइन को लीगल टेंडर का दर्जा दिया है? UPSC IAS Essay 2022
उत्तर: दक्षिण अमेरिका का अल साल्वाडोर ऐसा पहला देश है, जिसने क्रिप्टो मुद्रा को legal tender का रूप (2021) दिया है। हालाँकि US डॉलर अभी भी वहाँ की आधिकारिक मुद्रा है।
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