इन तीन प्रमुख आयामों को देखें तो मानव विकास सूचकांक में आई हालिया गिरावट में जीवन प्रत्याशा का बहुत बड़ा हाथ रहा। आंकड़ों के अनुसार जहां वैश्विक स्तर पर 2019 में एक व्यक्ति की औसत आयु 72.8 वर्ष थी वो 2021 में 1.4 वर्षों की गिरावट के साथ घटकर 71.4 वर्ष रह गई है।

मानव विकास सूचकांक (HDI – Human Development Index) क्या है

मानव विकास सूचकांक (HDI – Human Development Index) क्या है :- मानव विकास सूचकांक (HDI) संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा प्रतिवर्ष जारी होने वाली एक वार्षिक रिपोर्ट है जो कि विभिन्न देशों कि जीवन प्रत्याशा, शिक्षा और आय के मानकों प्रमुख संकेतक और सूचकांक के आधार पर प्रकाशित की जाती है। सर्वप्रथम वर्ष 1990 में मानव विकास सूचकांक (HDI – एचडीआई) रिपोर्ट जारी की गई थी।

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को देशों की प्रगति को मापने के लिए एक पैमाने की आवश्यकता शुरू से ही थी। मानव विकास सूचकांक (HDI- Human Development Index) का विकास इसी क्रम में किया गया है। किसी भी देश की प्रगति को दो भागों में बांटकर समझा जा सकता संवृद्धि और विकास।

संवृद्धि (Growth)- संवृद्धि का आशय मुख्यतः आर्थिक मात्रात्मक परिवर्तन से है। अर्थात एक निश्चित समयावधि में किसी अर्थव्यवस्था में होने वाली वास्तविक आय वृद्धि को संवृद्धि कहते हैं।

मानव विकास सूचकांक (HDI)

आर्थिक विकास को मापने के उद्देश्य से इस सूचकांक का प्रतिपादन 1990 में UNDP (United Nation Development Program) से जुड़े पाकिस्तानी मूल के अर्थशास्त्री महबूब-उल-हक व उनके सहयोगी नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने किया था। जिनके 3 आधारभूत आयाम शिक्षा, स्वास्थ्य व जीवन स्तर हैं।

मानव विकास सूचकांक HDI - Human Development Index formula

इस सूत्र से मानव विकास सूचकांक (HDI) हमेशा 0 से प्रमुख संकेतक और सूचकांक प्रमुख संकेतक और सूचकांक 1 के बीच आती है।

HDI के आंकड़ों के आधार पर देश को तीन श्रेणियों में बाँटा जाता है, जिसका विवरण निम्नवत है –

प्रमुख संकेतक और सूचकांक

human development

भारतीय अर्थव्यवस्था को सरकार भले प्रमुख संकेतक और सूचकांक ही 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के सपने लोगों को दिखा रही हो लेकिन संयुक्त राष्ट्र की मानें तो लोगों का औसत जीवन स्तर बेहतर नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने 191 देशों के सर्वेक्षण के आधार पर मानव विकास सूचकांक जारी किया है। इस इंडेक्स में भारत को कुल 0.633 अंक दिए गए हैं जो भारत को मध्यम मानव विकास वाले देशों की श्रेणी में रखता है। वहीं 2019 में भारत को कुल 0.645 अंक दिए गए थे। यह गिरावट स्पष्ट तौर पर दर्शाती है कि कोरोना महामारी ने देश में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर को बुरी तरह प्रभावित किया है। यहां ग़ौर करने वाली बात ये है कि भारत इससे पहले साल 2021 में 131वें स्थान पर था लेकिन इस साल वह एक पायदान और नीचे फिसल कर 132 वें स्थान पर चला गया है।

प्रमुख संकेतक और सूचकांक

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Q. With reference to the Human Development Index (HDI) and Human Capital Index (HCI), consider the following statements:

Which of the statements given above is/are correct?

Q. मानव प्रमुख संकेतक और सूचकांक विकास सूचकांक (Human Development Index-HDI) और मानव पूँजी सूचकांक (Human Capital Index-HCI) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

प्रमुख संकेतक और सूचकांक

आज दुनिया के 191 देशों और क्षेत्रों के लिए मानव विकास सूचकांक जारी किया गया है जिसमें भारत को 132वें पायदान पर जगह दी गई है। इस इंडेक्स में भारत को कुल 0.633 अंक दिए गए हैं जो भारत को मध्यम मानव विकास वाले देशों की श्रेणी में रखता है। वहीं 2019 में भारत को कुल 0.645 अंक दिए गए थे । यह गिरावट स्पष्ट तौर प्रमुख संकेतक और सूचकांक पर दर्शाती है कि कोरोना महामारी ने देश में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर को बुरी तरह प्रभावित किया है।

गौरतलब है कि सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में कमी दर्ज की है। यह स्पष्ट तौर पर दर्शाता है कि दुनिया सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक बार फिर पिछड़ रही प्रमुख संकेतक और सूचकांक है।

HDI का अर्थ 'मानव विकास सूचकांक' है जो किस पर केंद्रित है?

Key Points

  • मानव विकास सूचकांक
    • पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब उल हक ने 1990 में HDI का निर्माण प्रमुख संकेतक और सूचकांक किया था, जिसका इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP ) द्वारा देश के विकास को मापने के लिए किया गया था।
    • मानव विकास सूचकांक (HDI) एक सांख्यिकीय उपकरण है जिसका उपयोग किसी देश की सामाजिक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य में समग्र उपलब्धि को प्रमुख संकेतक और सूचकांक मापने के लिए किया जाता है।
    • किसी देश के सामाजिक और आर्थिक विचार लोगों के स्वास्थ्य, उनकी शैक्षिक उपलब्धि के स्तर और उनके जीवन स्तर पर आधारित होते हैं।
        प्रमुख संकेतक और सूचकांक
      • यह सभी प्रमुख सामाजिक और आर्थिक संकेतकों को जोड़ती है जो आर्थिक विकास के लिए जिम्मेदार हैं
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