Bitcoin एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर रहते हैं. यूजर का जो ट्रेडिंग अकॉउंट होता है उसी के भीतर दिखाई हैं. इस डिजिटल वॉलेट को ही बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है. यह डिजिटल या बिटकॉइन वॉलेट यूजर के कंप्यूटर पर या फिर ऑनलाइन क्लाउड पर हो सकता है. यह एक तरह का वर्चुअल बैंक अकाउंट हैं. जिसे एक खास पासवर्ड से ही खोला जा सकता है. अगर किसी यूजर ने इस डिजिटल वॉलेट का पासवर्ड खो दिया या भूल गया तो फिर उसके बिटकॉइन भी खो जाएंगे और फिर कभी वापस नहीं आएंगे.

एलन मस्‍क ही नहीं आम निवेशकों को भी इन क्रिप्‍टोकरेंसी ने अक्‍टूबर में बनाया अमीर

एलन मस्‍क ही नहीं आम निवेशकों को भी इन क्रिप्‍टोकरेंसी ने अक्‍टूबर में बनाया अमीर

आज बिटकॉइन, इथेरियम, डॉगेकॉइन की कीमत में जबरदस्‍त गिरावट देेखने को मिल रही है। (Indian Express Archive)

दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स एलन मस्‍क की कुल संपत्‍त‍ि 222 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। आज तक दुनिया में इतनी संपत्‍त‍ि किसी भी एक शख्‍स के पास नहीं रही। वहीं दूसरी ओर जेफ बेजोस उनसे 191 अरब डॉलर के साथ काफी पीछे रह गए हैं। एलन मस्‍क की संपत्‍त‍ि में इजाफा स‍िर्फ उनकी कंपनी टेस्‍ला के स्‍टॉक उछलने से ही नहीं हुआ है। बल्‍कि इसमें क्रिप्‍टोकरेंसी इंवेस्‍टमेंट का भी काफी बड़ा हाथ रहा है। अक्‍टूबर के महीने में क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमत में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली है। जिसकी वजह से एलन मस्‍क ही नहीं बल्‍कि आम निवेशकों की दौलत में भी काफी इजाफा देखने को मिला है। आइए आपको भी बताते कि बिटकॉइन, इथेरियम के अलावा डॉगेकॉइन ने अक्‍टूबर के महीने में निवेशकों की दौलत में कितना इजाफा किया है।

क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए

क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए

आज इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स, काई सारे ऐसे एप्स मौजूद हैं जो बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं. साधारण भाषा में कहें, क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ तो कई ऑनलाइन मार्केट प्लेस से बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं.

जब से बिटकॉइन का जन्म हुआ है तब से ही बिटकॉइन की खूब चर्चा हो रही है. शुरुआत में तो ये हालात थे कि चारों तरफ हर किसी के मुंह से बिटकॉइन ही बिटकॉइन सुनाई देता था. कई देशों की सरकारों के विरोध के बाद इसकी बातें बहुत कम हो गई थीं लेकिन अब एक बार फिर से बिटकॉइन की चर्चा ज़ोरों पर है और इसके पीछे का कारण है बिटकॉइन की कीमत। दरअसल, बिटकॉइन की कीमत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. जानकारी हो कि मौजूदा वक्त में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 26 लाख रुपए हो चुकी है लगातार बढ़ती ही जा रही है यही वजह है कि निवेशक इन दिनों बिटकॉइन में भर-भर के निवेश कर रहे हैं.

The Greater Fool Theory: क्या है ग्रेटर फूल थ्योरी ? बिल गेट्स ने क्यों की क्रिप्टोकरेंसी से इसकी तुलना?

बिल गेट्स

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अपूर्वा राय

  • नई दिल्ली,
  • 16 जून 2022,
  • (Updated 16 जून 2022, 11:28 AM IST)

भारत के लाखों निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में किया है करोड़ों रुपये का निवेश

डिजिटल करंसी क्रिप्टो और एनएफटी को दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स Bill Gates ने बकवास बताया है. गेट्स ने क्रिप्टो करेंसी और नॉन फंजिबल टोकन्स (NFT) में निवेश करने को मूर्खतापूर्ण कदम करार दिया है. गेट्स शुरू से ही क्रिप्टो करेंसी के आलोचक रहे हैं. उनका मानना है कि वे ऐसी चीजों में पैसा लगाना पसंद करेंगे जिसका कोई वैल्यूएबल आउटपुट हो. डिजिटल एसेट्स क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ पर बिल गेट्स को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. वे इनकी तुलना ग्रेटर फूल थ्योरी से करते हैं.

क्या है ग्रेटर फूल थ्योरी

यहां लोग बिना किसी कारण के महंगे दाम में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (NFTs) खरीदते हैं और उसे किसी दूसरे अमीर शख्स को बेच देते है इसे ही ग्रेटर फूल थ्योरी कहते हैं. आसान भाषा में समझें तो ग्रेटर फूल थ्योरी यह बताती है कि बाजार में हमेशा एक "बड़ा मूर्ख" होता है जो पहले से ही अधिक मूल्य वाली संपत्ति को और अधिक कीमत चुकाकर खरीद लेता है.

भारत के लाखों निवेशकों ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में किया है करोड़ों रुपये का निवेश

डिजिटल करंसी क्रिप्टो और एनएफटी को दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स Bill Gates ने बकवास बताया है. गेट्स ने क्रिप्टो करेंसी और नॉन फंजिबल टोकन्स (NFT) में निवेश करने को मूर्खतापूर्ण कदम करार दिया है. गेट्स शुरू से ही क्रिप्टो करेंसी के आलोचक रहे हैं. उनका मानना है कि वे ऐसी चीजों में पैसा लगाना पसंद करेंगे जिसका कोई वैल्यूएबल आउटपुट हो. डिजिटल एसेट्स पर बिल गेट्स को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. वे इनकी तुलना ग्रेटर फूल थ्योरी से क्या कोई बिटकॉइन से अमीर हुआ करते हैं.

क्या है ग्रेटर फूल थ्योरी

यहां लोग बिना किसी कारण के महंगे दाम में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (NFTs) खरीदते हैं और उसे किसी दूसरे अमीर शख्स को बेच देते है इसे ही ग्रेटर फूल थ्योरी कहते हैं. आसान भाषा में समझें तो ग्रेटर फूल थ्योरी यह बताती है कि बाजार में हमेशा एक "बड़ा मूर्ख" होता है जो पहले से ही अधिक मूल्य वाली संपत्ति को और अधिक कीमत चुकाकर खरीद लेता है.

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