Ratan Tata की इन 6 बातों में छिपा है कामयाब जिंदगी का सबसे बड़ा सबक
नई दिल्ली. आजकल हर कोई पैसा कमाना (Earning money) चाहता है, सफल होना (Successful) चाहता है, लेकिन उसे पाने के लिए उस रास्ते पर चलना कम ही लोग चाहते हैं. अगर आप अपना कारोबार शुरू कर रहे या पहले से बिजनेस में हैं, लेकिन तरक्की की राह देख रहे हैं तो आपके लिए बिजनेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata)की बातें मददगार साबित हो सकता है.
दिग्गज उद्योगपति और टाटा सन्स के चेयरमैन रतन टाटा ने देश के कई सफल स्टार्टअप्स में बड़े पैमाने पर निवेश किया है. हालांकि वे खुद को ऐक्सिडेंटल इन्वेस्टर मानते हैं, लेकिन उन्होंने जिस भी स्टार्टअप में निवेश किया, ज्यादातर कंपनियां सफल रहीं और आज उनका कारोबार अरबों में है.
आइए जानते हैं उनके मुताबिक, प्रमुख बातें ध्यान में रखनी चाहिए…
1. इनोवेशन पर हो जोर : रतत टाटा का मानना है कि उन स्टार्टअप्स का भविष्य शानदार है, जिन्होंने नए प्रयोग किए हैं. इसलिए इनोवेशन करते रहना चाहिए. टाटा स्टार्टअप के लिए इनोवेशन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं.
2. वैल्यू पर फोकस : टाटा ग्रुप की बात की जाय तो हर कोई जानता है कि इस ग्रुप की वैल्यू काफी हाई है. ऐसे में रतन टाटा उम्मीद करते हैं कि स्टार्टअप भी वैल्यू फैक्टर को प्रमुखता दें. रातोंरात फरार जैसी घटना के वे सख्त खिलाफ हैं.
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3. प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड हो पॉजिटिव : रतन टाटा के मुताबिक, स्टार्टअप के प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड कैसा है, वह किस आइडिया के साथ आए हैं और इसके सल्यूशंस को लेकर उनकी सोच के आधार पर काम करते हैं. टाटा के मुताबिक, वे नई कंपनी में निवेश करना पसंद करते हैं. खासकर नए आइडियाज वाले स्टार्टअप में.
4. कोई राइट टाइम नहीं : अक्टूबर 2019 में एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने कहा था कि स्टार्टअप के लिए ग्लोबल होने के लिए राइट टाइम जैसा कुछ नहीं होता है. यह जिम्मेदारी और समझ फाउंडर की होती है कि कब उन्हें अपना वैश्विक विस्तार करना है. साथ ही रतन टाटा ने कहा था कि मैं यह भी देखता हूं कि प्रमोटर्स कितने मच्योर हैं और अपनी नई कंपनी को लेकर वे कितना गंभीर हैं.
5. काम को दें तरजीह : ऐसे भारत के कई औद्योगिक घरानों के साथ होता है कि वे उद्योग के साथ-साथ राजनीति में भी दिलचस्पी लेने लगते हैं. लेकिन टाटा ग्रुप और खास तौर से रतन टाटा इन चीजों से हमेशा बचते रहे हैं. उन्होंने हमेशा अपने जीवन में काम को ही सबकुछ समझा. सबसे पहले काम ही तरजीह दी है.
6. दूसरों को दें सम्मान : रतन टाटा को निजी तौर पर जानने वालों का कहना है कि वे हमेशा ही शांत और सौम्य बने रहते हैं. वे अपनी कंपनी के छोटे से छोटे कर्मचारी तक से बड़े प्यार से मिलते हैं.
छोटी रकम से मोटी कमाई, जानिए कहां पा सकते हैं निवेश पर ऊंचे रिटर्न
अगर आप भी एफएंडओ में माहिर होना चाहते हैं और तेजी के साथ कमाई करना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में अच्छी तरह से समझना होगा। आज हम आपको एफएंडओ की शुरुआती जानकारी देते हैं जिसके बाद आप इस मार्केट में आगे के लिए कदम बढ़ा सकते हैं।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। शेयर बाजार में कारोबार करने वाले शुरुआती निवेशकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण F&O का होता है। दरअसल बाजार में कई निवेशक F&O के जरिए कम रकम से ऊंचा मुनाफा पाने की कोशिश करते हैं और उसमें सफल भी जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 4 खास बातें होते हैं और ऊंचे रिटर्न की ये कहानियां आम निवेशकों को आसानी से प्रभावित भी करती हैं। हालांकि शेयर बाजार को समझने वाले जानते हैं कि एफएंडओ यानि Future and Option का फायदा तभी मिलता है जब आपको अच्छी तरह से जानकारी हो। अगर आप भी एफएंडओ में माहिर होना चाहते हैं और तेजी के साथ कमाई करना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में अच्छी तरह से समझना होगा। आज हम आपको एफएंडओ की शुरुआती जानकारी देते हैं। जिसके बाद आप इस मार्केट में आगे के लिए कदम बढ़ा सकते हैं।
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क्या होता है फ्यूचर और ऑप्शन?
फ्यूचर और ऑप्शन Derivative Market का हिस्सा होते हैं। आपको बता दें कि डेरिवेटिव ऐसे financial investments होते हैं जिनकी वैल्यू किसी अन्य एसेट से तय होती है जैसे शेयर, कमोडिटी या इंडेक्स। डेरिवेटिव 4 तरह के होते हैं फारवर्ड, फ्यूचर , ऑप्शन और स्वै प। हालांकि अगर स्टॉक मार्केट में कारोबार की बात करें तो वहां दो तरह के ही डेरिवेटिव होते हैं जिन्हें हम फ्यूचर और ऑप्शन कहते हैं, बाकी को आप मार्केट में ट्रेड नहीं कर सकते। सीधे शब्दों में कहें तो फ्यूचर और ऑप्शन एक डेरिवेटिव होते हैं जिनको बाजार में ट्रेड कर सकते हैं।
क्या होता है फ्यूचर?
Future एक डेरिवेटिव फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होता हैं, जिसमें भविष्य के लिए पहले से तय समय और कीमतों पर किसी एसेट की खरीद और बिक्री का कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है, फ्यूचर की सबसे बड़ी खासियत कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों को पूरा करने की बाध्यता होती है। यानि अगर आपने फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट किया है, तो भले ही आप फ्यूचर के खरीदार है या विक्रेता है तो आपको तय समय और तय तारीख पर एसेट से जुड़ी खरीद या बिक्री की शर्त पूरी करनी होगी, भले ही आपको उसमें नुकसान क्यो न हो रहा हो। हालांकि आप इस कॉन्ट्रैक्ट को इस अवधि में ट्रेड कर सकते हैं, यानि किसी तीसरे को बेच सकते हैं, जिससे आप शर्त पूरी करने की बाध्यता से बच सकें। इसे ही फ्यूचर ट्रेडिंग कहते हैं।
क्या होता है ऑप्शन?
Option भी फ्यूचर की तरह ही होतें हैं लेकिन फ्यूचर की तरह इसमें शर्त पूरी करने की बाध्यता नहीं होती. यानि आप चाहें तों एसेट की खरीद या बिक्री जो भी आपने शर्त रखी हो उससे पीछे हट सकते हैं. यानि इस डेरिवेटिव फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट में ऑप्शन दिया जाता है। हालांकि इस ऑप्शन की एक कीमत होती है जिसे प्रीमियम कहा जाता है। यानि अगर आप एसेट की खरीद या बिक्री की शर्त से पीछे हटते हैं तो आपको ये प्रीमियम रकम छोड़नी होगी। बाजार के निवेशक घाटे का बड़ा सौदा करने की जगह प्रीमियम छोड़ना ज्यादा बेहतर समझते हैं. इसलिए ये रणनीति छोटे नुकसान की मदद से बड़ा नुकसान बचाने में मदद करती है। ऑप्शन दो तरह के होतें हैं कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन। कॉल ऑप्शन में ऑप्शन खरीदार के पास एसेट की खरीद का ऑप्शन मिलता है, वहीं पुट ऑप्शन में ऑप्शन खरीदार के पास एसेट बेचने का ऑप्शन होता है।
क्या है फ्यूचर और ऑप्शन का फायदा?
Future & Option एक रणनीति होती है जिसमें आप पहले ही भविष्य में किए जाने वाले सौदे को तय कर सकते हैं। अधिकांश निवेशक इस रणनीति की मदद से कम पैसों के साथ ज्यादा कमाई की उम्मीद करते हैं क्योंकि इन कॉन्ट्रैक्ट के लिए आपको सौदे की तिथि से पहले पूरी रकम नहीं देनी होती। ऐसे में अगर बाजार को लेकर निवेशक की सोच भविष्य के लिए सही रहती है तो वो कम पैसा लगाकर ज्यादा मुनाफा कमा सकता है। वहीं कई निवेशक इन सौदों की मदद से अपना नुकसान भी सीमित करते हैं। दरअसल बाजार की चाल समझने में निवेशकों को गलती हो सकती है, ऐसे में निवेशक एफएंडओ की मदद से नुकसान कम करने की भी कोशिश करते हैं। यानि फ्यूचर और ऑप्शन बाजार के निवेशकों के लिए एक अतिरिक्त विकल्प मुहैया कराता है जिससे एक तरफ वो सही फैसला लेकर फायदा कई गुना कर सकते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ वो नुकसान की स्थिति में अपना घाटा कम कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए बाजार के किसी जानकार की मदद एफएंडओ की जानकारी पाना बेहद जरूरी है। 5paisa आपको बाजार के इस बेहद जटिल लेकिन बेहद फायदेमंद मार्केट की पूरी जानकारी देता है। इन जानकारियों की मदद से आप एफएंडओ में बेहद कम रकम से साथ ऊंचे फायदे उठाने में सफल रह सकते हैं।
अमीर बनने के कारगर जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 4 खास बातें तरीके, जानिए 10 महत्वपूर्ण बातें जो आपको दौलतमंद बनाती हैं
अपनी बचत का निवेश सही जगह पर करेंगे तो आपको बेहतरीन रिटर्न कमाने में मदद मिलेगी.
सीमित आमदनी के बाद भी अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो आज से ही बचत शुरू कर दीजिए. जीवन में कमाना, बचाना जरूरी है लेकिन अप . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 10, 2021, 11:37 IST
How to Get Rich: ज्यादातर लोगों का सपना अमीर बनना होता है. लोग जल्दी से जल्दी करोड़पति बनना चाहते हैं. लेकिन सभी सफल नहीं होते. कुछ ही लोग होते हैं जो अपने सपने को पूरा कर पाते हैं. लोग चाहते हैं कि उनके पास सुंदर घर, शक्तिशाली कार और शानदार छुट्टियां खरीदने के लिए पर्याप्त धन हो. लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि अमीर होने का वास्तव में क्या मतलब है और इसके लिए क्या आवश्यक है.
सीमित आमदनी के बाद भी अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो आज से ही बचत शुरू कर दीजिए. जीवन में कमाना, बचाना जरूरी है लेकिन अपनी बचत पर सबसे अधिक रिटर्न कमाना अमीर बनने की बुनियादी शर्त है. आइए जानते हैं अमीर बनने के सबसे महत्वपूर्ण मंत्र…
अपने कौशल का उपयोग अपना बिजनेज खड़ा करने में करें –
किसी एक चीज़ को किसी से बेहतर करने को अपना लक्ष्य बनाएं. उस पर काम करें, उसे सीखें, अभ्यास करें, उसका मूल्यांकन करें और उसे परिष्कृत करें. आप पाएंगे कि अधिकांश खेल-खिलाड़ी या मनोरंजन करने वाले करोड़पति हैं, और ऐसा इसलिए है क्योंकि वे अपने कौशल का पूरी तरह से उपयोग कर रहे हैं. यदि कोई ऐसी चीज है जिसमें आप अच्छे हैं, तो संभावना है कि आप उससे काफी रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
यह एक विशेष क्षेत्र के शीर्ष होने की एक ही अवधारणा है. जब आप किसी चीज में सर्वश्रेष्ठ होते हैं, तो आप पाते हैं कि अवसर आपके पास आते हैं. किसी चीज़ का विशेषज्ञ बनने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि कभी भी सुधार करना बंद न करें. सफल लोग खुद को बेहतर बनाने में समय, ऊर्जा और पैसा लगाते हैं, और यह आपके लिए अब तक का सबसे फायदेमंद निवेश हो सकता है.
आरंभ करने के लिए, पता करें कि आप किस कौशल को विकसित करना चाहते हैं. उस एक चीज़ पर दुनिया के दस सर्वश्रेष्ठ लोगों की सूची बनाएं, और इस सूची का उपयोग मानदंड को परिभाषित करने और सर्वश्रेष्ठ बनने की दिशा में अपनी प्रगति को ट्रैक करने के लिए करें.
2. ज्यादा बचाएं
जल्द शुरुआत: अगर किसी ने 25 साल की उम्र से शुरुआत कर दी तो सिर्फ एक लाख रुपये सालाना का निवेश उसे 60 साल की उम्र में पांच करोड़ रुपये का मालिक बना देगा. इसके लिए 12% सालाना रिटर्न का अनुमान लगाया गया है. अगर निवेश शुरू करने में 10 साल की देर हो जाये तो इतनी ही संपत्ति जुटाने के लिए सालाना निवेश 3.5 लाख रूपये करना पड़ेगा.
अगर आप 45 साल की उम्र में बचत शुरू करें तो अगले 15 साल में पांच करोड़ जुटाने के लिए आपको सालाना 12 लाख रुपये का निवेश करना होगा.
3. खर्च में समझदारी: क्रेडिट या डेबिट कार्ड का बहुत अधिक इस्तेमाल न करें. जब बोनस मिले तो इसे भी एक सैलरी की तरह मानकर खर्च और बचत करें.
4. बचत बढ़ाएं
क्यों है जरूरी : सालाना बचत की रकम बढ़ाते रहने से आप अपने वित्तीय लक्ष्य को जल्द प्राप्त कर सकेंगे. इसकी मदद से आप बड़े लक्ष्य को भी आसानी से प्राप्त कर पाएंगे. अगर आप बचत में वृद्धि नहीं कर पाएंगे तो महंगाई की वजह से आपकी बचत में असल बढ़ोतरी नहीं होगी.
स्टेप-अप सिप आपकी जरूरत और लचीलेपन के हिसाब से होती है. हर किसी के लिए जरूरी नहीं कि साल में सिप की रकम में 10% वृद्धि हो ही जाय. इस हिसाब से आप चाहें तो पांच फीसदी वृद्धि ही कर सकते हैं.
5. सही जगह निवेश करें: अपनी बचत का निवेश सही जगह पर करेंगे तो आपको बेहतरीन रिटर्न कमाने में मदद मिलेगी. नुकसान का डर बहुत से लोगों में लाभ की ख़ुशी से अधिक असर डालता है. आपको इस डर से बाहर निकलना होगा.
6. साधारण तरीका अपनाएं : पोर्टफोलियो को बहुत सामान्य रखें. बहुत से निवेश उत्पाद लेकर अपना जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 4 खास बातें पोर्टफोलियो कॉम्प्लेक्स नहीं बनायें. कई निवेशक रिटर्न को लेकर बड़ी उम्मीद पालने की गलती करते हैं. ऐतिहासिक रिटर्न को देखते हुए ही उम्मीद लगायें.
7.ऑटो-इन्वेस्ट करें: निवेश के अनुशासन को बनाये रखना जरूरी है. लंबी अवधि के सिप शुरू करें. नियमित अंतराल पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करें.
8. फंड का उपयोग दूसरे काम में नहीं करें
निवेश को लक्ष्य से लिंक करें : किसी एक लक्ष्य के लिए किये जा रहे निवेश से दूसरा काम नहीं करें. इससे आपको फंड समय से पहले निकालने की जरूरत पड़ेगी और निवेश सही तरीके से नहीं बढ़ पायेगा.
9. इमरजेंसी फंड. निवेश को सुरक्षित बनाने के एक तरीका इमरजेंसी फंड बनाना भी है. इमरजेंसी फंड आपको आकस्मिक मदद देगा. ऐसे में किसी खास लक्ष्य के लिए आपका निवेश अपना काम जारी रखेगा.जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 4 खास बातें
10. लॉक इन वाले निवेश में लगायें पैसे : निवेश को सुरक्षित रखने का एक तरीका यह भी है कि आप उसे लॉक इन वाले विकल्पों में लगायें. एक तो इनमें समय से पहले निवेश भुनाने की सुविधा नहीं होती और अगर किसी वजह से हो भी तो काफी नुकसान उठाना पड़ता है.
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Investment Tips : शेयर बाजार के इस उतार-चढ़ाव में ये 10 बातें आपका पैसा डूबने से बचाएंगी, पढ़िए डिटेल
दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए.
क्या आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं. अगर हां तो उन शुरुआती गलतियों से बचिए जो अक्सर नए निवेशक करते हैं. कुछ ऐसी गल . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 01, 2022, 08:50 IST
Investment Tips: रूस-यूक्रेन संकट, महंगाई और यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के डर से च दुनिया भर के शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव चल रहा है. भारतीय शेयर बाजार भी इससे अछूते नहीं है. इन सबके बीच निवेशक सोच रहे हैं कि कहां और कैसे निवेश करें. किन गलतियों से बचें और क्या करें ? खासतौर से कोरोना के बाद कोरोड़ों की संख्या में नए डिमैट अकाउंट खुले हैं. इन नए निवेशकों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी निवेशक को कुछ बुनियादी बातों को जरूर सीखना चाहिए और सामान्य सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
आईए जानते हैं ऐसी ही दस प्रमुख बातें …
1- पहले कंपनी को समझें
यह निवेश का पहला और बेसिक नियम है, जिसे हर एक निवेशक को फॉलो करना चाहिए. वैसे हर आदमी से यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह हर एक कंपनी की समझ रखे. इसके बावजूद हमें प्रयास करना चाहिए कि कम से कम कंपनी के बिजनेस की बेसिक समझ रखें, जैसे कंपनी क्या करती है और अपनी प्रतिद्वन्दी कंपनियों के सामने कैसे खड़ी है.
2- पोर्टफोलियों कैसा होना चाहिए
अक्सर हम देखते हैं कि निवेशक या तो अपने पोर्टपोलियो में विविधता नहीं रखते या फिर अत्यअधिक विविधता कर लेते हैं. जबकि इन दोनों के बीच संतुलन रखना सबसे महत्वपूर्ण है. जैसे मान लीजिए आपके पास दस शेयर हैं और आपने किसी एक या दो सेक्टर के ही सारे शेयर ले रखें हैं. इससे बचना चाहिए. दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए. ज्यादा संख्या में भी शेयर रखने से बचना चाहिए. इसलिए जोखिम से बचने के लिए एक संतुलित वाली पोर्टफोलियों रखें.
3- दूसरे के पोर्टफोलियो का अनुकरण
सफल निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखना गलत नहीं है और शुरुआत में उसके निवेश निर्णय से आप भी सीख सकते हैं. इसके साथ ही निवेश की अपनी समझ विकसित करें. लंबे समय में दूसरे को ब्लाइंडली फॉलो करना खतरनाक होता है क्योंकि हर निवेशक के पास विभिन्न फैक्टर होते और अपने प्लान होते हैं. इस चीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हम सभी जानते हैं कि कार कैसे चलाते हैं लेकिन जब आप सड़क पर गाड़ी लेकर जाते हैं तो सामने वाली कार को देख कर चलाते हैं या अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं. सामने वाली कार को फॉलो करना कितना खतरनाक हो सकता है यह आप समझ सकते हैं. यही स्थिति निवेश में भी होती है.
4- अपने निवेश के साथ भावनात्मक लगाव न रखें
सबसे खराब निवेश के निर्णय वो होते हैं जो आप भावनाओं के आधार पर लेते हैं या फिर आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को आपके इमोशन प्रभावित करते हैं. यह देखने की बजाय कि कंपनी का प्रदर्शन और उसका फंडामेंटल कैसा है.
5- अपनी निवेश के सिद्धांत पर अडिग रहें
जब हम किसी कंपनी को निवेश के लायक समझते हैं तब हम उससे संबंधित कुछ प्रमुख निर्धारक बिंदु देखते हैं. कंपनी कितना विकास करेगी और भविष्य में कंपनी की रणनीति क्या होगी, ऐसी बहुत सारी चीजें हम समझते हैं. यह कंपनी का एक्सपेंसन जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 4 खास बातें प्रोजेक्ट, रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट शेयर गेन, प्रोडक्ट की आगे वैल्यू एडिशन जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं. यदि इनमें से किसी भी चीज को आप निवेश के बाद गड़बड़ होते हुए पाते हैं तो तुरंत समीक्षा करिए.
6. घाटे से डरिए मत, सीखिए
हां, यह हर निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसे सीखना और इससे बचना. सभी लोग कभी न कभी, किसी न किसी स्टॉक में गलत निर्णय ले लेते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह हमारे सीखने की प्रक्रिया का भी हिस्सा है. अगर कभी आप गलत शेयर ले लिए हैं और घाटा हो रहा है तो घाटे से डरिए मत, उससे निकल लीजिए. ज्यादा देर मत करिए और किसी दूसरे स्टॉक में मौका देखिए. घाटे से डरिए मत, सीखिए.
7. पेनी स्टॉक से बचना चाहिए
अक्सर नए निवेशक जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में पेनी स्टॉक में पैसा लगा देते हैं. किसी दूसरे का सुन के कि इस 2 रुपए के स्टॉक ने 6 महीने में 500 फीसदी रिटर्न दिया, निवेश नहीं करना चाहिए. सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं पेनी स्टॉक जब चढ़ता है या उसमें अपर सर्किट लगने लगता है तो लोग पैसा लगाने के लिए जल्दीबाजी करने लगते है. लेकिन जब पेनी स्टॉक गिरता है या उसमें लोअर सर्किट लगता है तो निवेशक शेयर बेट भी नहीं पाते औऱ घाटा उठाना पड़ता है. इसलिए हमेशा फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करें.
8- जल्दी से जल्दी करोड़पति बनने की चाहत वाले शेयर बाजार से दूर रहें
अक्सर नए निवेशक शेयर बाजार में रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं. वो किसी और का सुन रख होते हैं या फिर बाजार को सट्टा का अड्डा समझते है. ऐसा सोचने वालों को बाजार से दूर रहना चाहिए. शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए औऱ लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.
9 – नए निवेशकों को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए
वर्तमान में बाजार में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव है. सामान्य परिस्थिति में भी नए निवेशक को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए. यहीं जल्दी पैसा डूबता है. क्योंकि आपको बाजार का लंबा अनुभव औऱ ज्ञान नहीं है. बारिकियां नहीं पता है. लिहाजा घाटा होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है. इसलिए बेहतर कंपनी में निवेश करें न कि इंट्रा डे ट्रेडिंग करें.
10- जितना पैसा लगाइए उतना ही ज्यादा पढ़िए
शेयर बाजार में आप जितना ज्यादा पैसा लगा रहे हैं उतना ही ज्यादा पढ़िए. मार्केट, कंपनी, रिजल्ट, विशेषज्ञों की सलाह, ग्लोबल मार्केट का रूख इन सारी चीजों के बारे में जितना जानेंगे, आपके लिए बेहतर होगा.
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