राजस्व सचिव बजाज ने कहा, “लेकिन हां, अगर आप पैसा कमाते हैं तो आपको टैक्स देना होगा… हमें पहले ही कुछ टैक्स मिल चुके हैं, कुछ ने इसे एक प्रॉपर्टी के रूप में माना है और इस पर कैपिटल गेन टैक्स का भुगतान किया है.” यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग में शामिल लोगों को फैसिलिटेटर, ब्रोकरेज और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में मान्यता दी जाएगी और जीएसटी के तहत टैक्स कैसे लिया जाएगा. इस पर बजाज ने कहा, “अन्य सेवाओं के लिए जीएसटी के नियम पहले से उपलब्ध हैं, इसलिए जीएसटी की जो इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं भी दर है, उन पर (क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग या अन्य सर्विस) टैक्स लगाया जाता है. यही नियम क्रिप्टो पर भी लागू होगा.” उन्होंने कहा, “उन्हें (फैसिलिटेटर, ब्रोकरेज) खुद को रजिस्टर करवाना होगा. जीएसटी कानून बहुत स्पष्ट है. अगर कोई बिजनेस होता है, अगर कोई ब्रोकर है जो लोगों की मदद कर रहा है और ब्रोकरेज शुल्क ले रहा है, तो जीएसटी वसूला जाएगा.”

बेदाग होते हुए भी कलंक साथ लेकर घूमने को मजबूर, घुमंतू समाज

इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं

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शेयर चुनने का सबसे आसान तरीका, 5 मिनट में खुद बनें Market Expert!

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 22 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं चाहते हैं तो पहले ये जान लें, क्या है सही शेयर चुनने का तरीक़ा. अधिकतर रिटेलर (Retailer) या फिर कहें आम आदमी, अक्सर दूसरे के कहने पर शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करते हैं, उन्हें कोई कह देता है कि ये Stock अच्छा रिटर्न (Return) दे सकता है और फिर उसमें वे अपनी गाढ़ी कमाई लगा देते हैं. लेकिन क्या आपने ये कभी जानने की कोशिश की है कि जिस कंपनी के स्टॉक में आप निवेश कर रहे हैं, उसका कारोबार कैसा है?

बाबा की मर्जी के बिना नहीं कटेगी डाल, टीएस सिंहदेव के भड़कने पर नरम पड़े भूपेश बघेल

बाबा की मर्जी के बिना नहीं कटेगी डाल, टीएस सिंहदेव के भड़कने पर नरम पड़े भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलन पर सियासत हावी होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार पर हमलावर है तो वहीं सीएम भूपेश बघेल का भी बड़ा बयान सामने आया है। बघेल ने कहा कि टीएस सिंहदेव सरकार के वरिष्ठ मंत्री हैं और उस क्षेत्र के विधायक हैं। अगर इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं वो नहीं चाहेंगे तो पेड़ क्या एक डंगला (डाल) भी नहीं कटेगी। आंदोलनकारियों के साथ खड़े होने और गोली चलने पर पहली गोली खाने की बात पर भूपेश बघेल ने कहा कि बाबा साहब (टीएस सिंहदेव) का बयान आया है कि पहली गोली मुझे लगेगी। गोली चलने की नौबत ही नहीं आएगी, जो गोली चलाएगा पहले उन पर ही गोली चल जाएगी।

आलेख: परिपक्वता का परिचय दें किसान संगठन: डॉ. सुरजीत सिंह गांधी

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एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं नए कृषि कानूनों पर कुछ किसान संगठनों एवं केंद्र सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। एक इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं तरफ सरकार किसानों को निरंतर यह समझाने का प्रयास कर रही है कि तीनों कृषि कानून उनके हित में हैैं तो दूसरी तरफ किसान इस जिद पर अड़े हैैं कि इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। पिछले कई दौर की असफल वार्ताओं के इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं बाद पूरे देश की नजरें आज होने वाली वार्ता पर इस उम्मीद से टिकी हैं कि इस समस्या का हल अवश्य ही निकलना चाहिए। अन्यथा इसका दुष्प्रभाव पूरे देश पर पड़ सकता है।

महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि इस समस्या का हल क्या हो? दोनों इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं पक्षों को वार्ता प्रारंभ करने से पहले ही यह समझना होगा कि समाधान के लिए दोनों को कुछ कदम पीछे हटाने ही पड़ेंगे। सरकार को दरियादिली दिखाते हुए किसानों के मन में इन कृषि कानूनों के प्रति उपजे अविश्वास को खत्म करने की पहल करते हुए यह विश्वास दिलाना होगा कि सरकार उनके लिए हमेशा उनके साथ खड़ी है। सरकार अपना एक कदम और पीछे हटाते हुए इन कानूनों में संशोधनों के साथ एमएसपी के लिए अधिसूचना भी जारी इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं कर सकती है। अब किसान नेताओं को भी सहमति के एक बिंदु पर खुद को टिकाना होगा तभी बातचीत का समाधान निकल सकेगा। 'दिल्ली चलोÓ का नारा देकर भावनात्मक आधार पर राजधानी के बाहर ऐसे लोगों की भीड़ एकत्र करने से समस्या का समाधान नहीं निकलेगा जिन्हें कृषि कानूनों के दूरगामी प्रभावों की कोई जानकारी नहीं है।

शीत सत्र में क्रिप्टो बिल

सरकार की ओर से 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरंसी पर एक बिल पेश करने की संभावना है. यह बिल इसलिए अहम इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं माना जा रहा है क्योंकि ऐसी करंसी भ्रामक और बहकावे वाले दावे के साथ निवेशकों को बहकाने में लगी हैं. खास कर, हाल के दिनों में इस ट्रेडिंग कानून के बहकावे में न आएं क्रिप्टोकरंसी में निवेश पर आसान और उच्च रिटर्न का वादा करते हुए, फिल्मी सितारों वाले विज्ञापनों की संख्या बढ़ रही है.

अभी देश में क्रिप्टोकरंसी के उपयोग पर कोई रेगुलेशन या कोई प्रतिबंध नहीं है. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरंसी पर एक बैठक की और संकेत दिया कि इस मुद्दे से निपटने के लिए मजबूत कदम उठाए जा सकते हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में, बीजेपी सदस्य जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में स्टैंडिंग कमेटी ने क्रिप्टो एक्सचेंजों, ब्लॉक चेन और क्रिप्टो एसेट्स काउंसिल (बीएसीसी) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि क्रिप्टोकरंसीज पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए, लेकिन इसे रेगुलेट किया जाना चाहिए.

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