पी ए एम एम लेखा
यदि किसी सरल लोलक का आवर्तकाल .
यदि किसी सरल लोलक का आवर्तकाल (T) उसके गोलक के द्रव्यमान (m), धागे की लम्बाई (l) तथा गुरुत्वीय त्वरण (g) पर निर्भर करता है, तो विमीय विधि पी ए एम एम लेखा से आवर्तकाल के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए ।
Updated On: 27-06-2022
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Aap ko kya acha nahi laga
प्रश्न है कि यदि सरल लोलक का आवर्तकाल थी उसे गोला का द्रव्यमान एवं धागे की लंबाई एल तथा गुरुत्वीय त्वरण जी पर निर्भर करता है तो भी मैं विदिशा आवरतकाल के लिए व्यंजक स्थापित किए सरल लोलक है तो इस प्रश्न को हल करते हैं सबसे पहले प्रश्न के अनुसार हमें दिया है कि आवर्त का गोला के द्रव्यमान पर निर्भर करता है यानी कि माना कि पी ए एम एम लेखा आवरतकाल दी है एमबीए का के समानुपाती यथार्थ माना आवट का द्रव्यमान की एक हाथ के समानुपाती होता है अत निर्भर करने का मतलब यही है कि जो आवरतकाल अवैध रहमान की किसी ना किसी का हाथ के समानुपाती जरूर होगा चाहे वह क्या बायकोचे
24512 हो जाए माइनस वन बाय टू हो -1 हो इसी प्रकार के समानुपाती है एलकेएलकेबीके इसका मालिक लिखते हैं तथापि समानुपाती जी की घाटी के कमली सकता है समीकरण एक दो व तीन से तो यह हो जाएगा टी समानुपाती है एम के घाटे के एल की घाटी के तथा जी की काशी के सुजुकी समानुपाती स्थिरांक लगाने पर लाने पर ही बराबर हो लेखक के एम ए एल बी तथा जीसी
जहां के एक विमा ही इस तरह होगा एक भीमा इस तरह के क्योंकि कभी जोरावर काले वे द्रव्यमान लंबाई और गुड़ चित्रण पर ही निर्भर करता है तो किस पर निर्भर नहीं करना चाहिए तथा के 1 - 13 ही होना चाहिए इसके अनुसार हमें लिखनी है तो ठीक ही विमान की जो आवर्तकाल है उसकी भी मत समय की बीमा हो जाएगी एमपी बीमा मैच का समीकरण चार लिख देता हूं हम कि विमान के बराबर हो जाएगी एल की बीमा जो की लंबाई है वह एल के बराबर हो जाएगी तथा जी की बीमारियों की गुरुत्वीय त्वरण है उसकी भी मां होती है हेलो पी ए एम एम लेखा बंटी -2 सभी विमानों को
को समीकरण 4 में रखने पर 10 को शाम में 4:00 में रखने के पर हम पाते हैं कि जो आवर्तकाल है वह तो ठीक हो जाएगा क्योंकि कोई भी मां नहीं है तो हम उसको हटा देंगे सत्यम की खाल की खाट भी एलबम टी -20 काफी आगे हल्का ने पट्टी बराबर एमपी का दम सीधा सीधा करके लिख सकता है कि खाद बी प्लस सी क्यों किसी का अंदर * हो जाएगी टट्टी की घात - 2 साल की क्यों आते हो जाएगी एलजी का टीवी पर आज की काठी इधर दोनों जगह अलग अलग अलग है बी प्लस सी तुम उसको जोड़कर बी पी ए एम एम लेखा प्लस सी लिख दिया
ना ठीक ही काट - 2 को गुना हो रहा है तो ठीक है तुम्हारी दोस्ती हम सामान्य गणित के रोल जानते हैं कि घरों में कि दो गाते आपस में गुणा हो जाती है और 2 घाट यदि समान राशि की घात में अगर दो अलग अलग नंबर है तो वह दोनों जुड़ जाएंगे तब हम ठीक हो लिख सकता है m001 बराबर एम ए एल बी प्लस सी टी -20 दोनों और तुलना करने पर दोनों और तुलना करने पर हम पाते हैं कि सीएम की बीमारी एमपी बीमा सबसे पहले हम एमपी विमाओं की तुलना करते हैं उनकी मां की तुलना करने के बाद हम पाते हैं कि 1 बराबर 0 प्राप्त होता है
एल की बीमा की तुलना करने पर हम पाते हैं कि बी प्लस सी बराबर 0 प्राप्त हो रही की भी मांग की तुलना करने पर हम पाते हैं कि किट्टू सी - 2 से बराबर 1:00 हो रहा है कभी इधर से बराबर जीरो बी = - 3 सदस्य बराबर एक बटा दो आएगा दसवीं बराबर एक बटा दो को इधर रखने पर भी बराबर हमें एक बटा दो प्राप्त हो रहा है हमारे पास एक ही मानदेय बराबर जीरो बी बराबर 1 बटा 2 तथा थी बराबर एक बटा दो प्राप्त हो रहे समीकरण 44 में ए बी सी के मान रखने पर टी बराबर के एम के घर 0l की
घात 1 बटा दो शेट्टी की गाली देगा जी की घात प्रथम आसानी से लिख सकता है किट्टी बराबर के अंडर रूट अलबत्ता जी रूबी में रूप से अमर पाचवा भटकल का समीकरण निकल कर आता है वह पी बराबर के अंडर रूट एलपीजी है जहां केवी महीने स्थिरांक है कभी हमारे स्थिरांक है इस प्रकार हमारे प्रश्न हल होता है
कैसे ए पी ए (APA) फॉर्मेट में स्त्रोत का उद्धरण करें
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बहुत से संस्थान ए पी ए (अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन/APA) फॉर्मेट का इस्तेमाल संदर्भो को उद्धृत करने के लिए करते है, ऐसा विशेषकर खोज पत्रो में किया जाता हैं। इसमें एम एल ए (मॉडर्न लैंग्वेज एसोसिएशन/MLA) फॉर्मेट से आंशिक लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव होते है। आपके अगले खोज पत्र में उद्धरण के लिए ए पी ए (APA) फॉर्मेट के बारे में बुनियादी बाते जानने और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए इस लेख को आगे पढ़ते रहें।
- संदर्भ पृष्ठ पर दो पंक्तियों के बीच में कोई अतिरिक्त खाली पंक्ति नहीं होनी चाहिए। आपको उद्धरण को प्रथम पंक्ति की शुरुआत से थोड़ा बायीं तरफ और छोर से दूर रखना चाहिए।
- आपके उद्धरणों को संख्याबद्ध नहीं करे, उन्हें केवल बायें छोर से दूर रख कर ही अलग करें।
उद्धृत करते समय आपकी सूची को वर्णमाला के क्रमानुसार लिखें: आपके पूर्ण “संदर्भ” पृष्ठ में लेखकों के नाम उनके आखिरी नाम के अनुसार क्रमानुबद्ध होने चाहिए। अलग अलग संदर्भो में उद्धृत करते समय उन्हें वर्णमाला के क्रमानुसार लिखना आवश्यक नहीं है, लेकिन उन्हें उनके कार्य के अनुसार क्रम में लिखें।
प्रथम बड़े अक्षरों का सही स्थान पर इस्तेमाल करें: आपके पूर्ण उद्धरण में, लेखकों के नाम, पुस्तकों के शीर्षक, और उनके अन्य कार्यो और सभी सीधे उद्धृत और पहले से वर्णमाला के बड़े को बड़े अक्षरों में ही लिखें।
लेखकों को सही तरह से उद्धृत करें: ए पी ए फॉर्मेट में सभी लेखकों के नाम को पहले आखिरी नाम, फिर प्रथम नाम के क्रम में लिखा जाता है। एक ही लेखक होने की स्थिति में आप उनका पहला और दूसरा दोनों नामों को लिख सकते है, वही एक से ज्यादा लेखक होने की स्थिति में आप उनका आखिरी नाम पूर्ण और प्रथम नाम का पहला अक्षर लिख सकते हैं। किसी उद्धरण में जहाँ तीन से ज्यादा लेखक है तो उन सभी के नाम आपके द्वारा संदर्भ उद्धरण में लिखे जाने चाहिए, लेकिन यह आप सामान्य रूप से (लेखक 1, et al) भी टेक्स्ट उद्धरण के समय लिख सकते हैं।
शीर्षकों को सही से उद्धृत करें: बड़े खोज कार्य जैसे पूर्ण पुस्तक, जरनल (journals), या पत्रिकाओं (magazines) में उन शीर्षकों को इटैलिक (italicize) यानि तिरछा लिखें। इसके अतिरिक्त आप कार्य के नीचे लाइन भी बना सकते हैं। यदि आप किसी जरनल के केवल किसी भाग या किसी पुस्तक के एक लेख को संदर्भित कर तहे है, तो आपको इसे इटैलिक (italicize) लिखने की जरूरत नहीं है। हमेशा शीर्षक के मुख्य शब्दों को वर्णमाला के बड़े अक्षर से शुरू करें। [१] X रिसर्च सोर्स
पी ए एम एम लेखा
Last Updated on 31 st March 2022
TELEPHONE DIRECTORY OF SENIOR OFFICERS OF MTNL, MUMBAI
एमटीएनएल, मुंबई के वरिष्ठ अधिकारियों का टेलीफ़ोन निदेशालय
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A.M. and P.M.
यह बताया जा सकता है कि अंग्रेजी की तुलना में यह जटिल है पर हम हमेशा बोलचाल की भाषा में इसका इस्तमाल करते हैं। जैसे : सुबह 10 बजे मिलिए या शाम 6 बजे हम जाएंगे । अनुवाद में इसका इस्तमाल मैं करता हूँ और मुझे बिश्वास है कि दुसरों से सम्पर्क करने का यह सबसे आसान तरीका है।
Grading commentThanks Keshab but I wonder whether दिनके और रातके is acco to the function of that keys as the machined is designed as per the concept of a.m. / p.m. За этот ответ присуждено 4 очка KudoZ |
thus दिनपूर्व और रात्रपूर्व cannot bear the actual meaning and will be difficult. according to me दिन के अथवा रात के is the best option.
अन्ह means day. But the concept of a.m & p.m. is different where पी ए एम एम लेखा the day begins at midnight and also translating 10 p.m as अपरान्ह 10 बजे is ridiculous because अन्ह is nowhere present.There is only रात्रि. A
but the main problem is that in mobile there are only two choices a.m. and p.m. and voice help cannot have 4 choices viz. morning, noon, evening, night. There are clear instructions by client to balance both.
Пояснение:
These are now standard in use.
Пояснение:
Since you have only two option, Poorvahn & Aparahn is the best, but for making it simple, i suggest you Dopahar Se Pahale & Dopahar Baad.
Пояснение:
a.m. and p.m. समयकाल समझाने के लिए इस्तमाल किया जाता है और अंग्रेजी में यह बहुत आसान तरीका है। भारतीय भाषाओं में इन्हें समझाने के लिए समयकालों का नाम पी ए एम एम लेखा लिखना आवश्यक है। पूर्वान्ह या अपरान्ह ही लिखा जाता है पर यह बहुत ही श्लिष्ट भाषा है । इसलिए हम इसतरह लिखते हैं:
5 a.m. सुबह 5
11.30 a.m. सुबह 11.30
2 p.m. दोपहर 2
5 p.m. शाम 5
8 p.m. रात 8
1a.m. रात 1
यह बताया जा सकता है कि अंग्रेजी की तुलना में यह जटिल है पर हम हमेशा बोलचाल की भाषा में इसका इस्तमाल करते हैं। जैसे : सुबह 10 बजे मिलिए या शाम 6 बजे हम जाएंगे । अनुवाद में इसका इस्तमाल मैं करता हूँ और मुझे बिश्वास है कि दुसरों से सम्पर्क करने का यह सबसे आसान तरीका है।
Yes, it is a problem to write in SMS because mobile is a new concept. Then we have to create something new. I can suggest an option. we can use Din (दिन) and Raat(रात) to overcome the problem.
e.g. 10 A.M.= दिन 10
10 P.M.=रात 10
Similarly 2 A.M.= रात 2
2 P.M.= दिन 2
At least it is clear that Hindi cannot obey the western time division. It may be sometimes confusing. So when we say सोमवार के रात 3.30 बजे उठना है क्यों कि सुबह हमें जाना है- then we have to keepin mind that the very morning is also monday. However, युगों के साथ क़दम मिलाकर हमें जो चलना है !!
Thanks Keshab but I wonder whether दिनके और रातके पी ए एम एम लेखा is acco to the function of that keys as the machined is designed as per the concept of a.m. / p.m. |
Пояснение:
The requirement shoul be constrained within two words for voicing. Thus, the dupahar can be ignored by opting shaam for dupahar and shaam. Otherwise AM PM will be the best option.
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भगदड़ मामला: शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई से इनकार
नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल सरकार की उस याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया, जिसमें राज्य के पश्चिम बर्धमान जिले में एक कंबल वितरण कार्यक्रम में मची भगदड़ के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया गया था। बंगाल सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए. एम. सिंघवी पी ए एम एम लेखा ने प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा की पीठ से कहा कि वह मामले में प्राथमिकी दर्ज करने पी ए एम एम लेखा पर ‘‘पूर्ण’’ रोक लगाने
बंगाल सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए. एम. सिंघवी ने प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा की पीठ से कहा कि वह मामले में प्राथमिकी दर्ज करने पर ‘‘पूर्ण’’ रोक लगाने वाले उच्च न्यायालय के आदेश में बदलाव का अनुरोध कर रहे हैं।
सिंघवी ने कहा कि उक्त आदेश पारित करने वाले उच्च न्यायालय के न्यायाधीश उपलब्ध नहीं थे, इसलिए इसमें संशोधन के लिए शीर्ष अदालत में याचिका दायर की गई है।
पीठ ने ‘‘इस स्तर पर’’ याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से कहा कि वह कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर करे।
इसके बाद राज्य सरकार ने अपनी याचिका वापस ले ली।
पुलिस के मुताबिक, पश्चिम बर्धमान जिले में कंबल वितरण कार्यक्रम में बुधवार को भगदड़ मचने से तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
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