Mutual Fund में बना रहे हैं निवेश की योजना, जानें फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में; सही फैसला लेने में मिलेगी मदद
Flexi Cap Mutual Fund फ्लेक्सी कैप फंड एक प्रकार की इक्विटी म्युचूअल फंड स्कीम है। इसमें लार्ज कैप मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश किया जाता है। फ्लेक्सी कैप में अन्य म्युचूअल फंड स्कीम की तुलना में अधिक लचीलापन होता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। म्युचूअल फंड योजनाओं ने पिछले कुछ समय में निवेशकों का ध्यान अधिक रिटर्न की वजह से आकर्षित किया है। म्युचूअल फंड उन निवेशकों के बीच में एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरा है, जिन्हें शेयर बाजार के बारे में सीमित जानकारी है और वे बाजार में निवेश करना चाहते हैं।
म्युचूअल फंड में भी कई प्रकार होते हैं, जिसमें निवेशक अपने जोखिम के अनुसार निवेश कर सकता है। इसमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स आदि को शामिल किया जाता है। आज हम आपको एक ऐसी म्युचूअल फंड के प्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आपको लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप तीनों ही प्रकार के शेयरों का लाभ मिलता है। ये है फ्लेक्सी कैप फंड। आइए जानते हैं विस्तार से.
क्या होते हैं फ्लेक्सी कैप फंड
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है कि फ्लेक्सी कैप फंड (Flexi Cap Mutual Fund) एक इक्विटी म्युचूअल फंड स्कीम है। इसमें फंड मैनेजर के पास अन्य म्युचूअल फंड स्कीम की तुलना में ज्यादा लचीलापन होता है। इसका मतलब यह है कि वह अपने मन मुताबिक शेयरों का चयन कर सकता है। इस फंड का पैसा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप का निवेश किया जाता है।
निवेश करने का फायदा
फ्लेक्सी कैप फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपको अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने का मौका मिल जाता है और एक ही स्कीम में निवेश करके आप बाजार के छोटे और बड़े शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में अंतर
बाजार नियामक सेबी की ओर से अक्टूबर 2017 में जारी किए गए प्रोडक्ट कैटिगराइजेशन सर्कुलर के मुताबिक, उन म्युचूअल फंड योजनाओं को मल्टी कैप फंड्स कहा जाता है, जिनका 65 प्रतिशत निवेश लार्ज कैप और बाकी का मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर में किया जाता है। हालांकि सितंबर 2020 में जारी किए एक अन्य सर्कुलर के मुताबिक, अब फ्लेक्सी कैप फंड के मैनेजर को मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में हर एक में कम से कम 25% का एक्सपोजर बनाए रखना जरूरी कर दिया गया है।
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप लगभग दोनों समान ही होते हैं, लेकिन बड़ा अंतर यह है कि फ्लेक्सी कैप फंड का मैनेजर अपने निवेश में बदलाव कर सकता है। अगर फंड मैनेजर को लगता है कि बाजार में खतरा अधिक है, तो स्मॉल कैप शेयरों में एक्सपोजर शून्य भी कर सकता है और लेकिन अगर मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है मल्टी कैप का फंड मैनेजर ऐसा करता है, तो यह सेबी के नियमों का उल्लंघन होगा।
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है?

अगर आप सोच रहे हैं कि मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड क्या होते हैं, तो आप अक्टूबर 2017 में जारी हुआ SEBI का प्रोडक्ट कैटिगराइजेशन सर्कुलर देख सकते हैं जो जून 2018 में लागू हुआ था। इस सर्कुलर ने मल्टीकैप फंड्स को अपने एसेट का 65% लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप के शेयरों में इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने की अनुमति दी थी। सितंबर 2020 में, SEBI ने मल्टी कैप फंड्स के निवेशकों को ज़्यादा विविधता देने के उद्देश्य से लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में हर एक में कम से कम 25% का एक्सपोजर बनाए रखने के लिए मल्टी कैप फंड्स को अनिवार्य कर दिया। मगर, यह फंड मैनेजर के अपने नज़रिए के अनुसार मौकों का लाभ उठाने की क्षमता को सीमित करता है क्योंकि कभी-कभी किसी खास सेगमेंट को कम करने की ज़रूरत पड़ सकती है जिसके खराब प्रदर्शन की उम्मीद होती है जिसका सीधा मतलब होगा न्यूनतम 25% ऐलोकेशन आदेश का उल्लंघन करना।
इसलिए नवंबर 2020 में, SEBI ने फ्लेक्सी कैप फंड्स की शुरुआत की, जो मल्टी कैप फंड्स के समान होते हैं, पर उनमें फ्लेक्सिबल निवेश कर सकते हैं। मल्टीकैप और फ्लेक्सीकैप फंड के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि फ्लेक्सीकैप में लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप के बीच ऐलोकेशन बदलने की फ्लेक्सिबिलिटी है, साथ ही यह भी निश्चित करता है कि इसका 65% एसेट ऐलोकेशन इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में हुआ है। उदाहरण के लिए, अगर फंड मैनेजर को आर्थिक अनिश्चितता के दौरान मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है लगता है कि स्मॉल कैप में कम निवेश किया जाना चाहिए, तो वह ऐलोकेशन को ज़ीरो तक कम कर सकता है और लार्ज कैप/मिड कैप में ऐलोकेशन बढ़ा सकता है। लेकिन मल्टी कैप फंड इस तरह के डायनेमिक तरीके से अपना पोर्टफोलियो मैनेज नहीं कर सकता है।
बाजार साइकल पर ध्यान दिए बिना स्मॉल कैप, मिड कैप और लार्ज कैप कंपनियों में फिक्स्ड एलोकेशन के साथ सारे मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में निवेश करने वाले निवेशक मल्टी कैप फंड चुन सकते हैं। जो लोग फ्लेक्सिबल निवेश रणनीति पसंद करते हैं जिसमें बाजार की संभावनाओं के आधार पर पूरे मार्केट कैप में एक्सपोजर को बढ़ा/घटा सकते हैं, वे फ्लेक्सी कैप फंड्स चुन सकते हैं।
Money Guru: फ्लेक्सी कैप या मल्टी कैप फंड है बेहतर? एक्सपर्ट से जानें फर्क और क्या हैं फायदे
Money Guru: आप अगर फ्लेक्सी कैप फंड या मल्टी कैप फंड में से कोई चुनाव कर रहे हैं तो इसको समझना जरूरी है कि आखिर पैसा किसमें लगाया जाए?
Flexi Cap fund बाजार के उतार-चढ़ाव में जोखिम कम करता है.
Money Guru: म्यूचुअल फंड (mutual funds) निवेश का एक बेहतर विकल्प है.लेकिन जब बात निवेश की आती है तो इसमें फंड का चुनाव काफी मायने रखता है. आप अगर फ्लेक्सी कैप फंड (Flexi Cap fund) या मल्टी कैप फंड (Multi Cap Fund) में से कोई चुनाव कर रहे हैं तो इसको समझना जरूरी है कि आखिर पैसा किसमें लगाया जाए? कौन फंड ज्यादा बेहतर साबित होंगे. इनमें क्या अंतर है? मल्टी कैप से मुनाफा कैसा मिलेगा? आइए, इस मुद्दे पर हम यहां हम फौजी इनिशिएटिव के सीईओ कर्नल संजीव गोविला(रिटायर्ड) से समझ लेते हैं.
फ्लेक्सी कैप फंड
सभी तरीकों को कैप में होता है निवेश
लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप में निवेश
ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम है
कैटेगरी फंड चुनने के लिए स्वतंत्र रहती है
कैटेगरी का इक्विटी में कम से कम 65% निवेश
फ्लेक्सी कैप के फायदे
बाजार के उतार-चढ़ाव में जोखिम कम करता है Flexi Cap fund
फंड मैनेजर के लिए मार्केट कैप एक्सपोजर बदलना आसान
निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो बैलेंस करना आसान
छोटे निवेशकों के लिए फायदेमंद स्कीम
बेहतर करने वाले स्टॉक में निवेश बढ़ा सकते हैं
कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न का फायदा
मल्टीकैप फंड
ये डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड (Multi Cap Fund) होते हैं
लार्ज,मिड और स्मॉलकैप में कम से कम 25% निवेश
इक्विटी और इक्विटी जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में 65% निवेश
डेट, मनी मार्केट में अधिकतम 25% निवेश
ये स्टॉक के पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड रखते हैं
मल्टीकैप फंड-खासियत
इसमें फंड मैनेजर के पास फ्लेक्सिबिलिटी रहती है
लार्ज,मिड,स्मॉलकैप में निवेश घटा-बढ़ा सकते हैं
लार्जकैप फंड का 80% टॉप 100 शेयरों में निवेश जरूरी
लंबी अवधि में मल्टीकैप फंड (Multi Cap Fund) में जोखिम कम रहता है
स्मॉलकैप, मिडकैप फंड के मुकाबले रिस्क कम रहता है
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप में फर्क?
मल्टी कैप-लार्ज, मिड, स्मॉल कैप तीनों में 25% निवेश जरूरी
फ्लेक्सी कैप में फिक्स्ड एलोकेशन का निवेश का नियम नहीं
फ्लेक्सी कैप में तीनों कैप में निवेश की कोई सीमा नहीं
फ्लेक्सी कैप में 65% निवेश इक्विटी में होना जरूरी
फंड मैनेजर जरूरत अनुसार इक्विटी में एलोकेशन कर सकते हैं
संजीव गोविला की पसंद
P Parikh Flexicap Fund
PGIM India Flexi cap Fund
Canara Robeco Flexi cap Fund
UTI Flexi cap Fund
SBI Multicap Fund
Axis Multicap Fund
एक निवेशक जिनकी उम्र - 35 साल
2 फंड में ₹4000 की SIP
LIC में ₹4000 निवेश हर 4 महीने
लक्ष्य-बच्चे की पढ़ाई,शादी,रिटायरमेंट
बच्चे की पढ़ाई-20 साल में ₹40 लाख लक्ष्य
रिटायरमेंट-25 साल में ₹1 करोड़ का लक्ष्य
₹6 हजार निवेश के लिए फंड पर सलाह दें
निवेशक के फंड
फंड SIP
Mirae Asset Large cap ₹1500
P Parikh Flexi cap Fund ₹2500
निवेशक को सलाह
Mirae Asset और P Parikh में निवेश जारी रखें
₹8000 के मासिक निवेश से लक्ष्य पूरा कर पाएंगे
अतिरिक्त ₹6 हजार का निवेश दो फंड में कर सकते हैं
Canara Robeco Flexicap में ₹2500 का निवेश करें
Edelweiss BAF में ₹2500 का निवेश करें
SIP को सालाना 10% से बढ़ाएं
एक निवेशक जिनकी उम्र- 23 साल
Mirae Asset Emer. में ₹2000 की SIP
मासिक ₹8000 निवेश का प्लान
ब्लूचिप,फ्लेक्सीकैप,स्मॉलकैप से फंड बताएं
Canara Robeco Emer. फंड कैसा है?
निवेशक को सलाह
Mirae Asset Emer. Bluechip-निवेश जारी रखें
लार्जकैप-Canara Robeco Bluechip में निवेश करें
फ्लेक्सी कैप-P Parikh Flexicap में निवेश करें
मिडकैप-Axis Midcap में निवेश करें
हर फंड में कम से कम 2500 की SIP करें
एक निवेशक जिनकी उम्र- 40 साल
4 फंड में ₹5 हजार की SIP
1 करोड़ का टर्म प्लान
6 साल की दो बेटियों
बेटियों की पढ़ाई,शादी की प्लानिंग
निवेश अवधि- 12-15 साल
निवेशक का पोर्टफोलियो
स्कीम निवेश
सुकन्या समृद्धि योजना ₹8000
PPF ₹4000
VPF ₹10,000
ICICI Pru. MultiAsset ₹2,000
ICICI Pru. Smallcap ₹1,000
Mahindra Manulife Midcap ₹1,000
ICICI Pru. P.H.D ₹1,000
निवेशक को सलाह
पोर्टफोलियो में सही जगह निवेश है
बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि अच्छी स्कीम
इक्विटी में निवेश को बढ़ाएं
Mahindra Manulife की जगह Axis Midcap लें
ICICI PHD फंड की जगह Mirae Asset Largecap लें
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एक निवेशक जिनकी उम्र- 36 साल
मासिक निवेश- ₹41 हजार
लक्ष्य- बच्चे की पढ़ाई, रिटायरमेंट
रिटायरमेंट पर ₹5 करोड़ का लक्ष्य
बच्चे की पढ़ाई-12 साल में ₹1 करोड़ लक्ष्य
निवेशक का निवेश
निवेश SIP
UTI Nifty Index Fund ₹2500
ICICI Nifty Next50 मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है Index ₹5000
Mirae Asset Tax Saver ₹5000
SBI Flexicap Fund ₹5000
SBI Multi cap Fund ₹5000
SBI Focused Fund ₹2500
Axis Focused 25 Fund ₹2500
Axis Midcap Fund ₹5000
SBI Small cap Fund ₹500
Axis Retirement Savings ₹1000
PPF ₹3000
NPS ₹3500
APY ₹500
निवेशक को सलाह
एक ही AMC के कई फंड में निवेश सही नहीं
आपके पोर्टफोलियो में AMC रिस्क है
SBI Flexicap के बदले P Parikh flexicap लें
रिटायरमेंट के लिए निवेश नाकाफी है
अपने निवेश को हर साल 10% से बढ़ाएं.
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में करना चाहते हैं निवेश, जानें Flexi Cap और Multi Cap फंड्स में कौन है बेहतर?
Investment In Mutual Fund: जिन्हें लंबी अवधि के लिए निवेश करना है और जो बड़ा फंड बनाने के लिए थोड़ा जोखिम ले सकते हैं. वे SIP रूट के जरिए फ्लेक्सी या मल्टी कैप फंड्स में निवेश पर विचार कर सकते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 23 Jun 2022 04:59 PM (IST)
Flexi Cap & Multi Cap Funds: शेयर बाजार ( Stock Market) में इन दिनों उठापटक देखने को मिल रही है. लेकिन जो निवेशक म्यूचुअल फंड ( Mutual Fund) में निवेश करना चाहते हैं और अगर वे दुविधा में हैं कि वे फ्लेक्सी कैप ( Flexi Cap) में निवेश करें या फिर मल्टी कैप ( Multi Cap) में तो आज आपको बतायेंगे दोनों तरह के फंड में क्या फर्क है. फ्लेक्सी कैप को सबसे बेहतर माना जाता है क्योंकि इसमें फंड मैनेजर के पास विकल्प होता है कि वो लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में जहां चाहे अलॉकेशन को शिफ्ट कर सकता है. जबकि मल्टी कैप अपने कुल कार्पस का 25 फीसदी हिस्सा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश करना होता है.
हालांकि फ्लेक्सी कैप की भी कुछ सीमाएं हैं. अगल फ्लेक्सी कैप का 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कॉर्पस (Corpus) हो जाता है तो फंड मैनेजर के लिए बेहतर अवसर तलाशना मुश्किल हो जाता है. क्योंकि स्मॉल कैप में 10 से 15 फीसदी का अलॉकेशन बहुत ज्यादा होता है. ऐसे में वहीं फ्लेक्सी कैप बेहतर होते हैं जिनका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) छोटा होता है.
मल्टीकैप के फीचर
इक्विटी फंड्स को लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप में निवेश करना जरुरी होता है. मल्टी कैप को अपने कुल एसेट का 75 फीसदी शेयर बाजार यानि इक्विटी में निवेश करना होता है. जिसमें 25 फीसदी लार्ज-कैप कंपनियों में, 25 फीसदी मिड-कैप कंपनियों में, 25 फीसदी स्मॉक-कैप कंपनियों में निवेश करना जरुरी होता है. मार्केट में जो भी हालात रहे लेकिन मल्टीकैप फंड को तीनों प्रकार लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में अलोकेशन को बनाये रखना पड़ता है. मल्टी कैप में लार्ज से लेकर ज्यादा रिटर्न देने वाले मिडकैप- स्मॉलकैप दोनों ही का फायदा निवेशकों को मिलता है.
फ्लेक्सी कैप की खासियत
फ्लेक्सी कैप फंड एक ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करता है. फ्लेक्सी कैप फंड को अपना 65 फीसदी फंड का हिस्सा इक्विटी या उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है. मल्टीकैप की तरह फ्लेक्सी कैप फंड्स के लिए लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश की कोई तय सीमा नहीं है.
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क्यों करें मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप में निवेश
वैसे निवेशक जिन्हें लंबी अवधि के लिए निवेश करना है और जो बड़ा फंड बनाने के लिए थोड़ा जोखिम ले सकते हैं. वे एसआईपी (SIP) रूट के जरिए फ्लेक्सी कैप या मल्टी कैप फंड्स में निवेश पर विचार कर सकते हैं. शेयर बाजार में उचार चढ़ाव बना रहा है तो ऐसे में उसके जोखिम से खुद को बचाने के लिए निवेशक एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करते हैं तो लंबी अवधि में खुद के लिए बड़ा कॉर्पस बना सकते हैं.
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Published at : 23 Jun 2022 04:58 PM (IST) Tags: SIP Investment in Mutual fund Flexi Cap Funds Multi Cap Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Flexi Cap Funds Kya Hai और यह Multi Cap Funds से कितना अलग है? जानें अंतर और विशेषताएं
Flexi Cap Funds in Hindi: फ्लेक्सी-कैप म्यूचुअल फंड (Flexi Cap Fund), इक्विटी म्यूचुअल फंड की सबसे नई कैटेगरी है। तो अगर आप समझना चाहते है कि Flexi Cap Funds Kya Hai? (What is Flexi Cap Funds in Hindi) और इनकी विशेषताएं क्या है? (Features of Flexi Cap Funds in Hindi) तो लेख के साथ अंत तक मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है बने रहे।
Flexi Cap Funds in Hindi: फ्लेक्सी-कैप म्यूचुअल फंड, इक्विटी म्यूचुअल फंड की सबसे नई कैटेगरी है। फ्लेक्सी-कैप फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जो बाजार पूंजीकरण में कंपनियों के विभिन्न शेयरों में निवेश करती हैं, चाहे वह मिड-कैप, लार्ज-कैप या स्मॉल-कैप हो। इनकी प्रवित्ति Multi Cap Funds जैसी लगती है लेकिन यह अलग होते है। लेकिन यह मल्टी कैप फंड से कितना अलग है यह जानने के लिए पहले आपको जानना होगा कि Flexi Cap Funds Kya Hai? (What is Flexi Cap Funds in Hindi) और इनकी विशेषताएं क्या है? (Features of Flexi Cap Funds in Hindi) तो चलिए फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में समझते है।
Flexi Cap Funds Kya Hai? | What is Flexi Cap Funds in Hindi
Flexi Cap Funds in Hindi:.फ्लेक्सी-कैप फंड म्यूचुअल फंड हैं जो सभी मार्केट कैपिटलाइजेशन में इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में निवेश करते हैं। वे डायनेमिक इक्विटी फंड होते हैं जो कैपिटल मार्केट के विभिन्न आकारों में बदलाव करके पोर्टफोलियो के जोखिम और रिटर्न को बैलेंस करते हैं। विविधता के चलते Flexi Cap Funds निवेशकों को वैल्यू और ग्रोथ दोनों प्रदान करते हैं।
अन्य कैटेगरी जैसे लार्जकैप, मिडकैप, लार्ज-मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप फंड में बाजार नियामक SEBI ने लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में एक्सपोजर की सीमा तय की है, लेकिन Flexi Cap Funds बाजार की स्थिति के अनुसार इन शेयरों में निवेश बढ़ा या घटा सकते हैं। SEBI सेबी द्वारा नवंबर 2020 में इस कैटेगरी को लांच किया गया था।
वहीं, लार्ज-कैप, मिड-कैप या स्मॉल-कैप जैसे फंड किसी विशेष पूंजीकरण जैसे बड़े आकार, मध्यम या छोटे-कैपिटलाइज़ेशन स्टॉक पर ध्यान केंद्रित करते हैं। दूसरी ओर Flexi Cap Funds किसी भी पूर्व निर्धारित पूंजीकरण वाले शेयरों में निवेश करने तक ही सीमित नहीं हैं। फंड मैनेजर फंड के असेट को अलग-अलग पूंजीकरण बाजारों में इन्वेस्ट करते है।
सभी मार्केट सेगमेंट में निवेश करने से जोखिम और रिटर्न के बीच बैलंस बना रहता है जो बियर मार्केट में भी स्टेबल इनकम दे सकता है। Flexi Cap Funds में मार्केट कैपिटलाइजेशन की कोई बाधा नहीं है, इसलिए फंड मैनेजर बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर एक सेगमेंट से दूसरे सेगमेंट में स्विच कर सकते हैं। यह लचीले होते हैं और एक पूंजीकरण से दूसरे पूंजीकरण में स्विच कर सकते हैं इसलिए इन्हें फ्लेक्सी-कैप फंड (Flexi Cap Funds) कहा जाता है।
फ्लेक्सी-कैप फंड की विशेषताएं | Features of Flexi Cap Funds in Hindi
Flexi Cap Funds in Hindi: फ्लेक्सी-कैप फंड की ये मुख्य विशेषताएं हैं-
- Flexi Cap Funds इक्विटी फंड हैं जो इक्विटी और उससे संबंधित उपकरणों में 65% से अधिक एसेट का निवेश करते हैं।
- Flexi Cap Funds खुद को एक सेगमेंट तक सीमित किए बिना सभी प्रकार के पूंजीकरण में निवेश करते हैं।
- अगर एक पूंजी बाजार (Capital Market) अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो वे एक सेगमेंट से दूसरे सेगमेंट में भी जा सकते हैं।
- अपने लचीलेपन के कारण Flexi Cap Funds पोर्टफोलियो को स्थिरता और विकास दोनों प्रदान करता है।
- फ्लेक्सी कैप फंड अच्छे बिजनेस मॉडल, बैलेंस शीट और ट्रैक रिकॉर्ड वाली कंपनियों में निवेश करते हैं। इसी तरह जब भी कुछ स्टॉक खराब प्रदर्शन कर रहे हों तो वे आसानी से बाहर निकल सकते हैं।
- मल्टी-कैप फंड में एक निश्चित प्रकार की कंपनी में आवंटन की विनियामक (रेगुलेटरी) सीमा होती है। लेकिन फ्लेक्सी कैप फंड में ऐसा नहीं है।
फ्लेक्सी कैप फंड और मल्टी कैप फंड में अंतर क्या है? | Difference Between Flexi-Cap Funds and Multi-Cap Funds
फ्लेक्सी-कैप (Flexi Cap Funds) और मल्टी-कैप फंड (Multi Cap Funds) दोनों ही सभी आकारों के पूंजीकरण में निवेश करते हैं। यानी वे बड़े, मध्यम और छोटे आकार की कंपनियों के एसेट को एलोकेट करते हैं। लेकिन मल्टी-कैप फंडों को सभी प्रकार के पूंजीकरण के क्षेत्रों में एसेट का 25% बनाए रखने का अधिकार है। भले ही फंड मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में क्या अंतर है मैनेजर बाजार के रुझान के अनुसार मार्केट सेगमेंट के बीच एसेट एलोकेशन को बदल सकते हैं, लेकिन उन्हें इस आदेश का पालन करना होगा। इसलिए वे केवल एक मार्जिन से स्विच कर सकते हैं।
हालांकि Flexi Cap Funds में ऐसी कोई बाध्यता नहीं होती है और ये अत्यधिक लचीले होते हैं। Flexi Cap Funds नए लॉन्च किए गए फंड हैं और मल्टी-कैप फंड के निवेश पोर्टफोलियो से खुद को अलग करने के लिए लॉन्च किए गए थे। फ्लेक्सी-कैप फंडों को कंपनी या मार्किट सेगमेंट के आकार के बावजूद स्टॉक चुनने के साथ-साथ एक से दूसरे में स्विच करने की अधिक स्वतंत्रता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि Flexi Cap Funds में एक मल्टी-कैप इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी है लेकिन इसमें अधिक लचीलापन और कम प्रतिबंध है।
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