क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।

Crypto Trading Bot

Coinrule क्रिप्टो डैशबोर्ड

Coinrule आपको इसके उन्नत ट्रेडिंग बॉट का उपयोग करके एक्सचेंजों पर क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने की सुविधा देता है। शुरुआत से एक बॉट रणनीति बनाएं, या एक पूर्वनिर्मित नियम का उपयोग करें जिसका ऐतिहासिक रूप से एक्सचेंज एक्सचेंज पर कारोबार किया गया है। यह देखने के लिए कि क्रिप्टोक्यूरेंसी बाज़ार में ये रणनीतियाँ कैसे चलती हैं, डेमो ट्रेडों को मुफ्त में चलाएं।

ऐतिहासिक डेटा पर परीक्षण नियम प्रदर्शन

अपने आदेश का परीक्षण करें

सिक्कों में स्वचालित नियम बनाएं

150+ टेम्प्लेट रणनीतियों में से चुनें
Coinrule आपको नियम बनाने देता है

एक्सचेंजों पर सुरक्षित रूप से खरीदें / बेचें

याद रखें जब बाज़ारों में 90 गुना और अधिक वृद्धि हुई थी? क्या आप चाहते हैं कि आपने उस समय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन में निवेश किया हो? Coinrule आपको सोते समय भी किसी भी अवसर में कूदने देता है! केवल लाभ उठाएं, अपने पोर्टफोलियो की रक्षा करें और एक भी अवसर गंवाए बिना बाजार से आगे निकल जाएं।

प्रतिदिन नई रणनीतियाँ प्राप्त करें

निःशुल्क ट्रेडिंग सिग्नल प्राप्त करें, नियम बनाएं और के लिए अपने पोर्टफोलियो का प्रबंधन करें मुफ्त में 30 दिन

Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!

बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।

Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!

क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।

महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति हैं- जिनका उपयोग आप निवेश के रूप में और यहां तक ​​कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। यह क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। लेकिन यहां पर ये ध्यान देने वाली बात है कि, क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप से मौजूद नहीं है, जिसका अर्थ है कि आप एक बिटकॉइन नहीं उठा सकते हैं और इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। और भारतीय रुपये के विपरीत, कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को बनाए रखता है।

इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।

Astrology: दिसंबर में 3 ग्रह करेंगे गोचर, इन 4 राशि वालों का चमक सकता है भाग्य, करियर- कारोबार में सफलता के योग

Kapiva का दावा- 18000 फीट ऊंचाई वाले क्षेत्रों से 100% शुद्ध हिमालयी शिलाजीत लाते हैं हम, जान‍िए जबर्दस्त ताकत के लिए कैसे कारगर होता है यह हर्बल फार्मूला

यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार जैसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा समर्थित नहीं किया जाता है। इसके बजाय, ये कंप्यूटर की एक श्रृंखला में चलते हैं। यह बिना किसी बिचौलिए के वेब पर पीयर-टू-पीयर से एक्सचेंज किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण किया जाता है – जिसका मतलब है कि कोई भी सरकार या बैंक यह प्रबंधित नहीं करता है कि वे कैसे बने हैं, उनका मूल्य क्या है, या उनका आदान-प्रदान कैसे किया जाएगा। सभी क्रिप्टो लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित हैं – जिसका अर्थ है कि यह केवल बेचने वाले और खरीदने वाले को इसकी सामग्री देखने की अनुमति होती है।

आप क्रिप्टोकरेंसी को कैसे स्टोर कर सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन ‘वॉलेट’ में स्टोर किया जा सकता है, जिसे आपकी ‘private key’ के यूज से एक्सेस किया जा सकता है। अगर इसे समझा जाए तो एक सुपर-सुरक्षित पासवर्ड के बिना क्रिप्टो को एक्सचेंज नहीं किया जा सकता।

किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है?
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। कॉइनमार्केट कैप के अनुसार, वर्तमान में 6,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।

क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं। ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं।

सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा। इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।

क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रूख क्या है?

फिलहाल, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कवर करने वाली कोई कानून नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का मालिक होना अवैध है। इस बीच, भारत को अभी तक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन को प्रस्तुत करना बाकी है, जो “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा” के शुभारंभ के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा, इसे संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन हितधारकों के साथ चर्चा के चलते इसे टाल दिया गया। आपको बता दें अब तक, केवल कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी तौर पर स्वीकार किया है और यह सूची काफी छोटी है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें How To Buy Bitcoin in India 2023

बिटकॉइन कैसे खरीदें

क्रिप्टोकरेंसी का नाम आपने सुना ही होगा|बिटकॉइन भी एक क्रिप्टोकरेंसी है जो की आज पुरे विश्व में खरीदी और बेचीं जाती है|क्रिप्टोकरेंसी आजकल बहुत बड़ा व्यवसाय बन चूका है| लोग बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकर्रेंसी का ट्रेडिंग करके अपनी रोजी रोटी भी चला रहे है|

लेकिन काफी लोगो को बिटकॉइन कैसे खरीदें इनके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है|आज के आर्टिकल बिटकॉइन कैसे खरीदें में आपको में एकदम सरल भाषा में संपूर्ण जानकारी देने वाला हु की बिटकॉइन कैसे खरीदें जाते है|

बिटकॉइन कैसे खरीदें

बिटकॉइन कैसे खरीदें

बिटकॉइन कैसे खरीदें इस आर्टिकल में अब इसे डिटेल में जानते है|बिटकॉइन को खरीदने के लिए आपके पास एक क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट होना चाहिए|जैसे शेयर मार्केट में शेयर्स की ट्रेडिंग मतलब के शेयर की लेनदेन करने के लिए डीमेट अकाउंट ओपन करना पड़ता है वैसे ही बिटकॉइन को खरीदने के लिए आपको एक क्रिप्टोकर्रेंसी ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना पड़ता है|

इसके लिए आपको कुछ चीजों की जरुरत होगी| जैसे की आपका Pan card, Photo, Bank Statement आदि| ये क्रिप्टो अकाउंट मतलब की बिटकॉइन अकाउंट आप ऑनलाइन भी ओपन कर सकते है|

इसके लिए आपको बेस्ट क्रिप्टो ब्रोकर के माध्यम से अपना अकाउंट ओपन करना चाहिए ताकि आपको कोई मुश्केली का सामना न करना पड़े| भारत में बिटकॉइन कैसे खरीदें ये प्रश्न काफी लोगो को होता है|लेकिन इस आर्टिकल को पढने के बाद आपको बिटकॉइन कैसे खरीदें इसके बारे में कोई सवाल नहीं रहेगा|

बिटकॉइन खरीदने के लिए कई क्रिप्टो ब्रोकर्स उपलब्ध है| लेकिन आपको सबसे अच्छे क्रिप्टो ब्रोकर के पास ही अपना बिटकॉइन अकाउंट मतलब की क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट ओपन करना है|

अगर बेस्ट क्रिप्टो ब्रोकर की बात करे तो मुझे Binance सबसे ज्यादा पसंद है| क्यूंकि मैं खुद इसमें ट्रेडिंग कर रहा हु| आपके पैसे एक सेकंड में आप जमा कर सकते है और एक सेकंड में निकाल सकते है| इस Binance app का उपयोग भी आप बहुत आसानी से कर सकते है|

आपको इसमें क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए बहुत आसान प्रोसेस करनी होती है| जैसे ही आप Buy का आप्शन दबायेंगे आप के बिटकॉइन आपके अकाउंट में उसी सेकंड जमा हो जाते है| और सेल का बटन दबाने से बिटकॉइन सेल हो जाते है| किसी भी प्रक्रार की कोई तकलीफ आपको इसमें नहीं होती है|

दुसरे कई क्रिप्टो ब्रोकर है लेकिन इनमे क्रिप्टोकरेंसी मतलब की बिटकॉइन आदि खरीदना बहुत मुश्किल सा काम लगता है| इसलिए में पर्सनली Binance App को पसंद करता हु| अब में आपको बिनांस पर आप अपना अकाउंट ओपन करके कैसे bitcoin खरीद सकते है इनके बारे में जानकारी देता हु|

Binance App से बिटकॉइन कैसे खरीदें

बिटकॉइन कैसे खरीदें

बिनांस एप्स से बिटकॉइन कैसे खरीदें इनके बारे में अब स्टेप बाय स्टेप जानकारी आपको देता हु|आप Binance App डाउनलोड करके या Binance की वेबसाइट पर जाकर भी अपना अकाउंट ओपन करके बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते है|

1 बिटकॉइन की कीमत लाखो रुपये में होती है इसलिए आपको बिटकॉइन खरीदने में बहुत सावधान रहना जरुरी है|बाजार में कई दूसरी क्रिप्टो कर्रेंसी भी ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है लेकिन क्या आपको पता है सबसे सस्ती क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है| आप चाहे तो उसमे भी ट्रेडिंग कर सकते है| अब जानते है की बिटकॉइन कैसे खरीदें|

  • सबसे पहले Binance वेबसाइट ओपन करे या गूगल प्ले स्टोर से Binance App डाउनलोड करें
  • वेबसाइट पर या बिनांस एप को ओपन करने के बाद अपने जीमेल ईमेल आईडी से लॉग इन कर ले
  • इसके बाद आपका फ़ोन नंबर एंटर करे, इसके बाद आपको अपना नाम,अपना ईमेल आईडी आदि सिंपल जानकारी फॉर्म में भरनी होती है|
  • इसके बाद आपको अपना डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करना होता है| इसमें आपको अपना खुद का लाइव फोटो मोबाइल से खींचना होता है|
  • ये सब हो जाने के बाद आपका क्रिप्टो अकाउंट ओपन हो जाता है| इसके बाद आपको इस एप में सभी क्रिप्टोकर्रेंसी खरीदने का ऑप्शन मिल जाता है|
  • आप buy ऑप्शन का उपयोग करके बिटकॉइन खरीद सकते है और सेल ऑप्शन का उपयोग करके बिटकॉइन सेल कर सकते है|

निष्कर्ष

दोस्तों बिटकॉइन कैसे खरीदें इनके बारे में अब आपको जानकारी मिल चुकी होगी|काफी लोग बिटकॉइन का भविष्य सर्च करके बिटकॉइन आने वाले दिनों में कितने प्राइस पर ट्रेड कर रहा होगा ये जानने के लिए आर्टिकल पढ़ते है| अगर आपको क्रिप्टोकर्रेंसी के बारे में कोई भी जानकारी चाहिए तो आप मेरी वेबसाइट पर सभी जानकारी हिंदी भाषा में पा सकते है|धन्याद

क्या देश में क्रिप्टो अब कानूनी हो गया? 30% टैक्स के बाद अगर आप भी इसे लीगल मान रहे हैं तो जानिए क्या है हकीकत

Cryptocurrency in India: वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद इतना तो साफ हो गया है कि भारत में अब वर्चुअल एसेट (Virtual Asset) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. इतना ही नहीं, क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा.

Cryptocurrency: हम जिसे क्रिप्टोकरेंसी मान रहे हैं और वित्तमंत्री ने जिसे Virtual asset कहा उससे होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. बजट 2022 में यही एक प्वाइंट था, जिसने सबका ध्यान खींचा. बजट में ऐलान के बाद क्रिप्टो में निवेश करने वाले निराश हुए होंगे और इसके कारोबार से जुड़े कुछ लोग खुश भी हुए होंगे. खुशी इसलिए क्योंकि, कई लोग ये दावा कर रहे हैं कि अब क्रिप्टोकरेंसी देश में लीगल हो गई है. ये इस बात से भी साफ होता है कि बजट में ऐलान के ठीक बाद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX, Coinswitchkuber की तरफ से रिएक्शन आए कि सरकार यह कदम अच्छा है. लेकिन, यहां थोड़ा सा कन्फ्यूजन है. पहले समझते हैं कि वित्तमंत्री ने क्या कहा और उसका इंटरप्रिटेशन करने वाले कहां चूक कर रहे हैं.

डिजिटल करेंसी नहीं एसेट पर लगा है टैक्स

सबसे पहले तो ये समझिए सरकार ने जो टैक्स लगाया है वो डिजिटल एसेट या यूं कहें क्रिप्टोकरेंसी (Cyrptocurrency) जैसे बिटकॉइन पर लगा है, जो फिलहाल लीगल नहीं है. गौर करने की बात ये है कि सरकार इसे करेंसी नहीं मान रही है. तो अब भारत में डिजिटल एसेट (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. मतलब अब अगर कोई व्यक्ति किसी डिजिटल एसेट (Digital Asset) में निवेश करके 100 रुपए का मुनाफा कमाता है, तो उसे 30 रुपए टैक्स के रूप में सरकार को देने होंगे.

ट्रांजैक्शन पर TDS भी वसूलेगी सरकार

क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा. मान लीजिए, किसी ने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीदी हुई है. ये उसका निवेश है. मतलब उसका ये Asset हुआ. अब अगर खरीदने वाला इस एसेट को किसी और को ट्रांसफर करता है, तो उसे अलग से उस Asset की कुल कीमत पर 1% के हिसाब से TDS चुकाना होगा. TDS किसी Source पर लगाया जाता है. जैसे आपको हर महीने मिलने वाली तनख्वाह पर सरकार जो टैक्स लेती है, वो TDS होता है. कुल मिलाकर सरकार डिजिटल करेंसी को एक इनकम सोर्स मान रही है. इसकी कमाई पर 30% टैक्स भी लगा दिया गया है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

तो क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?

बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.

क्रिप्टो पर कन्फ्यूजन फैला क्यों?क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?

वर्चुअल एसेट पर 30 परसेंट टैक्स का एलान होते ही कई लोगों ने ये मान लिया कि जो चीज टैक्स के दायरे में आ गई वो तो लीगल हो गई. जबकि ऐसा नहीं है. इनकम टैक्स एक्ट के मुताबिक आपकी आय कहीं से भी हो, सरकार उस पर टैक्स वसूलती है. इससे आपके आय के लीगल होने की गारंटी नहीं मिल जाती. टैक्स एक्सपर्ट वेद जैन (Tax Expert Ved Jain) के मुताबिक, इनकम टैक्स प्रोविजन में साफ है कि आपकी कहीं से भी कमाई हुई है, उस पर टैक्स स्लैब के मुताबिक टैक्स की देनदारी बनेगी. चाहे इनकम सोर्स वैध हो या फिर अवैध. सुप्रीम कोर्ट ने भी काफी वक्त पहले स्मगलिंग बिजनेस के मामले में ऐसा ही फैसला सुनाया था. इसलिए ऐसी कोई एसेट पर लगने वाले टैक्स को लीगल कहना सही नहीं है.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

इस टैक्स के पीछे क्या है सरकार की मंशा

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

कब से लगेगा नया टैक्स?

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

रेटिंग: 4.92
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 122