अब अगर आपने IPO में निवेश कर दिया है तो शेयर का अलॉटमेंट IPO बंद होने के बाद होता है. IPO बंद होने के बाद सभी बिड्स का असेसमेंट होता है और अगर कोई बिड अवैध होती है तो शेयर अलॉट नहीं होता. अगर किसी IPO को कुल जारी शेयर के मुकाबले कम शेयरों या उतने ही शेयरों की बोली मिलती है तो सभी इन्वेस्टर को उनकी बोली के मुताबिक शेयर अलॉट हो जाते हैं. वहीं जब कोई IPO ओवर सब्सक्राइब्ड होता है तो शेयरों का अलॉटमेंट प्रो-राटा बेस पर होता है. ये आपकी बोली से कम भी हो सकते हैं.
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IPO में आम जनता बनती है मालिक

Multibagger Stock: पिछले साल लिस्ट हुए थे शेयर, 1272% बढ़ा दी निवेशकों की पूंजी, विश्व बैंक और इंडियन रेलवे भी हैं इस कंपनी के ग्राहक

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Multibagger Stock: कुछ कंपनियों के आईपीओ ऐसे होते हैं जिनका अधिक शोर नहीं होता है क्योंकि वे मेनबोर्ड के नहीं होते हैं लेकिन उनका रिटर्न हंगामेदार होता है। ऐसा ही एक आईपीओ पिछले साल एनकिंग इंटरनेशनल एनर्जी सर्विसेज (EKI Energy Services) ने लाया था जिसके शेयर बीएसई एसएमई (BSE SME) पर 7 अप्रैल 2021 को लिस्ट हुए थे। इस साल इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव दिख रहा है लेकिन अभी भी आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 13 गुना बढ़ी हुई है। आज 19 दिसंबर को इसके शेयर 1399 रुपये के भाव (EKI Energy Services Share Price) पर बंद हुए हैं। इसका मार्केट कैप 3,850.08 करोड़ रुपये है।

समझें IPO का पूरा गणित, ऐसे कर सकते हैं निवेश, बस ध्यान रखें ये 7 बातें!

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वर्ष 2021 को अगर IPO का साल कहें तो कुछ गलत नहीं होगा. अभी तक मार्केट में करीब 40 से ज्यादा नए IPO लॉन्च हो चुके है, और एक बड़ी लंबी लाइन बाकी है. हालत ये है कि पिछले कुछ हफ्तों में 4 IPO तक एक साथ लॉन्च हुए. अब ऐसे में आपके मन में सवाल होगा कि इनमें निवेश कैसे करें, क्या होता है IPO का गणित, तो बस इसके लिए आपको जाननी है ये 7 बातें.
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IPO असल में क्या है?

सबसे पहले आपको ये जानना होगा कि IPO होता क्या है? देश में कई प्राइवेट कंपनियां काम कर रही हैं. इनमें कई कंपनियां परिवार या कुछ शेयर होल्डर आपस में मिलकर चलाते हैं. जब इन कंपनियों को पूंजी की जरूरत होती है तो ये खुद को शेयर बाजार में लिस्ट कराती हैं और इसका सबसे कारगर तरीका है IPO यानी Initial Public Offer जारी करना.
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क्‍या होता है IPO और कैसे किया जाता है इसमें निवेश, स्‍टॉक मार्केट की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो जान लें ये बेसिक बातें

शेयर मार्केट को काफी रिस्‍की माना जाता है. ये जितनी तेजी से मुनाफा करवाता है, उतनी ही तेजी से आपको पैसों का नुकसान भी करवा सकता है. इसमें पैसा लगाने से पहले इसको लेकर स्‍टडी करना और बेसिक बातों को कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं जानना जरूरी है.

क्‍या होता है IPO और कैसे किया जाता है इसमें निवेश (Zee Biz)

बीते कुछ समय से शेयर मार्केट को लेकर क्रेज काफी बढ़ गया है. तमाम लोग इसमें पैसा इन्‍वेस्‍ट करते हैं और बेहतर मुनाफा कमाते हैं. लेकिन शेयर मार्केट को काफी रिस्‍की माना जाता है. ये जितनी तेजी से मुनाफा करवाता है, उतनी ही तेजी से आपको पैसों का नुकसान भी करवा सकता है. इसलिए ये जरूरी है कि स्‍टॉक मार्केट की दुनिया में कदम रखने से पहले आप इसको लेकर स्‍टडी कर लें और कुछ बेसिक बातों को अच्‍छी तरह से जान लें.

क्‍या होता है IPO

आईपीओ का मतलब है Initial Public Offering. जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर ऑफर करती है तो इसे IPO कहा जाता है. ऐसे समझें कि देश में तमाम प्राइवेट कंपनियां विभिन्‍न क्षेत्रों में काम करती हैं. जब इन कंपनियों को फंड की जरूरत होती है तो ये खुद को स्‍टॉक मार्केट में लिस्‍ट करवाती हैं और इसका सबसे बेहतर तरीका है आईपीओ. आईपीओ को जारी करने के बाद कंपनी शेयर मार्केट में लिस्‍ट हो जाती है. इसके बाद निवेशक उसके शेयर को खरीद और बेच सकते हैं.

कंपनी के आईपीओ खरीदने वालों की कंपनी में हिस्‍सेदारी हो जाती है और कंपनी के पास फंड इकट्ठा हो जाता है. साधारण शब्‍दों में समझें तो आईपीओ को लाने के बाद उस कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं कंपनी को चलाने वाला सिर्फ उसका मालिक या परिवार नहीं होता, बल्कि वो सभी निवेशक भी इसमें शामिल होते हैं जिनका पैसा उसके शेयर में लगा होता है. निवेशकों से आए फंड को कंपनी अपनी कंपनी की तरक्‍की और तमाम अन्‍य कामों में खर्च कर सकती है.


आईपीओ में कैसे करें निवेश

आईपीओ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है. डीमैट अकाउंट आप किसी भी ब्रोकिंग फर्म से खोल सकते हैं. आईपीओ जारी करने वाली कंपनी अपने आईपीओ को इनवेस्टर्स के लिए 3-10 दिनों के लिए ओपन करती है. उतने दिनों के अंदर ही निवेशक कंपनी की साइट पर जाकर या ब्रोकरेज फर्म की मदद से आईपीओ में इन्‍वेस्‍ट कर सकते हैं.

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लिस्टिंग से पहले 110 रुपये का ‘फायदा’, कल मार्केट में डेब्यू करेगी कंपनी!

लिस्टिंग से पहले 110 रुपये का ‘फायदा’, कल मार्केट में डेब्यू करेगी कंपनी!

Archean Chemical Industries कल यानी 21 नवंबर 2022 को शेयर बाजार में लिस्ट हो सकते हैं। बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार Archean Chemical Industries कंपनी सोमवार को स्टॉक मार्केट में डेब्यू कर सकती है। जिस किसी निवेशक को कंपनी के शेयर अलॉट हुए हैं, उनके लिए ग्रे मार्केट से गुड न्यूज है।

क्या है जीएमपी (Archean Chemical Industries GMP)

Ipowatch के अनुसार लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर 110 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट्स की माने तो कंपनी की शानदार लिस्टिंग हो सकती है। यानी जिस किसी निवेशक को शेयर अलॉट हुए होंगे वो पहले ही दिन मुनाफा कमा सकता है। ग्रे मार्केट का हाल देख एक्सपर्ट्स अनुमान जता रहे हैं कि कंपनी के शेयर 517 (407+110) रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं।

Share Market Tips: ये इक्विटी शेयर क्या होते हैं? स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने वाले जरूर जान लें यह बात

Share Market Tips इक्विटी का हिंदी अर्थ होता है हिस्सेदारी। इक्विटी आमतौर पर कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं शेयरधारकों की कंपनी में हिस्सेदारी होती है। आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो असल में आपके पास उस कंपनी की हिस्सेदारी आ जाती है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। निश्चल और मेधा दोनों अच्छे दोस्त हैं। दोनों एक ही आईटी फर्म में काम करते हैं। एक दिन दोनों समोसा खाने नीचे मार्केट में आए। समोसा खाते-खाते निश्चल ने मेधा से पूछ लिया- 'सुना है तुम्हें इन्वेस्टमेंट की बड़ी अच्छी समझ है। कहां लगाती हो पैसा?' मेधा ने कहा- 'यार में तो इक्विटी में पैसा लगाती हूं और अच्छा मुनाफा लेती हूं।' निश्चल शेयर मार्केट (Share Market) तो जानता था, लेकिन इक्विटी (Equity) उसे समझ नहीं पाया। शर्म के मारे वह पूछ भी नहीं पाया कि इक्विटी क्या होता है।

शेयरधारकों की कंपनी में हिस्सेदारी ही है कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं इक्विटी

इक्विटी का हिंदी अर्थ होता है हिस्सेदारी। इक्विटी आमतौर पर शेयरधारकों की कंपनी में हिस्सेदारी होती है। आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो असल में आपके पास उस कंपनी में हिस्सेदारी आ जाती है। अगर किसी कंपनी को बंद करना पड़े तो उसे लिक्विड करना होता है। ऐसे में कंपनी के सारे एसेट्स बिकने पर सभी कर्जे चुकाने के बाद जो राशि बचती है, वह इक्विटी के अनुपात में शेयरधारकों को मिल जाती है। शेयरधारकों की इक्विटी किसी कंपनी की बुक वैल्यू को भी दर्शाती है।

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शेयर क्या होते हैं?

शेयर किसी कॉरपोरेशन में इक्विटी ऑनरशिप के कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं यूनिट्स होते हैं। निवेशक कंपनी को पैसा देकर ये यूनिट्स यानी शेयर खरीदते हैं। कई कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर मुनाफे का कुछ हिस्सा डिविडेंड (Dividend) के रूप में देती है।

एक इक्विटी मार्केट (Equity Market) वह मार्केट है, जहां कंपनियों के शेयर इश्यू और ट्रेड होते हैं। ये या तो एक्सचेंज या ओवर-द-काउंटर मार्केट्स के जरिए होते हैं। इक्विटी मार्केट को स्टॉक मार्केट या शेयर बाजार भी कहते हैं। यह कंपनियों को अपनी पूंजी बढ़ाने की सुविधा देता है। निवेशक शेयर के रूप कंपनी शेयर्स शेयर मार्केट में लिस्ट कैसे होते हैं में कंपनी की एक छोटी सी हिस्सेदारी लेते हैं। इक्विटी मार्केट शेयर को बेचने वालों और खरीदने वालों के मिलने की एक जगह है। स्टॉक्स पब्लिक मार्केट और प्राइवेट मार्केट दोनों जगह इश्यू हो सकते हैं। यह इश्यू के प्रकार पर निर्भर करता है। पब्लिक स्टॉक जो होते हैं, वे स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होते हैं। वहीं, प्राइवेट स्टॉक्स की ट्रेडिंग डीलर्स के जरिए होती है। इसे ओवर-द-काउंटर मार्केट कहते हैं।

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