जिस प्रकार ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत तेजी से पैसा बनता है उसी तरह यहां पर पैसा बर्बाद बहुत तेजी से होता है यदि कोई व्यक्ति बिना सीखें ही ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर घुसता है

option trading kya hai

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Option Trading

नमस्कार प्रिय पाठक आज इस लेख में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जब लोग शेयर मार्केट में नए-नए आते हैं तो उनको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है लेकिन हमने आज तक यह देखा है कि इंटरनेट पर ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में किसी ने भी अच्छे से जानकारी प्रदान नहीं ट्रेडिंग कैसे करते हैं? की है तो आज के इस लेख में आपको ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कहां करें, ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे, ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान ऑप्शन और ट्रेडिंग के प्रकार आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं

यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नहीं है तो हमारा सुझाव यह रहेगा कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करना नहीं है

क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में नया आता है तो वह इक्विटी के अंदर ट्रेड करता है इक्विटी के अंदर अक्सर देखा गया है कि कम प्रॉफिट होता है

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – What is option trading

ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब किसी इंडेक्स के जैसे कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाने वाला है या नीचे जाने वाला है उसके हिसाब से आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से बैंक निफ्टी और निफ्टी की कॉल और पूट को खरीदना पड़ता है

  • यदि मार्केट ऊपर जाने वाला है तो आपको कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ता है
  • मार्केट नीचे जाने वाला है तो आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है

हम आपको बता दें ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है मार्केट के सेंटीमेंट को और टेक्निकल को अच्छे से समझने के बाद ही ट्रेडिंग की जाती है यदि कोई व्यक्ति ऐसे ही ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करता है तो ट्रेडिंग कैसे करते हैं? हमेशा बर्बाद ही होता है इसलिए यह बात याद रखें कि आपको हमेशा ऑप्शन चाहिए तब ही शुरू करनी है जब आप इसके बारे में अच्छे से सीख जाए

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होता है (What is Option Trading in Hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग एस ऐसी ट्रेडिंग होती है जो किसी भी कस्टमर को किसी खास तारीख को एक खास कीमत के साथ किसी शेयर्स को खरीदने या बेचने का अधिकार देती है.

शुरुआत में ऑप्शन ट्रेडिंग करना थोड़ा कठिन होता है लेकिन वास्तविकता यह है कि ऑप्शन कुछ ऐसे होते हैं जिससे कोई भी आसानी से सीखकर कर सकता है भारत में ऑप्शन ट्रेनिंग सब से ज्यादा की जाती है क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग करने के बहुत सारे फायदे होते हैं

जब भी आप ऑप्शन खरीदते हैं तो आपके पास अंतर्निहित ऐसेट को ट्रेड करने का अधिकार प्राप्त हो जाता है लेकिन आप इसके लिए बाध्य नहीं होते हैं यदि आप आप ऐसा करते है तो इससे ऑप्शन का यूज़ करना कहा जाता है आपसे ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक इंडेक्स सिक्योरिटी में थ्रेट कर सकते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कितने तरह की होती है?

ऑप्शन ट्रेडिंग दो तरह की होती है-

कॉल ऑप्शन

कॉल ऑप्शन ऐसा ऑप्शन ट्रेडिंग होता है जिसमे आपको एक निश्चित समय में एक उचित मूल्य पर किसी भी स्टॉक को खरीदने का अधिकार देता है लेकिन इसका दायित्व नहीं देता है कॉल ऑप्शन में ऑप्शन खरीदने के ट्रेडिंग कैसे करते हैं? लिए आपको एक उचित मूल्य देना होता है जिसे प्रीमियम कहा जाता है कॉल अफसर का यूज़ करने वाले आखिरी तारीख को समाप्ति तारीख भी कहते हैं

पुट ऑप्शन

पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन के ठीक विपरीत होता है इसमें किसी भी स्टॉक को खरीदने का अधिकार होने की बजाय एक पुट ऑप्शन आपको एक उचित मूल्य पर स्टॉक बेचने का अधिकार देता है

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिससे आप ऑनलाइन ब्रोकरेज खातों के द्वारा कर सकते हैं और ये आपको स्वतः निर्देशित ट्रेडिंग की अनुमति भी देता है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए ट्रेंडिंग ऐप का यूज़ करके ऑप्शन में ट्रीट कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें जानना जरूरी होता है-

ऑनलाइन Demat Account खुलवाने के क्या हैं फायदे और यह कैसे ट्रेडिंग अकाउंट से है अलग

डीमैट अकाउंट को अच्छी तरह से समझने के लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) क्या है। बता दें कि ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टमेंट अकाउंट है जहां निवेशक अपने शेयरों या दूसरे सिक्योरिटीज की खरीद और बिक्री करता है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। मार्केट की जब भी हम चर्चा करते ट्रेडिंग कैसे करते हैं? हैं, तो हम Demat Account (डीमैट अकाउंट) के बारे में जरूर सुनते हैं। इसका मतलब क्या है और क्या निवेशकों को इसके बारे में जानना जरूरी है, इसके अलावा यह बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट से कैसे अलग है, आइए इसको आसान भाषा में समझते हैं।

यह तो हम सभी जानते हैं कि पैसे जमा करना हो या फिर पैसे की लेनेदेन करनी हो तो हमारे पास बैंक अकाउंट होना चाहिए। लेकिन जब आप शेयर मार्केट में कदम रखते हैं और शेयर की ट्रेड करते हैं तो वहां दो अकाउंट्स को खुलवाना आपके लिए अहम हो जाता है। पहला है ट्रेडिंग अकाउंट और दूसरा है डीमैट अकाउंट (Demat and Trading Account Online)।

डीमैट अकाउंट से पहले ट्रेडिंग अकाउंट को समझें

डीमैट अकाउंट को अच्छी तरह से समझने के लिए सबसे पहले जानते हैं कि ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) क्या है। बता दें कि ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टमेंट अकाउंट है, जहां निवेशक अपने शेयरों या दूसरे सिक्योरिटीज की खरीद और ट्रेडिंग कैसे करते हैं? बिक्री करता है। यह बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट के बीच एक लिंक प्रदान करता है। अगर आप शेयर मार्केट (Share Market) में ट्रेड करना चाहते हैं तो इस अकाउंट को ओपन करना अनिवार्य है।

डीमैट "डीमैटरियलाइजेशन" का संक्षिप्त नाम है, जिसका अर्थ है फिजिकल शेयर्स और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करना। इलेक्ट्रॉनिक रूप में अपने शेयर को एक जगह रखने या होल्ड करने के लिए डीमैट अकाउंट आवश्यक है। यह ठीक वैसे ही है जैसे आप अपने बैंक में पैसे को जमा करते हैं। डीमैट अकाउंट शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के लिए त्वरित और सुरक्षित तरीके से सुविधा प्रदान करता है। इसे NSDL (National Security Depository Ltd) और CDSL (Central Depository of Securities India Ltd) मैनेज करते हैं।

डीमैट अकाउंट खुलवाने के फायदे

1. जब हमारे पास फिजिकल शेयर्स या बॉड्स होते हैं, तो उसके खोने डर ज्यादा होता है। इसके अलावा फ्रॉड भी होने की संभावना होती है। जब पेपरलेस ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (Demat Account Online) की बात आती है, तो यह पूरी तरह से सुरक्षित है।

2. आप अपने डीमैट अकाउंट में रखे शेयर या सिक्योरिटीज पर बैंक लोन सकते हैं। इसके अलावा आप इस पर ब्याज भी कमा सकते हैं।

3. इसके जरिए आप अपने शेयर को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। आपको मैन्युअल रूप से रिकॉर्ड बनाए रखने की आवश्यकता नहीं है। आपके सभी डॉक्यूमेंट्स प्रत्येक निवेश के रिकॉर्ड के साथ सुरक्षित रहते हैं।

4. डीमैट अकाउंट खुलवाना एक कॉस्ट इफेक्टिव भी है और शेयर खरीदने या बेचने पर आपको इसके लिए ज्यादा चार्ज नहीं देना पड़ेगा। जैसे आप ट्रेडिंग ऐप 5 paisa पर बिना किसी समस्या के आसानी से अपना Free Demat Account खुलवा सकते हैं। यहां आप फिजिकल बांड्स के लिए जरूरी स्टैंप ड्यूटी और अन्य हैंडलिंग चार्ज जैसे खर्चों से बच सकते हैं। यहां आपको केवल ब्रोकरेज चार्ज देना पड़ेगा। इसके अलावा अगर आप 5paisa पर डिस्काउंट ब्रोकर चुनते हैं तो आप ज्यादा पैसे बचा सकते हैं।

आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?

लाखों शौकिया हर साल ऑनलाइन ट्रेडिंग में अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन अधिकांश अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने में विफल रहते हैं और थोड़ा गरीब और बहुत समझदार हो जाते हैं। एक बात जो सभी असफल व्यक्तियों में समान होती है, वह यह है कि उनके पास अपने पक्ष में पैमाना बनाने के लिए आवश्यक मूलभूत जानकारी का अभाव होता है। लेकिन अगर कोई बाजार के रुझानों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय व्यतीत करता है, तो वे अपनी सफलता की बाधाओं को सुधारने के रास्ते पर अच्छी तरह से हो सकते हैं। अधिकांश निवेशक मूल्य परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारकों को समझे बिना संपत्ति खरीदते हैं। बाजारों को प्रभावी ढंग से व्यापार करना सीखना कार्रवाई का एक बेहतर तरीका है।

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इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं?

इसमें ट्रेडिंग अवधी होने के बाद आपका कोई पैसा मार्केट में अटका नहीं रहता इसलिये क्लियारिटी आती है और फियर भी कम रहता हैं।

इंट्राडे में आपको कई ब्रोकर द्वारा कई गुना मार्जिन अथवा लिवरेज दिया जाता है इससे आप कम पैसों में भी ज्यादा शेयर खरिद अथवा बेच सकते हों।

इंट्राडे में आप ऊपर जाते वक्त और साथ ही नीचे आते वक्त भी दोनों तरफ भी पैसा बना सकते हों।

इंट्राडे के क्या-क्या नुकसान हैं?

इसे आप जब चाहें सीख तो सकते हैं लेकिन इसे रियल टाईम यानी मार्केट चालु रहने के समय ही कर सकते हैं, इसलिये इसे समय कि मांग चाहियें।

यह काफी नुकसान देह भी होता है कई लोगों ने पहले भी इसमें अकांउट के अकाउंट खाली करा दिये हैं इसलिये आप पहले पेपर ट्रेंडिंग करके प्रॅक्टिस करें तो जाके ही आप इंट्राडे सीख कर पैसा बना सकते हैं।

अगर आप ट्रेंड करते समय थोड़ी राशी गवाते हैं और वह रिकवर करने के चक्कर में आप अगर बार बार ट्रेंड लेने जाते हैं तो आप जल्दी ही अपना अकांउट खाली करा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग में दो चीज़ें कभी नहीं चलती भय और लालच, आपको ट्रेडिंग में मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट सही तरिके से नहीं आता तो भी एक न एक दिन आप इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।

आपने क्या सीखा ?

इस आर्टिकल में हमने पुरे विस्तार से देखा कि ट्रेडिंग कैसे सीखें? और इसके क्या-क्या रस्ते है जहां से‌ आप ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।

हमने देखा कि इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं और क्या क्या नुकसान हो सकते हैं इसके बारे में भी पुरी चर्चा की।

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