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यदि किसान द्वारा विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) अथवा मौसम आधारित फसल बीमा योजना (आरडब्ल्यूबीसीआईएस) का बीमा किया गया है। ऐसे किसान अपने आधार नंबर या बैंक खाता संख्या या एप्लीकेशन संख्या की मदद से अपने पॉलिसी विवरण को सत्यापित कर सकते हैं।
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Chanakya niti: ऐसे धन को भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए साथ, होती है सम्मान की हानि
आचार्य चाणक्य एक श्रेष्ठ विद्वान थे। वे एक कुशल रणनीतिकार, कूटनीतिज्ञ और अर्थशास्त्र के मर्मज्ञ थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी बुद्धिमत्ता के बल पर अपने शत्रु घनानंद को पराजित किया और चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बनाकर इतिहास की धारा को मोड़कर रख दिया था। उनकी विभिन्न विषयों का ज्ञान था व उनके द्वारा कई शास्त्र लिखें गए थे। इनमें से नीतिशास्त्र में मनुष्य के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में जिक्र किया गया है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन जीवन में आवश्यक होता है परंतु नीतिशास्त्र में ऐसे धन के बारे में भी बताया गया है, जिसको भूलकर भी हाथ नहीं लगाना चाहिए। ऐसे धन के कारण आपको मान-सम्मान की हानि उठानी पड़ती है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को कभी ऐसे धन को भूलकर भी हाथ नहीं लगाना चाहिए जिसके लिए आपको सदाचार का त्याग करना पड़े। जो लोग धन के लिए सदाचार का त्याग करते हैं समाज में कोई उनका सम्मान नहीं करता है। ऐसे धन के कारण आपको मान-सम्मान की हानि तो उठानी पड़ती है।
Diwali Wishes, Messages, Quotes, SMS, Whatsapp Status : अपने दोस्तों और करीबियों को भेजें ये मैसेजेस
Diwali 2021 Messages, Quotes, Wishes, Whatsapp Status: दिवाली (Diwali) का त्योहार देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इस साल दिवाली (Deepawali) चार नवंबर को मनाई जा रही है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह त्योहार कार्तिक माह की अमावस्या पर मनाई जाती है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 03 नवंबर 2021,
- (अपडेटेड 04 नवंबर 2021, 10:16 AM IST)
- 4 नवंबर को मनाई जा रही दिवाली
- सालभर से लोग करते हैं दिवाली के त्योहार का इंतजार
Diwali 2021 Messages, Wishes, Quotes, Whatsapp Status: दिवाली (Diwali) का त्योहार देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. इस साल दिवाली (Deepawali) चार नवंबर को मनाई जा रही है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह त्योहार कार्तिक माह की अमावस्या पर मनाई जाती है. रामायण के अनुसार, दिवाली (Diwali) बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, क्योंकि भगवान राम ने रावण को हराने और 14 साल वनवास में रहने के बाद पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या में वापसी की थी. दिवाली (Diwali) के मौके पर जहां लोग जमकर मिठाइयां खाते हैं तो पटाखे भी फोड़ते हैं.
इसके अलावा, विभिन्न लाइट्स व दीयाओं से घर को सजाते भी हैं. दिवाली (Diwali) के मौके पर अगर आप अपने करीबियों, दोस्तों (Friends), विभिन्न Quotex खाते परिजनों (Family) आदि को शुभकामनाएं संदेश भेजना चाहते हैं तो इन मैसेजेस (Messages), कोट्स (Quotes), वॉट्सऐप स्टेटेस (Whatsapp Status) का इस्तेमाल कर सकते हैं.
Diwali Messages, Quotes, Whatsapp Status, SMS Live और Latest Updates
- मुस्कुराते हंसते दीप तुम जलाना,
जीवन में नई खुशियों को लाना,
दुःख9दर्द अपने भूल कर, सबको गले लगाना.
Happy Diwali 2021
दिवाली का शुभ त्योहार,
लाए आपके घर में सुख शांति,
और खुशियों से झोली भर जाए,
Happy Diwali 2021
दिवाली के इस मंगल अवसर पर,
आप सभी की मनोकामनाएं पूरी हों,
खुशियां आपके कदम चूमे,
इसी कामना के साथ आप सभी को दिवाली की बधाई.
Diwali Messages, Quotes, Wishes, Whatsapp Status
हर घर में दिवाली हो, हर घर में दिया जले
जब तक ये रहे दुनिया जब तक संसार चले
दुःख, दर्द, उदासी से हर दिल महरूम रहे
पग-पग उजियालों में जीवन की ज्योति जले
दिवाली की शुभकामनाएं दोस्तों
Deepawali SMS, Messages
लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार,
सोने-चांदी से भर जाए आपका घर बार,
जीवन में आएं खुशियां अपार,
हमारी बधाई करें स्वीकार
Happy विभिन्न Quotex खाते Diwali 2021
हर दम खुशियां हों साथ
कभी दामन ना हों खाली
हम सब की तरफ से
आपको Happy Diwali
चक्र क्या है और शरीर के सात चक्र की जानकारी
7 चक्र के नाम क्या हैं? चक्र हमारे शरीर में कहाँ होते हैं? चक्रों की प्रकृति क्या होती है? खासकर पश्चिम में जहां भी आप जाएंगे आपको हर जगह ‘व्हील अलाइनमेंट सेंटर’ दिखाई देंगे, जहां आप अपने चक्रों को एक सीध में करवा सकते हैं। क्या यह संभव है? जानते हैं सद्गुरु से।
सद्गुरु: आजकल जहां देखो, वहां चक्रों की चर्चा हो रही है। खासकर पश्चिम में जहां भी आप जाएंगे आपको हर जगह ‘व्हील अलाइनमेंट सेंटर’ दिखाई देंगे, जहां आप अपने चक्रों को एक सीध में करवा सकते हैं। इसके अलावा वहां योग-स्टूडियो से लेकर काइरो-पै्रक्टिस करने वाले, सभी चक्रों पर काम कर रहे हैं। यह अब विभिन्न Quotex खाते एक फैशन सा हो गया है।
आइए समझें कि आखिर ये चक्र हैं क्या? मनुष्य के शरीर में कुल मिलाकर 114 चक्र हैं। वैसे तो शरीर में इससे कहीं ज्यादा चक्र हैं, लेकिन ये 114 चक्र मुख्य हैं। आप इन्हें नाड़ियों के संगम या मिलने के स्थान कह सकते हैं। यह संगम हमेशा त्रिकोण की शक्ल में होते हैं। वैसे तो ‘चक्र‘ का मतलब पहिया या गोलाकार होता है। चूंकि इसका संबंध शरीर में एक आयाम से दूसरे आयाम की ओर गति से विभिन्न Quotex खाते है, इसलिए इसे चक्र कहते हैं, पर वास्तव में यह एक त्रिकोण है।
7 चक्र विभिन्न Quotex खाते के नाम
अब सवाल यह है कि आखिर ये चक्र इस शरीर-प्रणाली में करते क्या हैं? मूल रूप से चक्र केवल सात हैं - मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपूरक, अनाहत, विशुद्धि, आज्ञा और सहस्रार। पहला चक्र है मूलाधार, जो गुदा और जननेंद्रिय के बीच होता है, स्वाधिष्ठान चक्र जननेंद्रिय के ठीक ऊपर होता है। मणिपूरक चक्र नाभि के नीचे होता है। अनाहत चक्र हृदय के स्थन में पसलियों के मिलने वाली जगह के ठीक नीचे होता है। विशुद्धि चक्र कंठ के गड्ढे में होता है। आज्ञा चक्र दोनों भवों के बीच होता है। जबकि सहस्रार चक्र, जिसे ब्रम्हरंद्र्र भी कहते हैं, सिर के सबसे ऊपरी जगह पर होता है, जहां नवजात विभिन्न Quotex खाते बच्चे के सिर में ऊपर सबसे कोमल जगह होती है।
1.मूलाधार चक्र
मूलाधार चक्र, जो भोजन और नींद के लिए तरसता है, अगर आपने सही तरीके से जागरूकता पैदा कर ली है, तो वही इन चीजों से आप को पूरी तरह से मुक्त भी कर सकता है।
हम चक्रों को ऊपर वाले और नीचे वाले चक्र कह सकते हैं, लेकिन ऐसी भाषा के प्रयोग से अक्सर गलतफहमी पैदा हो जाती है। यह एक इमारत की नींव और छत की तुलना करने जैसा है। छत कभी नींव से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होती। किसी भी इमारत की नींव उसका मुख्य आधार होती है, छत नहीं। इमारत की मजबूती और वह कितना टिकाऊ होगी, यह सब उसकी नींव पर निर्भर करता है न कि छत पर। लेकिन जब हम बात करते हैं तो कहते हैं कि छत ऊपर और नींव नीचे है।
अगर आप की ऊर्जा मूलाधार में प्रबल है, तो आपके जीवन में भोजन और निद्रा का सबसे प्रमुख स्थान होगा। वैसे, चक्रों के एक से ज्यादा आयाम होते है। चक्रों का एक आयाम तो उनका भौतिक अस्तित्व है, लेकिन उनके आध्यात्मिक आयाम भी होते हैं। इसका मतलब है कि उनको पूरी तरह से रूपांतरित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, मूलाधार चक्र, जो भोजन और नींद के लिए तरसता है, अगर आपने सही तरीके से जागरूकता पैदा कर ली है, तो वही इन चीजों से आप को पूरी तरह से मुक्त भी कर सकता है।
2.स्वाधिष्ठान चक्र
दूसरा चक्र हैः स्वाधिष्ठान । अगर आपकी ऊर्जा स्वाधिष्ठान में सक्रिय है, तो आपके जीवन में आमोद प्रमोद की प्रधानता होगी। आप भौतिक सुखों का भरपूर मजा लेने की फिराक में रहेंगे। आप जीवन में हर चीज का लुत्फ उठाएंगे।
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