Stock Market Tips: बाजार की मौजूदा परिस्थितियों में कहां, कितना निवेश करें, बता रहे हैं एक्सपर्ट विनोद नायर
Vinod Nair Stock Tips: निवेशकों की रणनीतिए ऐसे क्षेत्रों पर दांव लगाने की होनी चाहिए जो महंगाई दर और ब्याज दर से प्रभावित नहीं हैं या फिर कम प्रभावित हैं. ऐसे क्षेत्रों में निवेश कीजिए जिन पर मजबूत ऑपरेशनल स्किल और बहुत अधिक मांग की वजह से मुद्दे का असर नहीं पड़ता है.
साल 2022 में आईटी और सर्विस सेक्टर की कंपनियों में करेक्शन देखा गया है. इसके अलावा इन दोनों सेक्टर पर इन्फ्लेशन और इंटरेस्ट रेट का भी प्रभाव कुछ खास दिखा नहीं है. भले ही इस वक्त हाई वैल्यूएशन, हाई रिस्क और अस्थिरता का माहौल चारों तरफ है. इसके बावजूद इस सेक्टर के स्टॉक में दांव खेला जा सकता है. अगर बात आईटी सेक्टर की उन कंपनियों की बात की जाए जिनका बैलेंस शीट काफी मजबूत और उनका मूल्यांकन मध्यम दर्जे का है तो उनमें इंफोसिस, टीसीएस टेक महिंद्रा के नाम सबसे आगे हैं.
जिस तरह से अर्थव्यवस्था में केंद्रीय बैंक द्वारा लगातार इंटरेस्ट रेट बढ़ाए जाने की वजह से एक साइकिल बन गया है. उनमें उन्हें कंपनियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है जो इन ब्याज दरों से अपने आप को कम प्रभावित होने देंगी. इसके अतिरिक्त मार्केट में वह कंपनियां भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है जो डेट फ्री, नगदी से मजबूत और कैशफ्लो के मामले में अच्छी है. सरकार के प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम अर्थात पीएलआई (PLI) से जुड़े सभी सेक्टर विशेषकर डिफेंस, इथेनॉल, ग्रीन एनर्जी और 5G अच्छे विकल्प हो सकते है. इसके अलावा उन कंपनियों से सावधान रहने की जरूरत है जिनका प्राइस बहुत ऊंचा है उनके ऑपरेशन और वैल्यूएशन के हिसाब से. इसके अलावा निवेशकों को उन जैसी कंपनियों से बच कर रहना चाहिए जिनका बिजनेस साइकलिक मॉडल जैसे माइनिंग, आयल, इंफ्रा और मेटल्स वाले व्यवसाय पर आधारित है. हो सके तो उन कंपनियों पर ध्यान दें जिनका बिजनेस घरेलू अर्थव्यवस्था के साथ मेल खाता हो.
साल 2022 के बुरे माहौल के बीच इस वक्त छोटी मार्केट पूंजीकरण रखने वाली कंपनियों में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना एक अच्छा विकल्प है. वहीं मिड कैप वाले स्टाफ की बात की जाए तो साल भर की उठा-पटक के बाद अब स्टॉक अपने औसत वैल्यूएशन के पास आ पहुंचा है. वही लार्जकैप से जुड़े कंपनियों के स्टॉक अभी भी अपने एवरेज के ऊपर मार्केट में चल रहे है. अगर बात की जाए देश के इंडेक्स की तो निफ़्टी फिफ्टी 20% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है एसएंडपी500 के मुकाबले.
यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले अभी सबसे मूल्यवान देश में से एक है. हालांकि इसके बावजूद हो सकता है कि शॉर्ट टर्म से लेकर मिड टर्म के लिए विकसित देश और उभरते हुए दूसरे बाजार की वजह से भारत की कुछ चमक हल्की पड़ सकती है. अर्थव्यवस्था को धीरे होते हुए देखा जा सकता है. जिसके कारण इंटरेस्ट यील्ड लगातार आकर्षक बनते जा रहे हैं इस कारण से एक निवेशक को 60% और 40% के बैलेंस इन्वेस्टमेंट सिद्धांत का प्रयोग करना चाहिए. अर्थात इक्विटी में 60 परसेंट और डेट में 40 परसेंट का मिक्स इन्वेस्टमेंट करना चाहिए.
(लेखक जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख (शोध) हैं. ये लेखक के निजी विचार हैं.)
जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा
शेयर बाजार में निवेश शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यहां पर पारंपरिक निवेश की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, शेयर बाजार में निवेश का जोखिम भी होता शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश है.
अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा पैसा महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहली जरूरत डीमैट अकाउंट की होती है. इसी अकाउंट में शेयर्स, ईटीएफ, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड्स और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में रखा जाता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज एनसडीएल और सीडीएसल के साथ खोला जा सकता है. देश में कई स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां हैं, जो लोगों को शेयर बाजार में निवेश करने में मदद करती हैं. स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां ही इस सुविधा को आम आदमी तक पहुंचाती हैं. इस सुविधा के बदले ये ब्रोकरेज फर्म्स छोटी फीस वसूलते हैं.
इस बात की भी संभावना है कि आप ये ब्रोकरेज फर्म्स ही किन्हीं कारणों से बंद हो जाए. ऐसी स्थिति में क्या आपका निवेश पूरी तरह से डूब जाएगा? कहीं स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी आपका पूरा पैसा लेकर तो नहीं भाग जाएगी? एक निवेशक के तौर पर आपके मन में जरूर इस तरह के सवाल उठ रहे होंगे. लेकिन अब आपको इसकी चिंता नहीं करनी हैं. क्योंकि हम आपको इस तरह के सभी सवालों के जवाब लेकर आए हैं.
ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्या होगा?
आप यह जानकार राहत की शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश सांस ले सकते हैं कि स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्तेमाल करने के लिए आप इन्हें निर्देश दे सकते हैं.
स्टॉक्स और शेयरों का क्या होगा?
आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.
किसी भी समय पर एक निवेशक का स्टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.
इसी प्रकार आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.
शेयर बाजार में गिरावट के बीच उठाएं लाभ, ऐसे करें निवेश होगा फायदा
Investment tips for share bazaar: कोरोना महामारी के पिछले दो वर्षों में बाजार के नए निवेशकों ने जमकर निवेश किया। हालांकि, यह ऐसा दौर था जिसमें हर किसी को फायदा हुआ। इसके बावजूद काफी सारे लोग इसका फायदा उठाने में चूक गए। वर्तमान में बाजार से लगभग उसी दौर में पहुंच गया है ऐसे में निवेशक का पूरा गणित हम आज आपको बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप निवेश कर लाभ कमा सकते हैं।
Investment tips: अगर आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो आपको निवेश की पद्धति बदलने की जरूरत हैं। इसका मतलब है कि डर और लालच से दूर रहिए। दरअसल, जब भी बाजार तेजी में होता है और निवेशक फायदा कमाते हैं तो उस समय में उस फायदे को भुनाने की बजाय और ज्यादा लालच में आ जाते हैं। परिणाम यह होता है कि बाद में यही लालच उनके फायदे को डूबा देता है। दूसरी ओर जब बाजार में भारी गिरावट आती है तो निवेशक अपने निवेश को डर के कारण घाटे में बेच देते हैं। हालांकि, यही शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश शेयर मार्केट में ऐसे करें निवेश वह समय होता है जब निवेशक के जरिए आप अपने पोर्टफोलियो को मजबूत कर सकते हैं और बढ़ा सकते हैं। पर भारत में खुदरा निवेश ठीक कर के उलट काम करते हैं। वह बाजार की तेजी में खरीदारी करते हैं और गिरावट में बेच देते हैं अगर आप एक सफल निवेशक बनना चाहते हैं तो आपको यह रवैया बदलना होगा इसका मतलब है कि गिरावट में खरीदारी करें और तेजी में बचें।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 457