5. किसी ट्रेडर को बिनोमो प्लेटफार्म क्यों चुनना चाहिए?
इसके मुख्य रूप से 3 कारण हैं
MCX पर ट्रेडिंग के समय में हुआ बदलाव, जान लीजिए पूरी डिटेल
सोमवार से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिफ्रेंशिएबिल नॉन एग्री कमोडिटीज और एग्री कमोडिटीज (कपास, सीपीआई और कपास) में ट्रेडिंग सुबह 9 बजे शुरू हो गई
MCX Trading Timings : मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में ट्रेडिंग के समय में सोमवार से बदलाव हो गया। इसकी वजह यूएस डेलाइट सेविंग टाइमिंग्स है। नया समय सुबह 9 बजे से रात 11.30 बजे तक का है।
इस क्रम में, आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिफ्रेंशिएबिल नॉन एग्री कमोडिटीज और एग्री कमोडिटीज (कपास, सीपीआई और कपास) में ट्रेडिंग सुबह 9 बजे शुरू हो गई। हालांकि, नए टाइम जोन में नॉन एग्री कमोडिटीज (non-Agri commodities) में रात 11.30 बजे तक ट्रेडिंग हो सकेगी, वहीं एग्री कमोडिटीज (Agri commodities) में रात 9 बजे तक ही ट्रेडिंग होगी।
शेयर मार्केट से कितना अलग है कमोडिटी मार्केट, जानिए कैसे होती है कमोडिटी ट्रेडिंग?
Zee Business हिंदी 02-10-2022 ज़ीबिज़ वेब टीम
कोरोना महामारी के बाद शेयर मार्केट में निवेशकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिली है. इसी साल अगस्त में डीमैट खातों की संख्या पहली बार 10 करोड़ के पार पहुंच गई. हालांकि, शेयर बाजार ने भी निवेशकों को निराश नहीं किया. तेजी से दौरान निवेशकों को बंपर मुनाफा मिला. लेकिन यूरोप में यूद्ध के माहौल से सुरक्षित निवेश की मांग तेजी से बढ़ी है. क्योंकि शेयर बाजार में कमजोरी का ट्रेंड है. ऐसे में कमोडिटी मार्केट में सोने और चांदी की मांग तेजी देखने को मिली है. क्या आपको पता है कि कमोडिटी मार्केट क्या है और यह इक्विटी यानी शेयर मार्केट से कितना अलग है.
कमोडिटी मार्केट क्या है?
कमोडिटी मार्केट (Commodity Market) यह एक ऐसा मार्केटप्लेस है जहां निवेशक मसाले, कीमती मेटल्स, बेस मेटल्स, एनर्जी, कच्चे तेल जैसी कई कमोडिटीज की ट्रेडिंग करते हैं.
- एग्री या सॉफ्ट कमोडिटीज में मसाले जैसे काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च हैं. इसके अलावा सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना भी इसी का हिस्सा हैं.
- नॉन-एग्री या हार्ड कमोडिटीज में सोना, चांदी, कॉपर, जिंक, निकल, लेड, एन्युमिनियम, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस शामिल हैं.
इक्विटी मार्केट और कमोडिटी मार्केट में क्या अंतर है?
- इक्विटी मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. वहीं कमोडिटी मार्केट में कच्चे माल को बेचा और खरीदा जाता है.
- इक्विटी के होल्डर को शेयरहोल्डर कहा जाता है, जबकि कमोडिटी के होल्डर को ऑप्शन कहा जाता है.
- शेयरहोल्डर को पार्शियल कंपनी का मालिक माना जाता है, लेकिन कमोडिटी मालिकों को नहीं.
- इक्विटी शेयरों की समाप्ति तिथि नहीं होती है. जबकि कमोडिटी में ऐसा नहीं होता है.
- इक्विटी मार्केट में शेयरहोल्डर डिविडेंड के योग्य माना जाता है. वहीं कमोडिटी मार्केट में डिविडेंड का प्रावधान नहीं होता.
भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए प्रमुख एक्सचेंज हैं. इसमें मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) के साथ-साथ यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज (UCX), नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (NMCE), इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX), ACE डेरिवेटिव्स भारत में कमोडिटी मार्केट का व्यापार कैसै करें एंड कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड शामिल हैं.
कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के लिए यहां जानिए आसान तरीके
अगर आप कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market)भारत में कमोडिटी मार्केट का व्यापार कैसै करें में ट्रेडिंग (Trading) करना चाहते हैं तो आपको बाजार की सही जानकारी का होना बहुत ही जरूरी है. हालांकि अभी भी बहुत से लोगों में कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट को लेकर जानकारी का अभाव है और यही वजह है कि कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग के लिए उतरे नए निवेशकों भारत में कमोडिटी मार्केट का व्यापार कैसै करें में डर बना रहता है. आज की इस रिपोर्ट में हम ऐसे ही निवेशकों के लिए जो कमोडिटी फ्यूचर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, उनको बेहद आसान भाषा में कमोडिटी मार्केट की बारीकियों को समझाने का प्रयास करेंगे. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के वे बेहद आसान तरीके क्या हैं.
फीचर आर्टिकल: भारत और 130 देशों का लोकप्रिय FTT प्लेटफार्म है बिनोमो, ट्रेडिंग के साथ प्राप्त करे आकर्षक बोनस और ढेरों शानदार पुरस्कार
भारत में FTT प्लेटफार्म के बीच बिनोमो ने अपनी अलग पहचान बनाई है। इस ग्लोबल प्लेटफार्म पर लोगों का भरोसा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। बिनोमो के एपीएसी मैनेजिंग डायरेक्टर डेविड क्लार्क बता रहे हैं कि आखिर किस प्रकार यह प्लेटफार्म दूसरे प्लेटफार्म से अलग है और कैसे भारत में कमोडिटी मार्केट का व्यापार कैसै करें यह ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित है। इसके साथ ही ट्रेडर्स इस पर ट्रेडिंग के साथ ही अन्य भारत में कमोडिटी मार्केट का व्यापार कैसै करें पुरस्कार भी प्राप्त कर सकते हैं।
1. बिनोमो भारत में लोकप्रिय FTT प्लेटफार्म है और कई ट्रेडर्स खुद को बिनोमिस्ट कहते हैं। इस प्लेटफार्म की लोकप्रियता का क्या राज़ है?
बिनोमो निश्चित रूप से भारत में एक लोकप्रिय FTT प्लेटफार्म है लेकिन इसका पीला और काला बिनोमो लोगो भारत के अलावा 130 देशों में भी पहचाना जाता है। इस प्लेटफार्म पर ट्रेडर्स गोल्ड, कमोडिटी, करेंसी पेयर्स, ओटीसी और अन्य एसेट में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। बिनोमो हर किसी के लिए एक सुविधाजनक प्लेटफार्म है, चाहे वे निवेश की शुरुआत करने वाले लोग हों या फिर प्रोफेशनल्स। यह मॉडर्न और हाई-टेक प्लेटफार्म होने के साथ ही काफी आसान है।
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