IPO: अगले हफ्ते निवेशक इन चार आईपीओ को कर पाएंगे सब्सक्राइब, मार्केट से 5,020 करोड़ जुटाने का है लक्ष्य

IPO Update: स्पेशियलिटी मरीन केमिकल बनाने वाली कंपनी आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज का आईपीओ (Archean Chemical Industries IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए 9 नवंबर 2022 को खुलेगा.

By: ABP Live | Updated at : 06 Nov 2022 12:47 PM (IST)

IPO News: इनीशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ (IPO) में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है. कल से शुरू हो रहे कारोबारी हफ्ते में कुल चार नए आईपीओ आने वाले है. यह कंपनियां है फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस, आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज, कैनेस टेक्नोलॉजी और आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज. यह सभी कंपनियां अगले हफ्ते अपने आईपीओ के जरिए मार्केट से करीब 5,020 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश करेंगी.

ऐसे में आईपीओ में पैसा लगाने वालों के लिए अलगा हफ्ता बहुत अहम है. बता दें कि भारत में फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद से ही आईपीओ की बहार आई हुई है. बीते हफ्ते में DCX सिस्टम, मेदांता हॉस्पिटल चलाने वाली कंपनी ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड और फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस कंपनी का आईपीओ आया है. हम आपको अगले हफ्ते आने वाले आईपीओ के डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं-

1. आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज आईपीओ
स्पेशियलिटी मरीन केमिकल बनाने वाली कंपनी आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज का आईपीओ (Archean Chemical Industries IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए 9 नवंबर 2022 को खुलेगा. एंकर निवेश 7 नवंबर 2022 से ही इसमें निवेश कर सकते हैं. इसमें आप 11 नवंबर तक निवेश कर सकते हैं. इसके जरिए कंपनी कुल 1,462 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है. कंपनी इस आईपीओ में 805 करोड़ शेयर पहली बार और 1.61 करोड़ शेयर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेच रही है. इसका प्राइस बैंड है 386-407 रुपये प्रति शेयर. कंपनी का 75 फीसदी शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशक, 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशक और 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया है.

2. फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस आईपीओ
गैर-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (Non-Banking Financial Company) फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस (Five Star Business Finance IPO) अगले हफ्ते इनीशियल पब्लिक ऑफर यानी अपना आईपीओ (IPO) लाने वाली है. इसमें निवेशक 8 नवंबर से लेकर 11 नवंबर तक निवेश कर सकते हैं. कंपनी शेयर का अलॉटमेंट 16 नवंबर 2022 को करेगी. आईपीओ के साइज को घटाकर 1,960 करोड़ रुपये है और प्राइस बैंड 450- 474 रुपये के बीच है. आईपीओ में कंपनी ने 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों, 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों और 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया है.

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3. कैनेस टेक्नोलॉजी का आईपीओ
कैनेस इलेक्ट्रिक इंडिया का आईपीओ (Kaynes Technology India IPO) 10 नवंबर से 14 नवंबर 2022 तक खुला रहेगा. एंकर निवेशकों को 9 नवंबर से ही निवेशक करने की सुविधा मिलेगी. कंपनी ने इस आईपीओ का प्राइस बैं 559-587 रुपये प्रति शेयर तय किया है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 857.80 करोड़ रुपये का फंड जुटाना चाहती है. आईपीओ में कंपनी ने 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों, 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों और 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए रिजर्व कर दिया है.

4. आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज का आईपीओ
आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज (Inox Green Energy IPO) का आईपीओ 11 नवंबर को खुलकर 15 नवंबर को बंद हो जाएगा. एंकर निवेशक 10 नवंबर से निवेश कर सकते हैं. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 740 करोड़ रुपये प्राप्त करना चाहती है. कंपनी ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए 75 फीसदी हिस्सा, रिटेल के लिए 10 फीसदी और हाई नेट वर्थ के लिए 15 फीसदी रिजर्व कर रखा है.

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Published at : 06 Nov 2022 12:44 PM (IST) Tags: ipo news IPO update IPO Tracker IPO Five Star Business Finance Archean Chemical Industries Kaynes Technology India Inox Green Energy हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

निवेशकों के लिए मुनाफा बनाने का एक और मौका, 3 नवंबर को खुलेगा मेदांता की पेरेंट कंपनी का आईपीओ

ग्लोबल हेल्थ मेदांता ब्रांड से अस्पतालों की चेन का संचालन करती है. (तस्वीर- साभार मनीकंट्रोल)

आईपीओ में 500 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी किये जायेंगे. इसके अलावा इसमें 5.08 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी . अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : October 27, 2022, 08:05 IST

हाइलाइट्स

आईपीओ के जरिए कंपनी की 2,200 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.
ग्लोबल हेल्थ की स्थापना जाने-माने चिकित्सक नरेश त्रेहन ने की थी.
कंपनी की पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल आय 2,205.8 करोड़ रुपये थी

नई दिल्ली. मेदांता ब्रांड के तहत अस्पतालों का परिचालन और प्रबंधन करने वाली कंपनी ग्लोबल हेल्थ लिमिटेड का आईपीओ तीन नवंबर से सात नवंबर तक बोली के लिए खुलेगा. कंपनी ने आईपीओ के लिए दायर मसौदा दस्तावेजों में यह जानकारी दी गई. खबरों के मुताबिक, आईपीओ का साइज करीब 2,200 करोड़ रुपये होगा. इससे प्राप्त राशि का उपयोग ऋण और सामान्य कारोबार उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.

आईपीओ में 500 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी किये जायेंगे. इसके अलावा इसमें 5.08 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल है. इसमें कंपनी के मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगें. ओएफएस के तहत, निजी इक्विटी कंपनी कार्लाइल ग्रुप से संबंधित इकाई अनंत इंवेस्टमेंट्स और सुनील सचदेवा (सुमन सचदेवा के साथ संयुक्त रूप से) शेयरों की बिक्री करेंगे. ग्लोबल हेल्थ में अनंत इन्वेस्टमेंट्स की 25.64 प्रतिशत हिस्सेदारी है. वहीं, सचदेवा की इसमें 13.41 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज (इंडिया), जेफरीज इंडिया और जेएम फाइनेंशियल आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.

कंपनी का प्रोफाइल
ग्लोबल हेल्थ की स्थापना जाने-माने चिकित्सक नरेश त्रेहन ने की थी. यह भारत के उत्तर और पूर्वी क्षेत्रों में एक प्रमुख निजी मल्टी-स्पेशलिटी अस्पतालों की चेन है. ग्लोबल हेल्थ गुरुग्राम, इंदौर, रांची, लखनऊ और पटना में ‘मेदांता’ ब्रांड के तहत पांच अस्पतालों का एक नेटवर्क संचालित करती है. इसके अलावा नोएडा में उसका एक अस्पताल निर्माणाधीन है. वित्त वर्ष 2024-25 में नोएडा स्थित अस्पताल में परिचालन शुरू होने पर कंपनी की कुल बेड की संख्या 3,500 से अधिक होने का अनुमान है. कंपनी की पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल आय 2,205.8 करोड़ रुपये थी. इस दौरान उसने 196.2 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया.

भारतीय स्वास्थ्य सेवा उद्योग में अच्छी वृद्धि का अनुमान
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-2026 के बीत भारत का स्वास्थ्य सेवा उद्योग 13-15 फीसदी का सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दर्ज कर सकता है. क्रिसिल ने इसके कारकों में मांग में वृद्धि, स्ट्रांग फंडामेंटल, बढ़ती अफोर्डिबिलिटी और आयुष्मान भारत योजना को गिनाया है. भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काफी वृद्धि की उम्मीद है. दरअसल, देश में हर 10,000 लोगों पर केवल अस्पताल में 15 बिस्तर मौजूद हैं. जबकि वैश्विक औसत 29 बेड्स की है. इसलिए इस इंडस्ट्री में ग्रोथ का काफी स्कोप है.

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Star Health: बिग बुल के निवेश वाली कंपनी सात तिमाही के बाद मुनाफे में, आपको क्या करना चाहिए?

Star Health Stocks: स्टार हेल्थ का भविष्य बेहतरीन है और इस हिसाब से आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ₹700 से बढ़ाकर ₹858 कर दिया है. मोतीलाल ओसवाल ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ₹850 बताया है. एमके ग्लोबल ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट 945 रुपए रखा है.

Big Bulls Tracker

Rakesh Jhunjhunwala kept his stake in various stocks largely unchanged in the June 2022 quarter. That said, there are select stocks wherein he booked profits, including potential exits from two companies.According to the data from Trendlyne, Rakesh Jhunjhunwala and associates publicly hold 34 stocks with a net worth of over Rs 29,301.4 crore, as per the latest corporate shareholdings filed so far. Let us have a look at his rejigs during April-June 2022 period.

शेयर बाजार के एक्सपर्ट स्टार हेल्थ के शेयरों पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं. स्वास्थ्य बीमा देने वाली स्टार हेल्थ के भविष्य पर शेयर बाजार के एक्सपर्ट को कोई शक नहीं है, लेकिन इस समय भी वे उसके शेयरों में निवेश करने के मामले में थोड़े आशंकित हैं.

शेयर बाजार के कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि स्टार हेल्थ की पॉलिसी के प्रीमियम की ग्रोथ में कमी आई है, इसके साथ ही ग्रुप इंश्योरेंस के मामले में भी प्रीमियम घटा है. इस वजह से कंपनी के कारोबार पर आशंकाएं जताई जा रही हैं.

सोमवार को स्टार हेल्थ के शेयरों में 2.51 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गई और यह ₹724 के लेवल पर आ गए. शेयर बाजार के एक्सपर्ट के मुताबिक स्टार हेल्थ के शेयरों में अभी 5 से 33 फीसदी तक की तेजी आ सकती है. स्टार हेल्थ में राकेश झुनझुनवाला की 14.39% हिस्सेदारी है जबकि उनकी पत्नी रेखा के पास 3.10 फीसदी शेयर हैं. राकेश झुनझुनवाला के स्टार हेल्थ में निवेश की वैल्यू 7300 करोड़ रुपए की है.

बिग बुल के निवेश पोर्टफोलियो की बात करें तो स्टार हेल्थ में उनकी दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. बोफा सिक्योरिटीज ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ₹935 से बढ़ाकर ₹940 कर दिया है.

ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ₹760 रखा है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा है कि हेल्थ इंश्योरेंस सेगमेंट में काफी ग्रोथ दर्ज की जा रही है और स्टार हेल्थ की इसमें बड़ी हिस्सेदारी है.

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें ₹700 से बढ़ाकर ₹858 कर दिया है. मोतीलाल ओसवाल ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट ₹850 बताया है. एमके ग्लोबल ने स्टार हेल्थ के शेयरों का टारगेट 945 रुपए रखा है.

इस वित्त वर्ष कुल 52 कंपनियों के IPO आए, इन कंपनियों ने मिलकर रिकॉर्ड 1.11 लाख करोड़ रुपए जुटाए

चालू वित्त वर्ष में कुल 52 कंपनियों के आईपीओ आए जिसके जरिए 1.11 लाख करोड़ रुपए इकट्ठा किए गए. यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 3.5 गुना ज्यादा है.

इस वित्त वर्ष कुल 52 कंपनियों के IPO आए, इन कंपनियों ने मिलकर रिकॉर्ड 1.11 लाख करोड़ रुपए जुटाए

वित्त वर्ष 2021-22 अपने आखिरी दिन में है. इस साल शेयर बाजार में आईपीओ (IPO this Financial Year) की भरमार रही. हालांकि, बदलते ग्लोबल हालात और विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) की दिलचस्पी घटने के कारण आखिरी तिमाही में केवल पांच कंपनियों के आईपीओ आए हैं. पूरे वित्त वर्ष में कुल 52 आईपीओ आए हैं. इस आईपीओ के जरिए कंपनियों ने ऑल टाइम हाई 1 लाख 11 हजार 417 करोड़ का फंड इकट्ठा किया है. यह डाटा प्राइस डेटाबेस ग्रुप (PRIME Database Group) की तरफ से जारी किया गया है. पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले यह फंड रेजिंग 3.5 गुना से ज्यादा है. वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 30 कंपनियों का आईपीओ आया था.

पिछले वित्त वर्ष 30 आईपीओ के जरिए 31 हजार 268 करोड़ की फंड रेजिंग की गई थी. आईपीओ के लिए वित्त वर्ष 2017-18 शानदार रहा था जिसमें कुल 81 हजार 553 करोड़ की फंड रेजिंग की गई थी. चालू वित्त वर्ष में आईपीओ की बात करें तो न्यू एज लॉस मेकिंग टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स बड़े पैमाने पर आईपीओ लेकर आए. इसके अलावा रिटेल पार्टिसिपेशन शानदार रहा.

पब्लिक इक्विटी फंड रेजिंग में आई गिरावट

चालू वित्त वर्ष में ओवरऑल पब्लिक इक्विटी फंड रेजिंग में गिरावट दर्ज की गई और यह 1.70 लाख करोड़ रुपए रहा. वित्त वर्ष 2020-21 में यह 1.90 लाख करोड़ रुपए रहा था. पब्लिक इक्विटी फंडरेजिंग में क्वॉलिफाईड इंस्टिट्यूशनल प्लेसमेंट, फॉलो-ऑन ऑफरिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट ( InvIT) और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT ) शामिल होते हैं.

इस वित्त वर्ष Paytm लाया इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ

चालू वित्त वर्ष में भारतीय इतिहास का अब तका सबसे बड़ा आईपीओ लाया गया. यह आईपीओ पेटीएम का था जिसने बाजार से 18300 करोड़ रुपए की फंड रेजिंग की. इसके बाद जोमैटो का आईपीओ 9375 करोड़, स्टार हेल्थ का आईपीओ 6019 करोड़ का, PB फिनटेक यानी पॉलिसी बाजार का आईपीओ 5710 करोड़, सोना BLW का आईपीओ 5550 करोड़ और ई-कॉमर्स नायका का आईपीओ 5350 करोड़ रुपए का था. इन छह कंपनियों में से चार न्यू एज टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स हैं. इन टेक स्टार्टअप्स ने मिलकर कुल ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें 38 हजार 734 करोड़ की फंड रेजिंग की है.

रिटेल निवेशकों की भागीदारी में आया उछाल

इस वित्त वर्ष रिटेल निवेशकों की भागीदारी में काफी उछाल आया है. वित्त वर्ष 2021-22 में ऐवरेज नंबर ऑफ रिटेल एप्लिकेशन 14.05 लाख रहा जो वित्त वर्ष 2020-21 में 12.73 लाख था. वित्त वर्ष 2019-20 में यह 6.88 लाख था. रिटेल भागीदारी की बात करें तो ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज में सबसे ज्यादा 33.95 लाख रिटेल पार्टिसिपेशन था जिसके बाद दिव्यानी इंटरनेशनल के लिए रिटेल पार्टिसिपेशन 32.67 लाख रहा. लेटेंट व्यू के लिए रिटेल पार्टिसिपेशन 31.87 लाख रहा.

रिटेल निवेशकों को टोटल आईपीओ वैल्यु का 20 फीसदी जारी किया गया

रिटेल निवेशकों की तरफ से अमाउंट ऑफ शेयर के लिए जो एप्लिकेशन डाला गया था वह वैल्यु के लिहाज से 17 फीसदी रहा. पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले यह डेढ़ गुना ज्यादा रहा. इससे रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी और मजबूती का पता चलता है. चालू वित्त वर्ष में रिटेल निवेशकों को आईपीओ का केवल 20 फीसदी यानी 22 हजार 17 करोड़ जारी किया गया. पिछले वित्त वर्ष में रिटेल निवेशकों को आईपीओ का 32 फीसदी जारी किया गया था.

50 में केवल 32 कंपनियां इश्यू प्राइस के ऊपर ट्रेड कर रही हैं

आईपीओ के प्रदर्शन की बात करें तो 28 मार्च तक 50 कंपनियों के आईपीओ की लिस्टिंग हो चुकी है. 15 मार्च की रिपोर्ट के आधार पर इनमें से 32 कंपनियां इश्यू प्राइस के ऊपर ट्रेड कर रही हैं. ऐवरेज लिस्टिंग गेन 33 फीसदी रहा जो वित्त वर्ष 2020-21 में 36 फीसदी रहा था. वित्त वर्ष 2019-20 में ऐवरेज लिस्टिंग गेन 24 फीसदी रहा था.

LIC IPO: इस मेगा आईपीओ में निवेश करने से पहले इन 10 रिस्क फैक्टर के बारे में भी जानें

LIC IPO Updates: कोरोना के कारण लाखों लोगों की जान गई है. ऐसे में देश के सबसे बड़े इंश्योरर को बड़े पैमाने पर डेथ क्लेम का फायदा देना पड़ा है.

LIC IPO: इस मेगा आईपीओ में निवेश करने से पहले इन 10 रिस्क फैक्टर के बारे में भी जानें

देश के सबसे बड़े आईपीओ को लेकर सेबी के सामने दस्तावेज जमा किया जा चुका है. एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) की चर्चा चारों तरफ है. इस आईपीओ में पॉलिसी होल्डर्स को ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें स्पेशल रिजर्वेशन दिया गया है. सरकार भी इस आईपीओ के मेगा सक्सेस के लिए रिटेल निवेशकों के साथ-साथ ग्लोबल इंवेस्टर्स से लगातार अपील कर रही है. बाजार भी इस आईपीओ का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. जानकारी के लिए बता दें कि सरकार लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (Life Insurance Corporation) में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती है. माना जा रहा है कि यह आईपीओ 60-90 हजार करोड़ रुपए के बीच होगा. अगर आप भी इस आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो किसी तरह के रिस्क फैक्टर को भी समझना जरूरी है. आइए इसके बारे में विस्तार से समझते हैं.

सेबी के पास जमा आईपीओ दस्तावेज (DRHP) में कई तरह के रिस्क फैक्टर्स का भी जिक्र किया गया है. यह रिस्क इंश्योरेंस बिजनेस से जुड़ा हुआ है. इनमें कुछ इंटर्नल रिस्क हैं तो कुछ एक्सटर्नल रिस्क हैं. पहले इंटर्नल रिस्क फैक्टर के बारे में जानकारी हासिल करते हैं.

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