Fixed Deposit (FD) क्या होता है ?
अपनें भविष्य को सुरक्षित रखनें के लिए बचत करना अत्यंत आवश्यक होता है, क्योंकि धन हमारे जीवन की आवश्यक आवश्यकता है | अधिकांश लोगो में धन बचत करनें की प्रवृति होती है और वह धन की बचत के लिए विभिन्न तरीके अपनाते है | हालाँकि वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस के अलावा सरकारी बैंक और गैर सरकारी बैंकों द्वारा निवेश के लिए अनेक प्रकार की स्कीमों का संचालन किया जा रहा है |
इन्ही में से एक आप्शन एफडी अर्थात फिक्स्ड डिपाजिट है, दरअसल यह स्कीम जमा और बचत के मामले में बहुत ही पॉपुलर है | इसका मुख्य कारण यह है, कि एफडी अकाउंट में जमा धन सुरक्षित होनें के साथ ही निर्धारित रिटर्न मिलता है | सबसे खास बात यह है, कि यह स्कीम मार्केट लिंक्ड नही होती है, जिससे मार्केट के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है | Fixed Deposit (FD) क्या होता है? इसके बारें में जानकारी देने के साथ ही आपको FD का Interest Rate और Online FD करनें के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
फिक्स्ड डिपाजिट क्या होता है (Fixed Deposit-FD)
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सावधि जमा अर्थात एफडी सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है, जिसके माध्यम से लोग नियमित बचत खाते की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक ब्याज प्राप्त करते हैं। एफडी निवेश करनें का एक सुरक्षित साधन है, जो डाकघर, बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) अपने ग्राहकों को प्रदान करती हैं। एफडी के माध्यम से लोग एक निश्चित अवधि के लिए एक पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं। यहाँ ताकि यदि निवेश करनें वाला व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक है, तो उन्हें उच्च ब्याज दरों की पेशकश की जाती है। सबसे कहस बात यह है, कि आवश्यकता पड़ने पर आप अपनें एफडी अकाउंट को लिक्विडेट कर धनराशि प्राप्त कर सकते हैं।
एफडी अकाउंट में निवेशक को एकमुश्त राशि एक निर्धारित समय के लिए जमा करनी होती है | इस अकाउंट में जमा धनराशि पर पहले से निर्धारित ब्याज दर के अनुसार ब्याज प्राप्त होता है | हालाँकि अलग-अलग वित्तीय संस्थानों अर्थात पोस्ट ऑफिस, सरकारी और गैर सरकारी बैंकों में ब्याज दर अलग-अलग होती है परन्तु निवेश करनें का तरीका एक जैसा ही होता है | फिक्स्ड डिपाजिट के अंतर्गत आप अधिकतम 10 वर्ष के लिए निवेश कर सकते है |
फिक्स्ड डिपाजिट के प्रकार (Fixed Deposit Types)
1.स्टैण्डर्ड टर्म डिपॉजिट्स (Standard Term Deposits)
स्टैण्डर्ड टर्म डिपॉजिट्स के अंतर्गत आप अपनी धनराशि पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित अवधि के लिए निवेश करते है | यह समय अवधि 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष तक हो सकती है। हालाँकि इसमें निवेश की अवधि और ब्याज दर उस वित्तीय संस्थान पर निर्भर होती है, जिसमें आप निवेश कर रहे है |
2. सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपॉजिट्स (Senior Citizen Fixed Deposits)
60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों अर्थात वरिष्ठ नागरिको के लिए बैंक और एनबीएफसी (NBFC) अन्य निवेशकों की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट पर अधिक ब्याज दर (0.25-0.50%) प्रदान करते हैं | इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक एफडी से प्राप्त ब्याज पर टैक्स कटौती नहीं होती है |
3. रेकरिंग डिपाजिट (Recurring Deposit)
रेकरिंग डिपाजिट एक प्रकार की सावधि जमा अर्थात एफडी (FD) है, जिसमें आप एक अमाउंट को निर्धारित समय अवधि (मासिक या त्रैमासिक) के लिए जमा कर सकते है | इसमें आपको ब्याज किस दर से प्राप्त होगा यह पहले से निर्धारित होता है। परिपक्वता अवधि पूरी कम्प्लीट होनें पर आपको मूलधन के साथ-साथ ब्याज प्राप्त होता है।
4. एनआरआई फिक्स्ड डिपॉजिट (NRI Fixed Deposit)
एनआरई एफडी विदेशी मुद्रा में कमाई करने वाले नागरिकों के लिए उपयुक्त हैं। हालांकि मुद्रा में उतार-चढ़ाव होते हैं, एनआरई एफडी का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि पूरी राशि, मूलधन और ब्याज, कर-मुक्त हैं। NRI FD को भारतीय या विदेशी मुद्रा में जमा किया जा सकता है और इस पर 30% प्रतिवर्ष की दर से टैक्स लगता है।
5. कॉर्पोरेट फिक्स डिपाजिट (Corporate Fixed Deposit)
कुछ कंपनियां या कॉर्पोरेट संस्थाएं भी सावधि जमा की पेशकश करती हैं। जबकि वह बैंकों और एनबीएफसी (NBFC) की तुलना में अधिक ब्याज की पेशकश करते हैं परन्तु कॉर्पोरेट एफडी में जोखिम अधिक होता है। यदि कोई कंपनी दिवालिया हो जाती है, तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कॉर्पोरेट जमा में आपका पैसा वसूल किया जा सकता है।
फिक्स डिपाजिट पर ब्याज दर (FD Interest Rate)
एफडी में पैसा निवेश करते समय सबसे अहम् ब्याज दर होती है | दूसरे शब्दों में यह फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है आपके द्वारा निवेश की गयी धनराशि का लाभ होता है | इसे लेकर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर गाइड लाइंस जारी की जाती है और वित्तीय संस्थान इसी के अनुरूप ब्याज दर ऑफर करते है | हालाँकि अलग-अलग वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश की जाने वाली ब्याज दरें अलग-अलग होती है |
जिसका सीधा प्रभाव फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली राशि पर पड़ता है | इस लिए एफडी में निवेश करने से पहले इनकी तुलना अवश्य कर लेनी चाहिए | यदि हम एफडी पर मिलनें वाले ब्याज दर की बात करे, तो वर्तमान समय में एफडी में लगभग 7 से 9 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है |
वित्तीय संस्था का नाम | ब्याज दर (आम नागरिक) | ब्याज दर (वरिष्ठ नागरिक) |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) | 4.90 प्रतिशत | 5.40 प्रतिशत |
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) | 5.20 प्रतिशत | 5.95 प्रतिशत |
एचडीएफसी बैंक (HDFC) | 4.90 प्रतिशत | 5.40 प्रतिशत |
आईसीआईसीआई (ICICI) | 4.90 प्रतिशत | 5.40 प्रतिशत |
एक्सिस बैंक (Axis Bank) | 5.15 प्रतिशत | 5.80 प्रतिशत |
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) | 4.90 प्रतिशत | 5.40 प्रतिशत |
येस बैंक (Yes Bank) | 6.75 प्रतिशत | 7.25 प्रतिशत |
इंडसइंड बैंक (IndusindBank) | 7.00 प्रतिशत | 7.50 प्रतिशत |
ऑनलाइन एफडी कैसे करे (How To Do FD Online)
विभिन्न वित्तीय संस्थाओं द्वारा अपनें ग्राहकों को अनेक प्रकार की सुविधाएँ प्रदान की जाती है, इन्ही में से एक ऑनलाइन एफडी की सुविधा है | इस सुविधा के माध्यम से आप घर बैठे एफडी कर सकते है | उदाहरण के लिए हम आपको एसबीआई में ऑनलाइन एफडी करनें के बारें में बता रहे है, इसके स्टेप्स इस प्रकार है –
SBI ने ग्राहकों को दिया तोहफा, FD की ब्याज दरों में कर दी इतनी बढ़ोतरी
SBI FD Rate: रिजर्व बैंक ने पिछले हफ्ते रेपो रेट में इजाफा किया है. इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में इजाफा किया है. बैंक ने 211 दिन से 10 साल में मैच्योर होने वाली FD की ब्याज दरों में इजाफा किया है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 14 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 14 दिसंबर 2022, 8:30 AM IST)
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को तोहफा दिया है. SBI ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों (FD Interest Rate) में इजाफा किया है. पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (Repo Rate) में इजाफा किया था. इसके बाद से SBI ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. स्टेट बैंक ने दो करोड़ रुपये के रिटेल फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दरों में बदलाव किया है. नई दरें 13 दिसंबर से ही प्रभावी हो गई हैं. ब्याज दरें नए डिपॉजिट और और रिन्यूअल फिक्स्ड डिपॉजिट पर लागू होंगी. स्टेट बैंक ने इस बारे में फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है.
FD की नई ब्याज दरें
नए बदलाव के बाद 7 दिनों से 45 दिनों के बीच की SBI FD पर अब 3 फीसदी का ब्याज मिलेगा. 46 दिन से 179 दिन के बीच की FD पर 3.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. 180 दिन से 210 दिन की एफडी पर 5.25 फीसदी की दर से बैंक ब्याज ऑफर कर रहा है. बैंक ने 211 दिन से 10 साल में मैच्योर होने वाली FD की ब्याज दरों में इजाफा किया है.
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10 साल की FD पर कितना ब्याज?
नई बढ़ोतरी के बाद 211 दिनों से लेकर एक वर्ष से कम समय में मैच्योर होने वाली FD पर बैंक 25 बेसिस प्वाइंट (BPS) अतिरिक्त देगा. इससे ब्याज की दर 5.75 फीसदी हो जाएगी. एक साल से लेकर दो साल से कम अवधि की एफडी पर आम जनता को 65 बीपीएस अतिरिक्त ब्याज दर के रूप में होगा. इससे ग्राहकों को 6.75 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. तीन साल से पांच साल से कम और 5 साल से 10 साल तक की एफडी अब 6.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
सीनियर सिटजन के लिए ब्याज दर
स्टेट बैंक सीनियर सिटिजन (Senior Citizen) के लिए सभी अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दरों में 50 बेसिसि प्वाइंट अतिरिक्त प्रदान करेगा. नए बदलाव के बाद वरिष्ठ नागरिकों को 7 दिनों से 10 वर्षों में परिपक्व होने वाली एफडी पर 3.5 फीसदी से लेकर 7.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह रेपो रेट में 0.35 फीसदी वृद्धि का ऐलान किया था.
एफडी (FD) क्या होता है | फुल फॉर्म | FD Account कैसे खोले, ब्याज़ दर
आज के इस आधुनिक युग में धन की बचत करना काफी कठिन है | हालाँकि बहुत से लोग पैसों की सेविंग करनें के मामले में बहुत ही माहिर होते है, जबकि कुछ लोगो की आय बहुत ही अच्छी होती है, परन्तु बचत के नाम पर उनके पास कुछ नही होता है | अधिकांश लोग धन की बचत करनें के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते है |
वर्तमान समय में बचत के लिए सरकारी, गैर-सरकारी बैंकों तथा डाकघर द्वारा आरडी (RD) और एफडी (FD) आदि अनेक प्रकार की सुविधाएँ दे रही है | आज हम आपको फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है अपनें इस लेख के माध्यम से एफडी (FD) के बारें में पूरी जानकारी दे रहे है, तो आईये जानते है, एफडी (FD) क्या होता है, फुल फॉर्म, FD Account कैसे खोले, ब्याज़ दर के बारें में |
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एफडी का फुल फॉर्म (FD Full Form)
FD (एफडी) का फुल फॉर्म ‘Fixed Deposit’ (फिक्स्ड डिपाजिट) होता है | एफडी को हिंदी में ‘सावधि जमा’ कहते है | एफडी अर्थात फिक्स्ड डिपॉजिट के अंतर्गत निवेशकों द्वारा निवेश किये गये धन को एक निश्चित अवधि तक छोड़ना होता है | दरअसल, एफडी लेने का मुख्य उद्देश्य किसी विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए बचत करना होता है।
FD Full Form In English | ‘Fixed Deposit’ |
एफडी फुल फॉर्म इन हिंदी | ‘सावधि जमा’ |
एफडी क्या होता है (What Is Fixed Deposit- FD)
फिक्स्ड डिपॉजिट अर्थात एफडी सेविंग करनें का एक अत्यधिक सुरक्षित और सरल तरीका है | एफडी अकाउंट लेने पर निवेशकों को सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निवेश करनें से पहले ही आपको इस बात की जानकारी मिल जाती है, कि कि मैच्यूरिटी पर आपको कितना लाभ प्राप्त होगा | दूसरे शब्दों में, निवेशकों द्वारा जमा धनराशि पर उन्हें पहले से निर्धारित दर से ब्याज मिलता है | किसी भी प्रकार की स्थिति में उन्हें निर्धारित राशि से न फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है ही कम मिलता है और न ही अधिक |
किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस के माध्यम से फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा धनराशि को एक निश्चित समय अवधि से पहले नहीं निकला जा सकता है | यदि कोई निवेशक किसी विशेष परिस्थित में इस पैसे को निकालना चाहता है, तो उन्हें इसके लिए सम्बंधित बैंक या डाकघर में पहले से सूचना देनी पड़ती है | हालाँकि इसके लिए निवेशक को जुर्माना भी देना पड़ता है | आपको बता दें, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की न्यूनतम अवधि 6 माह और अधिकतम समय अवधि 10 वर्ष तक की होती है |
एफडी पर ब्याज दर क्या होती है (What is The Interest Rate on FD)
यदि हम एफडी पर मिलनें वाले ब्याज दर की बात करे, तो इसमें सिंपल सेविंग अकाउंट (Saving Account) और करंट अकाउंट (Current Account) की अपेक्षा ब्याज अधिक मिलता है | हालाँकि कुछ समय पूर्व फिक्स्ड डिपाजिट अमाउंट पर निवेशकों को लगभग 15 प्रतिशत ब्याज मिलता था परन्तु इस वर्तमान समय में एफडी में इंटरेस्ट रेट घटकर 7 से 9 प्रतिशत हो गया है |
इसके आलावा अपनें बचत खाते का एफडी करवाने पर निवेशकों की धनराशि मात्र चार से पांच वर्ष (Four to Five Years) में दोगुनी अर्थात डबल हो जाती थी | जबकि इस समय पैसा दोगुना होनें में कम से कम आठ से दस वर्ष का समय लगता है | यहाँ तक कि आगामी आने वाले समय में एफडी की गयी धनराशि को डबल होनें में समय और अधिक लग सकता है |
एफडी अकाउंट पर ब्याज दर कम होनें का कारण (Reasons for Low Interest Rate on FD)
एफडी अकाउंट पर ब्याज दर कम होनें का मुख्य कारण यह है, कि जब किसी भी देश के केन्द्रीय बैंक द्वारा प्रति वर्ष मुद्रास्फीति समायोजन (Inflation Adjustment) किया जाता है, तो मुद्रा की कीमत में कमी आ जाती है |
निरंतर महंगाई बढ़नें से लगभग सभी देशों की मुद्राओं में लगातार कमी होती जा रही है। जिसके कारण लोगो के बैंक अकाउंट में जमा धनराशि पर केंद्रीय बैंक (Central Bank) द्वारा कटौती की जाती है अर्थात ब्याज दर कम हो जाती है |
एफडी अकाउंट से लाभ (FD Account Benefits)
- एफडी के माध्यम से धन का निवेश करनें का सबसे सुरक्षित तरीका है, जिस पर मार्किट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है |
- फिक्स डिपोजिट में निवेशकों द्वारा जमा की गयी धनराशि पर ब्याज दर अन्य खातों की अपेक्षा अधिक होती है |
- एफडी में पांच वर्ष के लिए पैसा जमा करनें पर निवेशकों को इनकम टैक्स में छूट मिलनें के साथ ही इसमें जमा मूलधन और मिलनें वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं देना होता है।
- निवेशक को तत्काल धन की आवश्यकता पड़ने पर वह अपनें एफडी अकाउंट से ऋण ले सकते है और अपनी सहूलियत के मुताबिक धन की वापसी कर सकते है |
- आप फिक्स डिपोजिट सुविधा का लाभ किसी भी बैंक से लेकर गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (Non-Banking Financial Companies) से प्राप्त कर सकते है |
एफडी पर टैक्स कटौती का नियम (Tax Deduction Rule on FD)
एफडी पर टैक्स निवेशक के इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slab) के आधार पर 0 से 30 फीसदी तक कटता है | यदि आपको एफडी से एक वर्ष में 10 हजार रुपये से अधिक ब्याज प्राप्त होता है, तो निवेशक को एफडी पर 10 फ़ीसदी टैक्स अर्थात कर का भुगतान करना होगा | हालाँकि इसके लिए निवेशक को अपनें पैन कार्ड (PAN Card) की छाया-प्रति जमा करना आवश्यक होता है, पैन कार्ड जमा न करनें की स्थिति में 20 फीसदी टीडीएस कट जाता है |
टैक्स कटौती (Tax Deducted) से बचनें के लिए निवेशकों को फॉर्म 15A फॉर्म जमा करना होता है | दरअसल यह ऐसे निवेशकों के लिए लागू होता है, जो किसी इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आते है | यदि निवेशक सीनियर सिटीजन (Senior Citizens) है, तो उन्हें टैक्स कटौती से बचनें के लिए 15H फॉर्म जमा करना आवश्यक होता है |
एफडी अकाउंट खोलनें हेतु आवश्यक दस्तावेज
- पहचान का प्रमाण (Proof of Identification)
- निवास प्रमाण पत्र (Address Proof) की छाया प्रति (Photocopy of PAN Card)
- फिक्स्ड डिपाजिट (FD) फॉर्म Fixed Deposit (FD) Form
- आप जितने रुपयों की FD कराना चाहते है, उसकी चेक (Check the amount of FD)
एफडी अकाउंट कैसे खोले (How To Open FD Account)
यदि आप अपनी धनराशि को एफडी अकाउंट में जमा करना चाहते है, तो आप इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है | ऑफलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत आपको अपनें नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाना होगा | सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात आपको एक फॉर्म भरनें के साथ ही एफडी की जानें वाली धनराशि या चेक देना होगा |
इसके आलावा आप इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से आप घर बैठे ऑनलाइन एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है | इसके लिए आप जिस बैंक या डाकघर में एफडी अकाउंट खोलना चाहते है, उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा |
Bajaj Finance FD: फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलेगा 7.75% तक का रिटर्न, जानिए बुजुर्गों के लिए खास क्या है?
Bajaj Fixed Deposit: बजाज अपने ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.75% प्रतिवर्ष की दर से ब्याज देता है। यह निवेशकों को अपनी बचत तेजी से बढ़ाने में सक्षम बनाता है।
देश में फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक है। आंकड़ों के अनुसार 90% से अधिक भारतीय परिवार फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश को सबसे सुरक्षित मानते हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें रिटर्न पहले से तय रहता है। एफडी में निवेश बाजार के साथ संबद्ध नहीं होता है इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव का इन पर कोई असर नहीं पड़ता है।
इन दिनों बाजार में बजाज फाइनेंस के फिक्स्ड डिपॉजिट की चर्चा है। बजाज अपने ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.75% प्रतिवर्ष की दर से ब्याज देता है। यह निवेशकों को अपनी बचत तेजी से बढ़ाने में सक्षम बनाता है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.25% प्रति वर्ष तक की दर से अतिरिक्त ब्याज का लाभ भी मिलता है। कुछ विशेष अवधियों के लिए एफडी पर ब्याज दरें और भी अधिक हैं।
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देश में फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक है। आंकड़ों के अनुसार 90% से अधिक भारतीय परिवार फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश को सबसे सुरक्षित मानते हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें रिटर्न पहले से तय रहता है। एफडी में निवेश बाजार के साथ संबद्ध नहीं होता है इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव का इन पर कोई असर नहीं पड़ता है।
इन दिनों बाजार में बजाज फाइनेंस के फिक्स्ड डिपॉजिट की चर्चा है। बजाज अपने ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.75% प्रतिवर्ष की दर से ब्याज देता है। यह निवेशकों को अपनी बचत तेजी से बढ़ाने में सक्षम बनाता है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.25% प्रति वर्ष तक की दर से अतिरिक्त ब्याज का लाभ भी मिलता है। कुछ विशेष अवधियों के लिए एफडी पर ब्याज दरें और भी अधिक हैं।
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