हाइब्रिड म्यूच्यूअल फण्ड क्या है प्रकार (Hybrid Mutual Fund In Hindi)
Hybrid Fund In Hindi: दोस्तों अगर आप म्यूच्यूअल फंड में SIP या Lump Sum के द्वारा निवेश करते हैं तो आपको पता ही होगा म्यूच्यूअल फंड भी अनेक प्रकार के होते हैं, इनमें से एक प्रमुख प्रकार का म्यूच्यूअल फंड होता है Hybrid Mutual Fund, जिसमें निवेश करना अन्य म्यूच्यूअल फंड की तुलना में कम जोखिम भरा माना जाता है.
लेकिन अनेक सारे नए निवेशकों को हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड की जानकारी नहीं होती है इसलिए वह इन्टरनेट पर खोजते रहते हैं Hybrid Mutual Fund क्या है, हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड कितने प्रकार के होते हैं, हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड में निवेश कैसे करें और हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के फायदे क्या – क्या हैं.
अगर आपको भी हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड के विषय में पर्याप्त जानकारी नहीं है तो यह लेख आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. इस लेख में हम आपको हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड की A to Z जानकारी देने वाले हैं ताकि जब भी आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करें तो आपको हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड के बारे में भी जानकारी रहे.
तो चलिए आपका अधिक समय लिए बिना शुरू करते हैं आज का यह लेख और जानते हैं – हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड किसे कहते हैं हिंदी में विस्तार से.
Conservative Hybrid Fund: कम रिस्क वाली योजनाओं के लिए इन स्टॉक्स पर म्यूचुअल फंडों का भरोसा, चेक करें अपने पोर्टफोलियो
Conservative Hybrid Fund: बाजार की उतार-चढ़ाव से घबराने वाले निवेशक ऐसी योजनाओं में निवेश करते हैं जिसमें निवेश का रिस्क कम हो। ऐसे निवेशकों के लिए कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स आकर्षक विकल्प है
Conservative Hybrid Fund: बाजार की उतार-चढ़ाव से घबराने वाले निवेशक ऐसी योजनाओं में निवेश करते हैं जिसमें निवेश का रिस्क कम हो। ऐसे निवेशकों के लिए कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स आकर्षक विकल्प है। इसमें मुख्य रूप से डेट सिक्योरिटीज में पैसे लगाए जाते हैं और 10-25 फीसदी निवेश इक्विटी में किया जाता है। इस प्रकार के फंड्स का कुछ पैसा आकर्षक रिटर्न हासिल करने के लिए इक्विटी में लगाया जाता है।
चूंकि यह लो-रिस्क स्कीम है तो फंड मैनेजर ब्लू-चिप स्टॉक्स (Blue Chip Stocks) को प्रमुखता देते हैं जिसमें उतार-चढ़ाव हाइब्रिड फंड क्या हैं कम होता है। बाजार में अभी 21 कंजेक्यूटिव हाइब्रिड फंड्स हैं। ये फंड्स जिन स्टॉक्स को चुनते हैं, उनमें से टॉप-10 के बारे में नीचे बताया जा रहा है। ये आंकड़े 30 सितंबर 2022 तक के हैं और इसे ACEMF ने कंपाइल किया है।
Hybrid Fund in Hindi
Hybrid Fund in Hindi हाइब्रिड फंड क्या हैं और इसके फायदे क्या हैं। इस फंड की संरचना क्या होते है और इसमें निवेश किन लोगों को करना चाहिये और क्यों। हाइब्रिड फंड में निवेश किस उद्देस्य के लिये किया जाता है और यह कैसे काम करता है। अन्य फंडों के मुकाबकले इसमें निवेश करने पर कितना रिस्क हो सकता है। यह सब समझते हैं आसान हिंदी में। म्यूचुअल फंड में निवेश के अन्य सभी पहलुओं को जानने ले लिये पढ़ें हमारी साइट पर। Read about Hybrid Fund, features and benefits of it in Hindi.
Hybrid Fund in Hindi हाइब्रिड फंड क्या हैं
What is Hybrid Fund
Hybrid Fund is a low-risk balanced fund which gives more returns than the fixed deposit and have a lower risk than equity funds.
Hybrid Fund in Hindi
पहले हमने आपको म्यूचुअल फंडों के हाइब्रिड फंड क्या हैं प्रकार बताये थे। फिर एक लेख में इक्विटी फंडों के प्रकार बताये थे। आज हम Hybrid Fund की बात करेंगे। Hybrid Fund एक ऐसा निवेश फंड है जो दो या दो से अधिक परिसंपत्ति वर्गों के बीच निवेश कर रिस्क को डाइवर्सीफाई कर देता है। ये फंड आम तौर पर स्टॉक और बॉन्ड के मिश्रण में निवेश करते हैं। कई हाइब्रिड फंड अपने निवेश के एक हिस्से को सोने में भी लगाते हैं। इन्हें एसेट एलोकेशन फंड के रूप में भी जाना जा सकता है। यहां पढ़िये म्यूचुअल फंड्स कैसे खरीदें।
Hybrid Fund में हैं मिलेजुले निवेश
Hybrid Fund हाइब्रिड फंड निवेशकों को डाइवर्सिफाईड पोर्टफोलियो का विकल्प देते हैं। हाइब्रिड शब्द इंगित करता है कि फंड की निवेश रणनीति में कई संपत्ति वर्गों में निवेश शामिल है। आम तौर पर इसका मतलब यह भी हो सकता है कि फंड मिलेजुले निवेश की दृष्टिकोण का उपयोग करता है।
Asset Allocation Fund एसेट एलोकेशन फंड
इन्हें एसेट एलोकेशन फंड के रूप में भी जाना हाइब्रिड फंड क्या हैं जाता है। जो निवेशक अलग अलग एसेट क्लास में निवेश करना चाहते हैं वे एक ही फंड में निवेश द्वारा अपना उद्देश्य प्राप्त कर सकते हैं।
Hybrid Fund is Unique अलग स्तर के उत्पाद
Hybrid Fund हाइब्रिड फंड, फंड प्रबंधन में आधुनिक पोर्टफोलियो सिद्धांत के कार्यान्वयन से विकसित हुए। ये फंड कम जोखिम से लेकर मध्यम और आक्रामक जोखिम सहन कर पाने वाले निवेशकों को अलग अलग स्तर के उत्पाद पेश कर सकते हैं।
Hybrid Fund is Balance Funds बैलेंस फंड
बैलेंस फंड भी Hybrid Fund का एक प्रकार हैं। बैलेंस फंड अक्सर 60/40 के अनुपात में शेयरों और डेट में निवेश करते हैं।
Low Risk कम जोखिम के साथ रिटर्न भी Low Risk
Hybrid Fund शुद्ध इक्विटी फंड की तुलना में सुरक्षित निवेश माने जाते हैं। ये शुद्ध ऋण फंड से अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं और कम रिस्क चाहने वालों के लिये हैं। नये निवेशक जो इक्विटी बाजारों में जोखिम लेने के इच्छुक हैं वे पहले चरण के रूप में हाइब्रिड फंडों में निवेश के बारे में सोच सकते हैं। चूंकि ये इक्विटी और डेट फंड का आदर्श मिश्रण हैं। इक्विटी में निवेश बाजारों में तेजी की स्थिती में लाभ देती है। साथ ही फंड का डेट घटक बाजार में मंदी के समय रिस्क के खिलाफ एक कुशन प्रदान करता है। इस तरह, आप कुल इक्विटी फंड के मामले में संभवतः होने वाले रिस्क से बच जाते हैं।
Hybrid Funds – Equity Oriented and Debt Oriented
जब कोई Hybrid Fund 60% से अधिक इक्विटी में निचेश करता है तो उसे इक्विटी ओरिएंटेड फंड कहेंगे। और यदि कोई फंड 60% से अधिक डेट में निवेश करता है तो उसे डेट ओरियेंटेड फंड कहेंगे।
Components in Hybrid Fund घटक
फंड के इक्विटी घटक में एफएमसीजी, फाइनेंस, हेल्थकेयर, रीयल इस्टेट, ऑटोमोबाइल इत्यादि जैसे उद्योगों के इक्विटी शेयर शामिल रहते हैं। फंड का डेट में निवेश का हिस्सा सरकारी प्रतिभूतियों, डिबेंचर, बॉन्ड जैसे निश्चित आय वाले साधनों में निवेश का करता है। फंड प्रबंधक बाजार में ऊंच नीच का लाभ उठाने के लिए प्रतिभूतियों को खरीद और बेच सकते है।
इस प्रकार Hybrid Fund in Hindi में आपने जाना कि हाइब्रिड फंड क्या हैं और कैसे ये फंड अलग अलग क्लास के साधनों में निवेश कर रिस्क को कम करते हुए बाजार का लाभ भी निवेशकों तक पहुंचाते हैं। इसी कारण निवेश के लिये यह फंड आजकल बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।
Equity, Debt और Hybrid Fund में क्या अंतर है? तीनों में से निवेश के लिए क्या हो सकता है बेहतर?
म्यूच्यूअल फंड को मुख्य रूप से तीन भागों (इक्विटी, डेट और हाइब्रिड) में वर्गीकृत किया गया है। तीनों ही फंडों की विशेषताएं और निवेश का तरीका अलग होता है। तो आइए इस लेख में समझे कि Equity, Debt और Hybrid Fund में क्या अंतर है?
Mutual Fund: जब म्यूचुअल फंड की बात आती है, तो चुनने के लिए कई अलग-अलग प्रकार होते हैं। इसमें इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड और हाइब्रिड म्यूचुअल फंड शामिल हैं। प्रत्येक प्रकार का म्यूचुअल फंड एक अलग उद्देश्य को पूरा करता है और विभिन्न निवेशकों के लिए उपयुक्त है।
अगर आप यह नहीं जानते है कि इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड में क्या अंतर हैं? तो यह लेख यह समझाने में मदद करेगा कि वे क्या हैं। लेकिन इससे पहले कि हम मतभेदों पर एक नज़र डालें, आइए पहले इन फंडों के बारे में जानने की कोशिश करें।
इक्विटी फंड क्या हैं? | What is Equity Fund in Hindi
इक्विटी फंड म्यूचुअल फंड होते हैं जो विभिन्न कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। फंड में कंपनियों के बाजार पूंजीकरण के आधार पर इक्विटी म्यूचुअल फंड को आगे लार्ज कैप फंड, स्मॉल कैप फंड, मिड-कैप फंड और मल्टी-कैप फंड में सब कैटेगराइज किया जा सकता है।
डेट फंड क्या हैं? | What is Debt Fund in Hindi
डेट फंड हाइब्रिड फंड क्या हैं म्यूचुअल फंड हैं जो कई तरह की डेट सिक्योरिटीज और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे कमर्शियल पेपर, डिबेंचर, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, ट्रेजरी बिल और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। फिर से, इक्विटी फंडों की तरह, डेट फंडों की कई अलग-अलग सब-केटेगरी हैं जैसे ओवरनाइट फंड, अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म फंड, शॉर्ट-टर्म फंड और लॉन्ग-टर्म फंड।
हाइब्रिड फंड क्या होते हैं? | What is Hybrid Fund in Hindi
हाइब्रिड फंड म्यूचुअल फंड होते हैं जो इक्विटी और डेट मार्केट दोनों में निवेश करते हैं। इन दोनों बाजारों में निवेश करके, इन फंडों का उद्देश्य जोखिम को कम करना और निवेशकों को मिलने वाले रिटर्न को बढ़ाना है। हाइब्रिड फंड के साथ, इक्विटी और डेट मार्केट के बीच आवंटन का कोई निश्चित प्रतिशत नहीं होता है और यह फंड, फंड के मैनेजर और फंड के लक्ष्य पर निर्भर करता है।
इन तीन फंडों में क्या अंतर है?
अब जब आपने देख लिया है कि इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड क्या हैं, तो आइए अब उनके अंतरों पर चलते हैं।
इन्वेस्टमेंट
Equity - यह कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है।
Debt - यह डेट सिक्योरिटीज और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है।
Hybrid - यह फंड इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट दोनों में निवेश करता है।
Equity - रिटर्न पूरी तरह से बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
Debt - रिटर्न अधिक स्थिर होते हैं और बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं होते हैं।
Hybrid - रिटर्न आंशिक रूप से स्थिर होता है और आंशिक रूप से बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
Equity - ये फंड बहुत जोखिम भरे होते हैं।
Debt - इन फंडों में निम्न स्तर का जोखिम होता है।
Hybrid - ये फंड मध्यम स्तर का जोखिम उठाते हैं।
आपको कौन सा फंड चुनना चाहिए?
आपको किस प्रकार का म्युचुअल फंड चुनना होगा, यह आपकी जोखिम लेने की क्षमता और आपके लक्ष्यों की समय सीमा पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए अगर आप उच्च जोखिम लेने वाले आक्रामक निवेशक हैं, तो हाइब्रिड फंड क्या हैं आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
दूसरी ओर अगर आप कम जोखिम वाले निवेशक हैं, तो डेट म्यूचुअल फंड वही हो सकता है जिसकी आपको तलाश है। और अंत में अगर आप एक मध्यम निवेशक हैं जो थोड़ा ऊंचा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो हाइब्रिड फंड आपके लिए एक हो सकता है।
Conclusion -
जैसा कि आप देख सकते हैं, इन तीनों म्युचुअल फंडों में से प्रत्येक अलग-अलग लक्ष्यों की पूर्ति करता है। इसलिए, जिस फंड में आप निवेश करना चाहते हैं, उसे चुनते समय अपने लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखें।
Mutual Fund: पिछले एक साल में किस फंड ने दिया सबसे बेहतर रिटर्न, जानिए.
आंकड़ों के मुताबिक, एसबीआई इक्विटी एवं डेट फंड का औसत असेट अंडर मैनेजमेंट (एएयूएम) मार्च, 2022 तक 49,425 करोड़ रुपये है जबकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के हाइब्रिड फंड का एयूएम 18,928 करोड़ रुपये है।
Mutual Fund: देश के सबसे बड़े म्यूचुअल फंड एसबीआई म्यूचुअल फंड ने अग्रेसिव हाइब्रिड फंड में तीन बड़े फंडों में सबसे कम रिटर्न दिया है। यहां तक कि इसने निफ्टी 50 हाइब्रिड डेट बेंचमार्क की तुलना में भी कम फायदा निवेशकों को दिया है। जबकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड की इसी स्कीम ने शीर्ष तीन फंडों में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है।
क्या है आंकड़ें?
आंकड़ों के मुताबिक, एसबीआई इक्विटी एवं डेट फंड का औसत असेट अंडर मैनेजमेंट (एएयूएम) मार्च, 2022 तक 49,425 करोड़ रुपये है जबकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के हाइब्रिड फंड का एयूएम 18,928 करोड़ रुपये है। एचडीएफसी के हाइब्रिड का एयूएम 18,430 करोड़ रुपये है। आंकड़े बताते हैं कि एक साल में एसबीआई की इस स्कीम ने केवल 3.38 फीसदी, दो साल में 20.78 और तीन साल में 11.33 फीसदी का रिटर्न दिया है।
किस फंड ने दिया कितना रिटर्न
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की हाइब्रिड स्कीम ने एक साल में 16.77 फीसदी, दो साल में 33.68 फीसदी और तीन साल में 17.हाइब्रिड फंड क्या हैं 20 फीसदी का रिटर्न दिया है। एचडीएफसी की हाइब्रिड स्कीम ने इसी साल में 4.31, 25.83 और 11.41 फीसदी का फायदा निवेशकों को दिया है। इस स्कीम के बेंचमार्क निफ्टी 50 हाइब्रिड एवं डेट फंड ने एक साल में 4.71, दो हाइब्रिड फंड क्या हैं साल में 20.29 और तीन साल में 11.49 फीसदी का रिटर्न दिया है।
आंकड़ों के मुताबिक, 31 मई, 2022 तक म्यूचुअल फंड में इस स्कीम का कुल एयूएम 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा। कुल 32 स्कीम हैं जिनमें 51.16 लाख फोलियो हैं। फोलियो का मतलब ग्राहकों के म्यूचुअल फंड खाते से है। इस फंड में ज्यादातर रूढिवादी निवेशक आते हैं यानी जिनको कम जोखिम पर औसत दर्जे का रिटर्न चाहिए होता है। यह स्कीम अपनी कुल संपत्ति का 65 फीसदी हिस्सा इक्विटी में और 35 फीसदी हिस्सा डेट में निवेश करती है।
एसबीआई म्यूचुअल फंड से 2.78 फीसदी का घाटा
बता दें कि एसबीआई म्यूचुअल फंड ने पिछले साल अगस्त में नए फंड ऑफर (एनएफओ) के जरिये सबसे ज्यादा रकम 14,500 करोड़ रुपये जुटाने का रिकॉर्ड बनाया था, पर 6 महीने में इसके इस फंड ने 2.78 फीसदी का घाटा दिया है। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री लगातार अच्छा ग्रोथ कर रही है और मई में इसका कुल असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 38.79 लाख करोड़ रुपये रहा है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एयूएम के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। जानकार कहते हैं कि निवेशकों को उन फंड हाउसों की ओर रूख करना चाहिए, जिनका रिटर्न बेहतर हो। हालांकि रिटर्न का आधार कंपनी के पोर्टफोलियो से तय होता है और यह हर कंपनी का अलग-अलग हो सकता है।
अग्रेसिव हाइब्रिड फंड में शीर्ष तीन फंडों का रिटर्न
फंड रिटर्न (1 साल) रिटर्न (2 साल) रिटर्न (3 साल)
आईसीआईसीआई प्रू 16.77% 33.68% 17.20%
एचडीएफसी 4.31 25.83% 11.41%
एसबीआई 3.38% 20.78% 11.33%
निफ्टी 50 हाइब्रिड एवं डेट 4.71% 20.29% 11.49%
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 258