वहीं, केंद्र ने शुक्रवार को राज्यों से कोविड-19 के उभरते केंद्रों (अत्यधिक मामलों वाले नये स्थानों) पर विशेष ध्यान देने और कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा। कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन से देश के धीरे-धीरे बाहर आने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बार फिर विचार-विमर्श करेंगे।

Mansik tanav ko aapko swikar karna hoga.

पॉजीटिव नजरिया तनाव को भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकता है, जानिए क्या है एथलीट्स की ये जांची-परखी रणनीति

Mental stress ko ek chunauti ki tarah lena chahiye.

मेंटल स्ट्रेस को एक चुनौती की तरह लेना चाहिए। चित्र: शटरस्टॉक

दुनिया भर में तनावग्रस्त लोगों की संख्या लगातर बढ़ती जा रही है। ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर मानसिक तनाव को कैसे कम किया जाए। दरअसल, मेंटल स्ट्रेस का नकारात्मक प्रभाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। हाल ही में हुए एक शोध से पता चलता है कि तनाव के बारे में हमारे सोचने के तरीके का असर हमारे स्वास्थ्य पर दिखाई देता है। जो लोग तनाव को सकारात्मक तरीके से लेते हैं, उन्हें इससे निजात पाने में मदद बाहर निकलने की रणनीति क्या है? मिल सकती है।

सोचने का नजरिया है ज्यादा महत्वपूर्ण

ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में हुए शोधों में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हमारे सोचने का नजरिया तनावपूर्ण परिस्थितियों से निपटने में मददगार है। रिसर्च में यह बात सामने आई कि आम लोगों की तुलना में एथलीट्स अपने तनाव को सकारात्मक तरीके से लेते हैं। नतीजतन, वे तनावपूर्ण परिस्थितियों से आसानी से बाहर निकल जाते हैं। तो आइए जानते हैं एथलीट की तरह आप अपने स्ट्रेस को कैसे हैंडल कर सकते हैं।

हम सभी कभी न कभी तनावपूर्ण परिस्थितियों से जरूर गुजरते हैं। शोध में यह बात सामने आई है कि लोग अपने स्ट्रेस को लेकर दो तरह की राय रखते हैं। एक वो लोग होते हैं जो सोचते हैं कि तनाव का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और हमें इससे बाहर निकलना चाहिए। वहीं, एक वे लोग होते हैं जो अपने तनाव को सकारात्मक व्यू में लेकर इसे एक चुनौती की तरह लेते हैं। जैसे एक एथलीट किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले होने वाले स्ट्रेस को अपने प्रदर्शन से जोड़कर देखते हैं।

400 एथलीटों पर हुआ अध्ययन

खबरों के मुताबिक, इस स्टडी में 400 एथलीटों का डेटा एकत्र किया गया था। इनमें अलग-अलग खेलों के प्लेयर्स और कुछ इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोग शामिल थे। अध्ययन के लिए इन एथलीटों से तनाव और मेंटल हेल्थ को लेकर सवाल-जवाब किए गए। इस दौरान एथलीटों की बाहर निकलने की रणनीति क्या है? उम्र और उससे संबंधित खेल का भी ध्यान रखा गया था।

अध्ययन में यह पाया गया है कि आम लोगों की तुलना में एथलीट अपने तनाव को सकारात्मक और चुनौतीपूर्ण रूप में देखते हैं। नतीजतन, एथलीट खुद को अधिक एनर्जेटिक और कम अवसादग्रस्त पाते हैं।

काम करने की प्रेरणा मिलती है

जो लोग तनावपूर्ण परिस्थितियों से गुजरते हैं, उन्हें पता चलता है कि यह कितना कष्टपूर्ण होता है। बेशक, हम तनाव को सकारात्मक रूप में नहीं बाहर निकलने की रणनीति क्या है? देख सकते हैं। क्योंकि इसका हमारे स्वास्थ्य पर बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, यह सही है कि एथलीटों को अत्यधिक तनाव की स्थिति उनके बेहतर प्रदर्शन और मेंटली हेल्दी रहने में मददगार है। जैसे कोई एथलीट किसी प्रतियोगिता के तनाव को फायदेमंद मानता है, तो इससे उसे अपने खेल पर फोकस करने और सक्सेस होने की प्रेरणा मिल सकती है।

हम सभी जानते हैं कि एथलीट आम लोगों से काफी अलग होते हैं। वह नियमित रूप से शारीरिक एक्टिविटी करने के साथ एक हेल्दी डाइट को फॉलो करते हैं। इसके बावजूद हम मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने और मानसिक तनाव को अलग नजरिए से देख सकते हैं। अध्ययनों से बात सामने आई है कि यदि एक सामान्य व्यक्ति भी तनाव को सकारात्मक रूप में महसूस करें, तो इससे उसके मानसिक स्वास्थ्य में इजाफा हो सकता है।

15 अप्रैल को कैसे खत्म हो लॉकडाउन, पीएम मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से मांगी सलाह

पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मांगे हैं सुझाव (फोटो: PTI)

  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2020,
  • (अपडेटेड 02 अप्रैल 2020, बाहर निकलने की रणनीति क्या है? 8:15 PM IST)
  • सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से PM मोदी ने की बात
  • कोरोना से लड़ने के लिए बनाया गया एक मेगा प्लान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात की. इस दौरान राज्यों ने केंद्र से मेडिकल किट, बकाये पैसे के साथ ही आर्थिक मदद की मांग की बाहर निकलने की रणनीति क्या है? है. इसके साथ ही राज्यों ने केंद्र से यह भी पूछा कि लॉकडाउन कब तक लागू रहेगा?

लॉकडाउन से बिना सोचे-समझे निकला तो इकॉनमी की हालत होगी गंभीर : SBI रिपोर्ट

SBI-file

  • लॉकडाउन को सोच-समझ कर खत्म करने की सलाह
  • एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में सरकार को दी है यह सलाह
  • मंदी के बाद ग्रोथ की रफ्तार काफी धीमी हो जाती है
  • पुराने स्तर पर पहुंचने में पांच से दस साल लग जाते हैं

चौथी तिमाही में ग्रोथ रेट 3.1 फीसदी रहा
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को वृद्धि दर में स्थिर गिरावट को रोकने के लिए लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति काफी सोच-विचार कर बनानी होगी। बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में भारत की सकल घरेलू बाहर निकलने की रणनीति क्या है? उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर घटकर 4.2 प्रतिशत रह गई है, जो इसका 11 साल का निचला स्तर है। बीते वित्त वर्ष की चौथी जनवरी-मार्च की तिमाही में वृद्धि दर 40 तिमाहियों के निचले स्तर 3.1 प्रतिशत पर आ गई है।

तेज़ उतार-चढ़ाव और फिन निफ्टी की अद्भुत रणनीति – पोस्ट मार्केट एनालिसिस

निफ्टी 118 पॉइंट्स के गैप-अप के साथ दिन में 18,130 पर खुला। सुबह के सेशन में, इंडेक्स एक चैनल पैटर्न बनाते हुए ऊपर चला गया और एक दिन के उच्च स्तर 18,175 पर पहुंच गया। 11 बजे के बाद, इसने एक डाउनट्रेंड चैनल बनाया और एक दिन के निचले बाहर निकलने की रणनीति क्या है? स्तर 18,060 पर पहुंच गया। आखिरी घंटे की रिकवरी की मदद से निफ्टी बाहर निकलने की रणनीति क्या है? 133 पॉइंट्स या 0.74% की बढ़त के साथ दिन के 18,145 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी ने दिन की शुरुआत 244 पॉइंट्स के गैप-अप के साथ 41,552 पर की। ओपनिंग हालिया रेजिस्टेंस ट्रेड लाइन से ऊपर थी और यह ऊपर चला गया। लेकिन इसे 41,670 (20 सितंबर का उच्च स्तर जो मंगलवार को भी था) पर मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ा, वहां एक डबल टॉप बना और तेजी से गिर गया। बैंक निफ्टी 18 पॉइंट्स या 0.04% की गिरावट के साथ 41,289 पर बंद हुआ।

प्रमुख गतिविधियां -

कल Ultratech Cements निफ्टी 50 गेनर के तौर पर बंद हुआ था।

आज बाहर निकलने की रणनीति क्या है? सीमेंट से जुड़ा एक और स्टॉक- Adani Ent (+6.8%) निफ्टी 50 टॉप गेनर के रूप में बंद हुआ।

ACC (+1.5%) Grasim (+2.2%), Ambuja Cements (+2%), Ultratech Cements (+1.5%), Ramco Cements (+1%) JK Cements (+3.3%), JK Lakshmi (+5.9%) और Grasim (+2.3%) भी ऊपर चढ़े।

बैन कैपिटल द्वारा बैंक के कुल शेयरों का 1.24% बेचने के बाद Axis Bank (-3.7%) निफ्टी 50 टॉप लूज़र्स के रूप में बंद हुआ।

Sun Pharma (+1.9%) ने Q2 में 8.2% की नेट प्रॉफिट बढ़त के साथ 2,260 करोड़ रुपये (YoY) दर्ज की। Divis Lab (+6.3%) और Dr Reddy (+2.2%) ने भी बढ़त हासिल की।

M&M (+0.40%), Tata Motors(+2%), Maruti (-0.77%), Bajaj Auto (+1.6%), Eicher Motors (-1.3%) और Ashok Leyland (-2.3%) ने अपने अक्टूबर बिक्री डेटा की आज सूचना दी।

आगे बाहर निकलने की रणनीति क्या है? का अनुमान -

FinNifty की समाप्ति से शानदार अस्थिरता!

ऐसा लगा कि सभी अस्थिर मूवमेंट में बड़े खिलाड़ी फिन निफ्टी की एक्सपायरी को 17,600 के आसपास लाने की कोशिश कर रहे थे।

निफ्टी फिनसर्व हैवीवेट- HDFC Bank, ICICI Bank, HDFC Kotak Bank में आज एक साथ प्रमुख बिकवाली हुई। वहीं, उन्होंने बैंक निफ्टी को 41,200 सपोर्ट जोन से ऊपर रखा। निफ्टी भी 18,100 के रेजिस्टेंस स्तर के ऊपर बंद हुआ और इस तरह बाजार को कमजोरी से दूर रखते हुए अद्भुत रणनीति बनाई।

अक्टूबर 2022 के लिए सकल GST रेवेन्यू कलेक्शन 1,51,718 करोड़ रुपये निकला - अप्रैल 2022 में संग्रह के बाद, बाहर निकलने की रणनीति क्या है? अब तक का दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन! ध्यान दें, कि यह दूसरी बार है जब हम 1.5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर रहे हैं।

भारत अक्टूबर PMI मैन्युफैक्चरिंग पिछले 55.3 बनाम 55.1 पर निकला।

केंद्र की लॉकडाउन से बाहर आने की ''आकस्मिक'' योजना के कारण मामलों में वृद्धि हुई : अधीर

केंद्र की लॉकडाउन से बाहर आने की ''आकस्मिक'' योजना के कारण मामलों में वृद्धि हुई : अधीर

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए ''आकस्मिक और गैर-पेशेवर'' रणनीति अपनाने का आरोप लगाया तथा कहा कि इसके कारण ही देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई। चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संकट को महसूस करने के लिए ''काल्पनिक से वास्तविक भारत'' में आने को कहा।

देश में कोरोना वायरस के मामले तीन लाख के पार चले जाने के बाद उनका यह बयान सामने आया है। चौधरी ने ट्वीट किया, '' लॉकडाउन लागू करने की तरह ही, इससे निकलने के लिए भी आकस्मिक और गैर-पेशेवर रणनीति अपनाई गई, जोकि जोखिम भरी है। इसके फलस्वरूप देश में कोरोना वायरस के मामले चिंताजनक स्थिति में पहुंच गए, जोकि विश्व में पहले बाहर निकलने की रणनीति क्या है? पायदान की ओर बढ़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी काल्पनिक से वास्तविक भारत में आइए।''

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