Success Story: ₹60,000 से शुरू समृद्धि ऑटोमेशन का कारोबार 160 करोड़ के पार, जनिए संजीव सहगल के संघर्ष की कहानी
सीबीडीसी का मुख्य उद्देश्य डिजिटल पेमेंट को और आसान और सुरक्षित बनाना है. e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर बनाया है. e-RUPI एक कैश और कॉन्टैक्ट लैस पेमेंट मोड के तौर पर पेश किया गया है.
अगर आप भी भर्ती रिजर्व बैंक की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी या ई रुपए के बारे में यह जानना चाहते हैं कि हमारी जिंदगी कैसे बदल सकता है तो हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.
भारत में कैसे खरीदें बिटकॉइन?
WazirX पर बिटकॉइन की ट्रेडिंग आसान इसलिए है क्योंकि WazirX अपने प्लेटफॉर्म पर करीब 52-53 लाख रुपये के बिटकॉइन को अंशों में खरीदने की सुविधा देता है
बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसमें 2009 में इसकी शुरुआत से अब तक कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल के शुरुआत से अब तक इसमें 120 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इस असेट क्लास को बीच में झटके लगे हैं। फिर भी डिजिटल करेंसी ने पूरी दुनिया में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर ली। अब तो दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक भी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरीके से डिजिटल करेंसी को मुख्य धारा की मुद्रा के तौर पर मान्यता दी जाए। संस्थागत रूप से मिल रही स्वीकृति बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी की अहम वजहों में से एक रही है।
पूरी दुनिया में इन्फ्लेशन (महंगाई) की बढ़ती चिंताओं के बीच बिटकॉइन को सेफ हैवेन असेट (सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प) माना जा रहा है। न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन ETF(एक्सचेंज ट्रेड फंड) के हाल में हुए आगाज ने भी बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल में सहयोग किया है। इसके साथ ही अक्टूबर का महीना पूरे स्टॉक मार्केट लिए भी रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इसके अलावा 35 करोड़ यूजर वाले पे पल (PayPal) ने भी क्रिप्टो में होने वाली पेमेंट को मंजूरी दे दी है। इन सब कारणों के चलते 9 नवंबर 2021 को बिटकॉइन की कीमतें 68,641.57 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं।
मीडिया में आई खबरों के बीच भारत में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर कानून बनाने पर काम कर रही है। बता दें कि इसके पहले सरकार की तरफ से कई ऐसे बयान आए हैं कि जिसमें कहा गया था कि क्रिप्टो करेंसी पर पूर्ण रूप से बैन लगाया जाएगा। लेकिन अब सरकार के रूख में काफी बदलाव आया है और क्रिप्टो करेंसी के रेगुलेशन पर विचार कर रही है। RBI द्वारा पिछले साल क्रिप्टो करेंसी के बैन को हटाने के बाद भारत में किप्टो की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला है।
Cryptocurrency kya hai?और काम कैसे करती है
आपने क्रिप्टोकरेंसी (What is cryptocurrency in Hindi )? के बारे में कभी ना कभी कुछ तो जरुर सुना होगा.यदि नही सुना है,तो आज आप cryptocurrency के बारे बहुत कुछ सुने और जाने वाले है.क्योकि आप आज इस article के माध्यम से cryptocurrency kya hai ? पूरा विस्तार में जाने वाले है,cryptocurrency के बारे में पूरी जानकारी के लिए आपको ये शुरू से अन्त तक इस लेख को पढ़ना ही होगा.
तो चलिए जानते है Cryptocurrency kya hai?
Cryptocurrency एक Virtual Currency है,जिसे Digital Money भी कहा जा सकता है.क्योकि इसकी उपलब्धता केवल Online ही है,क्योकि यह Physical currency की तरह मार्केट में उपलब्ध नही है.इसिलिये इसे digital money या virtual currency कहते है.और इसी वजह से आप cryptocurrency से सिर्फ और सिर्फ online ही लेन देन कर सकते है.
और इसीलिए आप दूसरी उपलब्ध currency जैसे Rupyees,Dollor,Euro इत्यादि जिन पर सरकारों या संस्थाओ का अधिकार होता है,और आप उन currency से physical लेन-देन कर पाते है.जबकि cryptocurrency से किसी भी प्रकार का physical लेन-देन नही किया जा सकता.क्योकि यह केवल online ही उपलब्ध है.
Cryptocurrency एक Decentrallized Currency है,और Decentrallize Currency का XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? मतलब यह होता है.कि Currency पर किसी भी सरकार या एजेंसी का अधिकार नही होना.और इसिलिये cryptocurrency पर किसी भी सरकार या एजेंसी का कोई अधिकार नही है,और अधिकार ना होने की वजह भी बहुत वाजिब है.क्योकि cryptocurrency की इजात ही बिचौलिये (mediator) को ख़त्म करने के लिए ही किया गया है.
शायद इसिलिये 6 अप्रैल 2018 को इसे भारतीय रिज़र्व बैंक यानि RBI ने इसे India में ban कर दिया था.लेकिन अब एक खुशखबरी उनके लिए है जो भारत में रह कर cryptocurrency का कारोबार करते थे.या करना चाह रहे है.खुशखबरी ये है कि Suprime Court of India ने RBI द्वारा लागए Ban को हटा दिया है.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?cryptocurrency in hindi
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की virtual या digital currency जिसके माध्यम से किसी भी तरह की वस्तु या सेवा को ऑनलाइन भुगतान करके ख़रीदा जा सकता है,और आप के लेन-देन को कोई भी सरकार या एजेंसी नही देख सकती है.और यही वजह सरकारों के लिए चिंता का विषय है.क्योकि किसी भी तरह का डाटा सरकारों के पास ना उपलब्ध होने कारण,कुछ लोगो का मानना है कि,इसे गलत तरीके या अवैध वस्तुओं के लेन-देन किये जा सकते है.
Cryptocurrency के प्रकार (cryptocurrency kya hai?)
वैसे तो आज के समय में 1000 से ज्यादा cryptocurrency मार्केट में उपलब्ध है.लेकिन उनमें से कुछ ही जो बहुत ही प्रख्तात है.और आज हम आपको उन्ही के बारे में आपको बतायेंगे.तो चलिए प्रख्यात या प्रसिद्ध cryptocurrency के बारे में जान लेते है.
1.Bitcoin (BTC)
आप ने शायद Bitcoin के बारे में सुना हो,अगर नही सुना है तो आज सुन लेंगे.तो आइये जानते है Bitcoin क्या है.Bitcoin ही पहली cryptocurrency है,जिसे Satoshi Nakamoto ने 2009 में इजात किया था.और Nakamoto ने ही पहले Database Blockchain को बनया था cryptocurrency के लिए. Bitcoin एक डिजिटल currency है,जिसके माध्यम से ऑनलाइन किसी भी वस्तु या सेवा को खरीद सकते है.और यह भी एक Decentrallized Currency और इसी वजह से इस पर भी किसी Goverment या Agency का कोई अधिकार नही है.अगर इसके कीमत की बात करे तो 2013 में 1 Bitcoin की कीमत लगभग $13 थी और 2017 में इसकी कीमत लगभग $20000 हो गयी थी.इसी से आप इसके महत्व का अंदाजा लगा सकते है.
2.Ethereum (ETH)
Ethereum भी एक तरह का Decentrallized Currency.यह भी Bitcoin की जैसे ही एक cryptocurrency है.और इसका का भी ऊपयोग ऑनलाइन लेन-देन या tarding के लिए किया जाता है.और Bitcoin के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी cryptocurrency है.इसको July 2015 में Vitalik Buterin ने बनाया था.उस समय इसकी किम कीमत लगभग Rs.100 के बराबर थी,लेकिन आज इसकी कीमत लगभग Rs.60000 के बराबर है.इसी बात से इसके महत्व के बारे में अनुमान लगया जा सकता है.
3.Litecoin (LTC)
Litecoin भी Bitcoin और Ethereum की तरह से एक Open source Decentrallized currency है.इसे 2011 में Bitcoin के alternative के तौर पर लॉन्च किया गया था.
Litecoin कैस Bitcoin से अलग है
- माना जाता है कि Litecoin तेजी से लेन-देन की सुविधा देता है।
- बिटकॉइन के लिए limit 21 मिलियन और लिटकोइन के लिए limit 84 मिलियन है।
- दोनों ही अलग-अलग alogrithms पर काम करते हैं, लिटकोइन का “Scrpty” और बिटकॉइन का “SHA-256” है।
4.Ripple (XRP)
Ripple (XRP) को 2012 में जारी किया गया था.जो वित्तीय लेनदेन के लिए cryptocurrency और डिजिटल भुगतान नेटवर्क दोनों के रूप में कार्य करता है। यह एक ग्लोबल सेटलमेंट नेटवर्क है जिसे पैसे ट्रांसफर करने का तेज़, सुरक्षित और कम लागत वाला तरीका बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Ripple, USD और Bitcoin से लेकर सोने और EUR तक किसी भी प्रकार की मुद्रा का आदान-प्रदान करने की अनुमति देती है और अन्य मुद्राओं के विपरीत बैंकों से जुड़ती है। रिपल भी अन्य प्रकार की डिजिटल मुद्राओं से अलग है क्योंकि इसका प्राथमिक ध्यान व्यक्ति-से-व्यक्ति के लेन-देन के लिए नहीं है, बल्कि बड़े पैमाने पर धन के चलन के लिए है।
Cryptocurrency के नुकसान
- यदि आप किसी को cryptocurrency के जरिये paise transfer करते है,इसके बाद आप चाह कर भी अपने paise को दुबरा वापिस नही ले सकते.क्योकि इसमें reverse जैसा कोई भी feature उपलब्ध नही है.
- यदि आपके wallet में virtual cryptocurrency है और आप अपनी wallet ID खो या भुला देते है.तो आप दुबारा अपनी ID को वापस नही पा सकते.इसका मतलब आपका पैसा भी आपकी ID के साथ गया.
मुझे उम्मीद है,कि आपको Cryptocurrency kya hai ?से जुड़े आपके सारे सवालों के जवाब मिल XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? गये होंगे.यदि इसके बाद भी आपकी कोई समस्या इससे जुडी रह गयी होते आप उसे कमेंट करके पूछ सकते है.कोशिश रहेगी की आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द दिया जाये.
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बायनेन्स BTCDOM सूचकांक क्या है
बायनेन्स BTCDOM सूचकांक एक क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) मूल्य सूचकांक है जो बिटकॉइन के मार्केट प्रभुत्व-प्रदर्शन को दर्शाता है। BTCDOM सूचकांक एक मीट्रिक है जिसका उपयोग व्यापारी बिटकॉइन के व्यापक क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) बाजार के सापेक्ष मूल्य को जल्द समझने के लिए कर सकते हैं । वास्तविक बिटकॉइन बाजार प्रभुत्व संकेतक के विपरीत, जो 0 ~ 100% के भीतर कैप्ड है, BTCDOM सूचकांक अनकैप्ड है और व्युत्पादित (डेरीवेटिव) ट्रेडिंग के लिए अधिक उपयुक्त है। इसकी गणना घटक क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) में नामित बिटकॉइन मूल्य के साथ की जाती है, उदाहरण के लिए BTC/ETH, BTC/BNB, BTC/ADA, आदि।
BTCDOM सूचकांक के लिए उपयोग
BTCDOM सूचकांक बाजार की जानकारी प्रदान करता है और अन्य क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) के मुकाबले बिटकॉइन की सापेक्ष मजबूती का अनुमान लगाने के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। अनिवार्य रूप से सूचकांक अल्टकॉइन के सापेक्ष बिटकॉइन की मांग को मापता है।
जब बिटकॉइन की तुलना में अल्टकॉइन का मार्केट शेयर बढ़ता है, तो BTCDOM सूचकांक मूल्य खो देता है। इसके विपरीत, जब बिटकॉइन अल्टकॉइन के सापेक्ष मार्केट शेयर हासिल करता है, तो BTCDOM सूचकांक मूल्य प्राप्त करेगा। कुछ स्थितियों में, यदि बिटकॉइन की कीमत गिरती है, लेकिन शेष क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) बाजार समान दर से नीचे जाते हैं, तो बिटकॉइन की प्रभावशीलता समान रहने की संभावना रहती है।
1. सूचकांक निर्दिष्टीकरण
सूचकांक संकेत चिह्न | सूचकांक का नाम | वर्णन | बेस तारीख |
BTCDOMUSDT | USDT BTCDOM सूचकांक | USDT में अंकित BTCDOM सूचकांक | 2021-06-21 02:30AM (UTC) |
2. बेस सूचकांक
3. नमूने और घटक
3.1. नमूना यूनिवर्स
यूनिवर्स में बिटकॉइन और स्थिर कॉइन को छोड़कर बायनेन्स पर सूचीबद्ध बाजार पूंजीकरण द्वारा शीर्ष 20 क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) शामिल हैं।
3.2 घटकों का चयन
सबसे पहले, बायनेन्स स्पॉट या फ्यूचर्स विनिमय पर सूचीबद्ध सभी क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) को सूचकांक समावेश के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। दूसरा, चयन के लिए नमूनों को बाजार पूंजीकरण द्वारा क्रमबद्ध किया जाएगा।
eCash मूल्य ( XEC )
लाइव eCash की कीमत आज $0.000024 USD है, और 24 घंटे के ट्रेडिंग वॉल्यूम $3,150,173 USD हम रियल टाइम में हमारे XEC से USD के भाव को अपडेट करते हैं। eCash पिछले 24 घंटों में 1.33% नीचे है। वर्तमान CoinMarketCap रैंकिंग #69, जिसका लाइव मार्केट कैप $458,296,422 USD है। 19,261,579,673,303 XEC सिक्कों की परिसंचारी आपूर्ति है और अधिकतम 21,000,000,000,000 XEC सिक्कों की आपूर्ति।
eCashमें ट्रेडिंग के लिए शीर्ष एक्सचेंज वर्तमान में Binance, OKX, XT.COM, Bitrue, और । आप अन्य को हमारे पर सूचीबद्ध पा सकते हैं।
ईकैश (XEC) क्या है?
ईकैश (XEC) बिटकॉइन कैश ABC (BCHA) का रीब्रांडेड संस्करण है , जो खुद बिटकॉइन (BTC) और बिटकॉइन कैश (BCH) का एक फोर्क है। XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? यह XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? खुद को " क्रिप्टोकरेंसी जिसे इलेक्ट्रॉनिक कैश के रूप में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है" कहता है। ईकैश का उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए उपयोग किए जाने वाले लेन-देन का एक साधन बनना है। सिक्का 1 जुलाई, 2021 को रीब्रांड किया गया था, और तब से अपने पूर्ववर्ती से खुद को अलग करने की कोशिश की है। ईकैश की आधार इकाइयों को "बिट्स" कहा जाता है और बिटकॉइन कैश एबीसी के बोझिल दशमलव स्थानों को प्रतिस्थापित करता है। 0.00001000 बीटीसी भेजने के बजाय, आप ईकैश के साथ 10 बिट भेजेंगे। ईकैश "Avalanche" नामक एकप्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) सर्वसम्मति लेयर पे इंटीग्रेट किया गया है , जिसे ब्लॉकचैन Avalanche (AVAX) समझा जाना गलत है। रीब्रांडिंग के बाद, eCash ने घोषणा की कि वह सभी BCHA सिक्कों को एक से दस लाख के अनुपात में XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? XEC में बदल देगा।
क्रिप्टोकरेंसी के डेवलपर्स ने तीन मुख्य सुधारों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है:
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को प्रति सेकंड 100 लेनदेन से पांच मिलियन से अधिक लेनदेन प्रति सेकंड को स्केल करना
- लेन-देन के अंतिम समय को कम करके भुगतान अनुभव में सुधार करना
- प्रोटोकॉल का विस्तार करना और फोर्क मुक्त अपग्रेड स्थापित करना
ईकैश के संस्थापक कौन हैं?
ईकैश (XEC) का नेतृत्व डेवलपर Amaury Sechet द्वारा किया गया है, जो की बिटकॉइन कैश (BCH) के लीड डेवलपर थे,और उन्होंने ब्लॉकचैनको फोर्क कर eCash के पूर्ववर्ती बिटकॉइन कैश एबीसी (BCHA)की स्थापना की। वह फोर्क 15 नवंबर, 2020 को हुआ था। तब सेकेट ने ईकैश के लिए एक नई ब्रांड पहचान स्थापित करने के लिए बिटकॉइन कैश एबीसी को रीब्रांड करने का फैसला किया, यह समझाते हुए कि दशमलव स्थानों को कम करने से सिक्के को अपनाने में मदद मिलेगी:
"किसी अन्य पैसे में आठ दशमलव स्थान नहीं हैं। क्रिप्टो में क्यों? कम यूनिट मूल्य वाली क्रिप्टोकरेंसी भी हाई बुल मार्केट बढ़ोतरी का आनंद लेती है। क्योंकि ईकैश टीम को तकनीक और कीमत में सुधार दोनों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है, इसलिए यह सुधार बिना सोचे समझे किया गया था।"
बिटकॉइन कैश के विकास में सेकेट अत्यधिक सक्रिय था, जिन्होंने अगस्त 2017 इसके लिए बिटकॉइन से अपने शुरुआती फोर्क किया, नवंबर 2018 में बिटकॉइन एसवी (बीएसवी) के बाद इसकी निरंतरता और नवंबर 2020 में बिटकॉइन कैश से इसका सबसे हालिया फोर्क। क्रिप्टोकरेंसी में शामिल होने से पहले, वह फेसबुक में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और स्टूपिड डी कंपाइलर में एक प्रमुख डेवलपर थे।
क्या बनता है ईकैश को सबसे अलग?
ईकैश (XEC) के डेवेलपर्स चाहते है की कॉइन ईथीरियम वर्चुअल मशीन की अनुकूलता को समर्थन करे, ताकि यह ईथीरियम के डेसेंट्रलाइज़्ड फाइनेंस(DeFi) के साथ अंतर-संचालित रह सके। सिक्के के सफल होने के लिए, eCash के डेवलपर्स का इरादा पांच मुख्य मिशनों को पूरा करने का है:
- अनाम लेनदेन सुनिश्चित करना
- लेनदेन की अपरिवर्तनीयता सुनिश्चित करना
- लेनदेन लगभग मुफ़्त करना
- तीन सेकंड से कम समय के साथ विश्व स्तर पर सुरक्षित लेनदेन को लागू करना
- अपने सामाजिक कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से वित्त पोषित, सार्वजनिक वस्तु के रूप में सिक्के के बुनियादी ढांचे को डिजाइन करना
इसे प्राप्त करने के लिए, ईकैश के डेवलपर्स ने एक महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है, जिसमें निम्नलिखित योजनाएं हैं:
- स्केलेबल ब्लॉक प्रोसेसिंग को सक्षम करने के लिए कैननिकल ट्रांजैक्शन ऑर्डरिंग
- बैच हस्ताक्षर सत्यापन को सक्षम करने के लिए Schnorr हस्ताक्षर
- ग्राफीन या अन्य के माध्यम से तेजी से ब्लॉक प्रसार
- ब्लॉकचेन प्रूनिंग और तेज प्रारंभिक सिंक के साथ UTXO प्रतिबद्धता
- स्केलेबल ब्लॉक प्रोसेसिंग को सक्षम करने के लिए मर्क्लिक्स-मेटा ट्री
- अनुकूली ब्लॉक आकार 1TB ब्लॉक के लिए बाजार संचालित विकास का समर्थन करने के लिए
ये अत्यधिक महत्वाकांक्षी समाधान ईकैश को प्रति उपयोगकर्ता प्रति दिन 10 अरब उपयोगकर्ताओं के लिए 50 लेनदेन के लिए प्रेरित करेंगे।
संबन्धित पेज:
Ripple (XRP) देखें - एक भुगतान-उन्मुख क्रिप्टोकरेंसी
स्टेलर (XLM) देखें — भुगतान पर केंद्रित एक और क्रिप्टोकरेंसी
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कितने ईकैश (XEC) कॉइन प्रचलन में हैं?
ईकैश (एक्सईसी) की कोई टोकन इकॉनमी नहीं है, लेकिन यह बिटकॉइन (बीटीसी) के लिए पहले से स्थापित समान नियमों का पालन करता है। यह बिटकॉइन के आपूर्ति और वितरण मॉडल को साझा करता है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक 210,000 ब्लॉक, लगभग हर चार साल में, माइनर पुरस्कार आधे में काट दिए जाते हैं। ECash की आपूर्ति कैप 2.1 क्वाड्रिलियन सतोशी जो बिटकॉइन के समान है, फिर भी उन 2.1 क्वाड्रिलियन SATS को 100 मिलियन से विभाजित करके 21 मिलियन BTC प्राप्त करने के बजाय, इसे 100 से विभाजित किया गया, जिससे 21 ट्रिलियन XEC प्राप्त हुआ। इसका कारण यह है कि उपयोगकर्ताओं के लिए मानसिक रूप से पूर्णांकों को समझना आसान होता है और यह निर्णय बड़े पैमाने पर अपनाने के सिक्के के लक्ष्य के साथ संरेखित होता है।
ईकैश नेटवर्क कैसे सुरक्षित है?
बिटकॉइन कैश एबीसी (BCHA) नेटवर्क के विपरीत , जो प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सर्वसम्मति तंत्र का उपयोग करके सुरक्षित है, ईकैश के डेवलपर्स लेनदेन को गति देने के लिए प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) जोड़ने की बनायीं है। जिसे वे "Avalanche post-consensus" कहते हैं, वे बढ़ी हुई सुरक्षा और फोर्क-मुक्त अपग्रेड और उन्नत स्क्रिप्ट क्षमता के लिए उन्नत ऑपकोड की अनुमति देता है। दोनों के लाभों का लाभ उठाने के लिए मौजूदा PoW के शीर्ष पर Avalanche लेयर को जोड़ा जाएगा।
CBDC: आरबीआई के ई-रूपी से क्या है फायदा, यूपीआई से कैसे अलग है डिजिटल रुपया, जानिए सब कुछ
अगर आप भी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के बारे में समझना चाहते हैं तो इसमें सबसे मुख्य बात यह है कि ई करेंसी से लेनदेन में कोई भी इंटरमीडिएरी शामिल नहीं होता.
नई दिल्ली: भारत का केंद्रीय बैंक आरबीआई जल्द ही देश में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसीया सीबीडीसी की शुरुआत करने जा रहा है. अगर आप भी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के बारे में समझना चाहते हैं तो इसमें सबसे मुख्य बात यह है कि ई करेंसी से लेनदेन में कोई भी इंटरमीडिएरी शामिल नहीं होता. ई करेंसी के जरिए किया जाने वाला ट्रांजैक्शन गुप्त रह सकता है, जैसा नकदी में होता है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की घोषणा करने के बाद यह कहा है.
Success Story: ₹60,000 से शुरू समृद्धि ऑटोमेशन का कारोबार 160 करोड़ के पार, जनिए संजीव सहगल के संघर्ष की कहानी
सीबीडीसी का मुख्य उद्देश्य डिजिटल पेमेंट को और आसान और सुरक्षित बनाना है. e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर बनाया है. e-RUPI एक कैश और कॉन्टैक्ट लैस पेमेंट मोड के तौर पर पेश किया गया है.
अगर आप भी भर्ती रिजर्व बैंक की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी या ई रुपए के बारे में यह जानना चाहते हैं कि हमारी जिंदगी कैसे बदल सकता है तो हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी या सीबीडीसी को यूपीआई की तरह भारत की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाने वाला माना जा रहा है.
- सीबीडीसी क्या है?
किसी फिजिकल नोट की तरह सीबीडीसी एक लीगल टेंडर है. इसके बदले भारतीय रिजर्व बैंक आपको पैसे चुकाने का आश्वासन देता है. हम कानूनी रूप से इसे स्वीकार कर सकते हैं. यह कमर्शियल बैंक मनी के बदले फ्री में बदला जा सकता है. आप इसे डिजिटल नोट की तरह समझ सकते हैं. - सीबीडीसी UPI से किस तरह अलग है?
यूपीआई या यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस में आपको एक बैंक की जरूरत होती है जो आपके ट्रांजैक्शन को वैलिडेट करता है. सीबीडीसी में आपको किसी बैंक या बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं है. मुद्रा के लेनदेन में के सेटलमेंट में लगने वाला समय कम हो XRP मुद्रा को क्या मूल्य देता है? जाएगा और यह नकदी का विकल्प बन सकता है. - सीबीडीसी की जरूरत क्या है?
बैंक डिपाजिट की तुलना में सीबीडीसी अधिक सिक्योर है. आपके बैंक में रखी ₹500000 तक की रकम का इंश्योरेंस होता है. सीबीडीसी की गारंटी आरबीआई देता है और इस वजह से आपके डिजिटल करेंसी की रकम के नुकसान का खतरा कम हो जाता है. - सीबीडीसी से सरकार को क्या फायदा है?
सीबीडीसी या ई-रूपी से सरकार का फिजिकल कैश मैनेजमेंट का खर्च घट जाएगा. भारत सरकार पैसे छापने पर करीब ₹5000 करोड़ खर्च करती है. सीबीडीसी के आने के बाद सरकार को नोट छापने, रखने, उसे लाने ले जाने और सेटलमेंट आदि में काफी मदद मिलने वाली है. इसके साथ ही यह करेंसी एनवायरमेंट फ्रेंडली होगी. - सीबीडीसी के और फायदे क्या हैं?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के प्रयोग से क्रॉस बॉर्डर पेमेंट सिस्टम में व्यापक सुधार आ जाएगा. भारत दुनिया से पैसे बनाने वाला सबसे बड़ा देश है. साल 2021 में भारत को विदेश से 87 अरब डालर की रकम मिली थी. विदेश से पैसे मंगाने के मामले में लागत बहुत अधिक आती है, उसकी स्पीड स्लो होती है, उसका एक्सेस लिमिटेड होता है और उसमें ट्रांसपेरेंसी नहीं होती. सीबीडीसी के प्रयोग से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा.
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