रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) यह इक्विटी पर रिटर्न (आरओई) दर्शाता है कि कंपनी शेयरधारकों को पुरस्कृत करने में कितनी बेहतर है. यह शेयरधारक को इक्विटी के फीसदी के रूप में दी गई शुद्ध आय की राशि है. उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना बेहतर होता है जिनका पिछले तीन सालों का औसत आरओई ब्याज दर और महंगाई दर की कुल राशि से ज्यादा है.

शेयर मार्केट क्या है सीखें और पैसे कमाए – What Is Share Market In Hindi

शेयर बाजार के नियम

चाहे आप ट्रेडर हो या निवेशक आपके लिए शेयर बाजार नाम अनसुना नहीं होगा लेकिन शेयर बाजार में निवेश कर अच्छा मुनाफा कमाने के लिए सिर्फ पैसो की ज़रुरत नहीं, ज़रूरी है की आपको शेयर बाजार के नियम की जानकारी हो?

शेयर बाजार के नियमो का अनुसरण कर आप जान पाएंगे की कब और कैसे शेयर बाजार में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, तो आइये आज इस लेख में जानते है शेयर मार्केट में निवेश करने से जुड़ी आवश्यक बातें ।

Share Market Rules in Hindi

स्टॉक मार्केट एक निवेशक को ज़्यादा पैसे और मुनाफा कमाने का मौका देते है, एक सही स्ट्रेटेजी और नियमो की जानकारी प्राप्त कर आप स्टॉक मार्केट में निवेश कर अपनी इनकम को कई गुना तक बढ़ा सकते है, लेकिन ये तभी मुमकिन है जब आप शेयर बाजार से सही तरह से वाकिफ हो ।

जैसे की अगर आपको डीमैट खाता खोलना हो तो उसके लिए ज़रूरी है की आप एक सही स्टॉकब्रोकर का चयन करे और उसके बाद मार्केट में सही समय में ट्रेड या निवेश करे ।

अब ये सब बातो को सही से जानने के लिए नीचे दिए गए स्टॉक मार्केट नियम को जाने और उसके अनुसार सही सोच और समझ के साथ निवेश करें ।

1. अनरेगिस्टर्ड स्टॉकब्रोकर से दूर रहे

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश करते समय, आपको ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता होती है। ट्रेडिंग के लिए अकाउंट खोलने समय ब्रोकर के ब्रांड और बाजार में पकड़ की जांच करना चाहिए। आपको केवल प्रसिद्ध और भरोसेमंद ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खुलवाना चाहिए।

सेबी के नए मार्जिन नियम

वैसे स्टॉक मार्केट के नियम सभी सेगमेंट के लिए एक जैसे ही होते है लेकिन अगर हम डिलीवरी नियम (delivery trading rules in hindi) के अतिरिक्त इंट्राडे ट्रेडिंग के नियमो की बात करे तो सेबी कुछ नियम आया है जिससे रिटेल ट्रेडर डे ट्रेडिंग में किसी भी तरह के नुक्सान से बचे रहे । अब इसी तरह से 2020 दिसंबर मार्जिन के लिए एक नियम लेकर आया था जिसके अनुसार हर तिमाही मार्जिन में 25% की गिरावट आती रहेगी और सितम्बर 01, 2021 में ये नियम पूरी तरह से लागू हो जायेगा जिसमे ट्रेडर सिर्फ 5 गुना तक का मार्जिन ही प्राप्त कर पाएंगे।

इंट्राडे ट्रेडर हालांकि इस नियम से खुश नहीं थे क्योंकि पहले जहाँ वह कम राशि के साथ भी ज़्यादा ट्रेड कर पाते थे, इस नियम के बाद उन्हें कम मार्जिन का उपयोग कर हे ट्रेड करने का अवसर प्राप्त होगा ।

अलग-अलग निवेश की तुलना में शेयर बाजार में निवेश करके मुनाफा कमाना ज्यादा बेहतर है। लेकिन इसके शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? भी दो पहलू हैं, शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने के साथ जोखिम की संभावना भी जुड़ी होती है।

शेयर बाजार में निवेश की है योजना, तो पहले जान लें इन 5 तकनीकी शब्दों का अर्थ

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 21 Jan 2021 08:33 PM (IST)

शेयर बाजार में निवेश करने का चलन बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि अब भी कई लोगों शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? का मानना है कि यह बहुत तकनीकी काम है. आप अगर शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको कुछ बेसिक जानकारियां होनी जरूरी है. यह जानकारियां आपके बहुत काम आएंगीं. हम आपको कुछ ऐसे अनुपातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से शेयर का मूल्यांकन कर सकेंगे.

प्राइस टू अर्निंग रेश्यो (P/E) सबसे पहले बात पीई रेश्यो की. इसका इस्तेमाल किसी कंपनी के शेयर की वैल्यू का पता लगाने के लिए किया जाता है. पीई शेयर की कीमत और शेयर से आय का अनुपात होता है. इसका मतलब होता है अर्निंग प्रति शेयर. यह एक ही सेक्टर में दो कंपनियों के बीच सलेक्शन में मददगार होता है. बता दें कि शेयर से आय को ईपीएस भी कहते हैं.

शेयर बाजार में निवेश की है योजना, तो पहले जान लें इन 5 तकनीकी शब्दों का अर्थ

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 21 Jan 2021 08:33 PM (IST)

शेयर बाजार में निवेश करने का चलन बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि अब भी कई लोगों का मानना है कि यह बहुत तकनीकी काम है. आप अगर शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको कुछ बेसिक जानकारियां होनी जरूरी है. यह जानकारियां आपके बहुत काम आएंगीं. हम आपको कुछ ऐसे अनुपातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से शेयर का मूल्यांकन कर सकेंगे.

प्राइस टू अर्निंग रेश्यो (P/E) सबसे पहले बात पीई रेश्यो की. इसका इस्तेमाल किसी कंपनी के शेयर की वैल्यू का पता लगाने के लिए किया जाता है. पीई शेयर की कीमत और शेयर से आय का अनुपात होता है. इसका मतलब होता है अर्निंग प्रति शेयर. यह एक ही सेक्टर में दो कंपनियों के शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? बीच सलेक्शन में मददगार होता है. बता दें कि शेयर से आय को ईपीएस भी कहते हैं.

क्या केवल P/E Ratio द्वारा ही अच्छे शेयर का चुनाव सही है?

यदि आप सोच रहे हैं कि मुझे P/E Ratio निकालना आ गया और इसे देखकर मैं अच्छे से शेेेयर खरीद कर एक सफल निवेशक बन जाऊंगा तो यह आप गलत सोच रहे हैं। कई बार हम भ्रम में भी आ जाते हैंं। गलत P/E Ratio दौरा भी हम गलत शेयर खरीद कर नुकसान उठा लेते हैं।

कई ऐसे भी कंपनी होती हैं जिसकी P/E Ratio में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। यानी किसी वर्ष यह बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और किसी बात बहुत कम हो जाता हैै।

उदाहरण रियल स्टेट कंपनी का लेते हैं। किसी वर्ष 50 घर भी नहीं बिकता तो किसी वर्ष 500 घर बिक जाता है। जिस वर्ष इस कंपनी का 500 घर बिका है उस वर्ष का P/E Ratio 20 मान लेते हैं। हम यह सोच कर शेयर खरीद लेते हैं कि P/E Ratio उसका कम है।

P/E Ratio और क्या बताता है?

P/E Ratio द्वारा किसी कंपनी के शेयर सस्ते या महंगे का अनुमान लगा सकते हैंं। इसके अलावा आप यह भी अनुमान लगा सकते हैं कि वर्तमान में शेयर बाजार महंगा है या सस्ता हैै।

मेरा कहने का अर्थ यह है कि कई बार नये निवेशक सोचते हैं कि जब बाजार सस्ता होगा तब निवेश की शुरुआत करूंगा। यह पता कैसे चलेगा कि मार्केट अभी सस्ता है या महंगा है। उसके लिए आप मार्केट का P/E Ratio देख सकते हैं।

भारतीय बाजार में मुख्य रूप से दो जगह शेयर की खरीद बिक्री की जाती है। एक सेंसेक्स और दूसरा है निफ्टी। सेंसेक्स 30 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है और निफ्टी भारत के 50 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है।

सेंसेक्स और निफ्टी यह बताती है कि अभी भारतीय बाजार का क्या हाल है। यदि आप नये निवेशक हैं या शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सेंसेक्स और निफ्टी का P/E Ratio जाकर जरूर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि अभी भारतीय शेयर बाजार सस्ता है या महंगा है।

P/E Ratio बदलता रहता है

P/E Ratio हमेशा बदलता रहता है। यह नहीं कि आपने एक बार जो P/E Ratio देख लिया वह हमेशा के लिए रहेगा। मान लीजिए किसी कंपनी का P/E Ratio अभी 25 है।

कुछ दिनों बाद कंपनी ने अच्छा मुनाफा कमाया और उसके शेयर का दाम बढ़ गया। क्योंकि सभी लोग उसके शेयर को खरीदने लगे। हम उस कंपनी का P/E Ratio बढ़ जाएगा।

इसलिए आप जिस वक्त शेयर खरीदते हैं उस वक्त उस शेयर का भी P/E Ratio देख ले।

जाते शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? जाते एक बात आपको बता कर जा रहा हूं शेयर बाजार जितना ही लाभदायक है उतना ही नुकसानदायक। इसमें हम 1 दिन में लाखों कमा भी सकते हैं और लाखों गंवा भी सकते हैं।

आप तभी इसमें निवेश करने की सोचे जब आप लाखों कमाने और गंवाने के लिए तैयार हो। किसी के भी कहने पर कहीं भी निवेश ना करें। सोच समझ कर फैसला ले। आपके मेहनत की कमाई पर पहला अधिकार आपका ही है।

किसी के कहने पर किसी भी शेयर में निवेश ना करें। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले। आप चाहे कितने बड़े खिलाड़ी हो लेकिन कर्ज लेकर कभी भी स्टॉक मार्केट में निवेश ना करें इससे आप ज्यादा कठिनाई में पड़ सकते हैं।

शेयर मार्केट क्या है सीखें और पैसे कमाए शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? – What Is Share Market In Hindi

Share Market In Hindi: बिना निवेश किए पैसे कमाना थोड़ा मुश्किल है पर शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना आसान है.

आज हर कोई व्यक्ति एक खुशहाल जीवन जीने के लिए बहुत पैसे कमाना चाहता है जिसके लिए वह नौकरी में कड़ी मेहनत भी करता है, लेकिन नौकरी में कड़ी मेहनत करने के बाद भी वह एक खुशहाल जीवन जीने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं कमा पाता है.

लेकिन शेयर बाजार पैसों का एक ऐसा कुआ है जो सारे देश की प्यास बुझा सकता है. जिन लोगों को शेयर बाजार की अच्छी समझ होती है वह शेयर बाजार से करोड़ों रूपये की कमाई करते हैं.

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि Share Market क्या है, शेयर मार्केट कैसे सीखें, शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगायें और शेयर मार्केट से पैसा शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? कैसे कमाए तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. इस लेख में हमने आपको इन सब के अतिरिक्त शेयर मार्केट का गणित और शेयर मार्केट से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शब्दों शेयर बाजार में निवेश का क्या मतलब है? के बारे में बताया है जिससे कि आपको शेयर बाजार के बारे में अच्छी समझ मिले.

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