इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें | Intraday का क्या मतलब होता है
हेलो दोस्तों, आज के इस लेख में आपको ( intraday trading kya hai) के बारे में अच्छे से समझाया गया है. यदि आप इस लेख को पूरा पढ़ते है तो आपको किसी अन्य वेबसाइट या यूटूब विडियो को देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ज्यादातर आपने कुछ लोगों के मुह से सुना होगा की intraday में बहुत रिस्क होता है और कुछ लोग कहते है की intraday में बहुत पैसा है. हां यह बात सच है डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले intraday में बहुत अच्छा मुनाफा होता है लेकिन इसमें रिस्क भी बहुत होता है.
Intraday का क्या मतलब होता है?
इसके बोलने में ही इसका अर्थ निकल के आ रहा है “intraday” किसी भी share को 1 दिन में खरीद कर उसी दिन बेचने को intraday कहाँ जाता है.
इस stock/share market से वही पैसा कमा सकता है जो इसके बारे में अच्छे से जानता हो, इसके लिए आपके पास अच्छी रणनीति, फाइनेंशियल और एक्सपर्ट मर्केटर की जरूरत होती है. यदि इसे कोई long term के लिए इन्वेस्ट करता है तो उसे अच्छा मुनाफा मिलता है. यदि आप intraday में किसी भी share को खरीदेंगे तो उसको शाम तक बेचना ही होगा बरना मार्किट के चलती कीमत में अपने आप वह share बिक जायगा.
इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है – Intraday trading kya hai)
Intraday मान लीजिये, आपने मार्किट के कीमत से किसी भी कंपनी के shares को ख़रीदा है और उस share की कीमत बढने लगे तो आप फायदे में चल रहे है आप चाहे तो share की कीमत गिरने से पहले उनको बेच के बहार भी निकल सकते है. आपको intraday के खुलने के समय से बंद होने के समय तक shares को खरीदना और बेचना होता है. इसमें फायदा हो या नुक्सान उसी दिन हिसाब हो जाता है, दूसरी तरफ डिलवरी ट्रेडिंग में एक बार share को खरीदने के बाद कभी भी बेच सकते है
Intraday Trading में एक बहुत बड़ी समस्या है जो नय ट्रेडर्स और पुराने ट्रेडर्स के साथ अक्सर होती है. कितना भी अनुभवी ट्रेडर्स हो उसे indicators की ही मदद जरुर लेनी चाहिए. इनसे हमें काफी ट्रेडिंग कैसे की जाती है लाभ होता है मैंने आपको कुछ मुख्य idicators के बारे में समझाया है.
Moving Average
बहुत से ट्रेडर्स इस dayli moving average (DMA) इंडिकेटर पर भरोसा करते है.(Intraday trading kya hai) इस इंडिकेटर से चार्ट पर एक लाइन आती है जो हमें मार्किट के व्यवहार को दर्शाते है. और ये stock के उतार-चढ़ाव प्राइस के बारे में संकेत देता है.
Moving Average indicator
Bollinger Bands
Bollinger bands एक बेहतरीन इंडिकेटर है जिसे काफी ट्रेडर्स पसंद करते है. स्टॉक की कीमत इस इंडिकेटर के अंदर मूव करती है. इसमें 3 प्रकार की लाइन होती है सबसे पहली लाइन को upper bands कहते है और निचे वाली लाइन को lower bands कहते है.
जब भी stock की कीमत upper bands की ओर पहुचती है तो से overbought कहते है. इसमें हमें निकलने का संकेत मिलता है. जब भी stock की कीमत lower bands की ओर पहुचती है तो उसे oversold कहते है, इसमें हमें enter होने का संकेत मिलता है. (intraday trading kya hai)
Bollinger Bands
इसके बाद stock की कीमत अधिक बार ऊपर निचे हो तो उसे bands expoand बोलते है और इसके बिपरीत कीमत धीरे-धीरे ऊपर निचे हो तो उसे bands narrow बोलते है. इस तरह से ही सभी indicator stock की volatility को दर्शाता है.
Momentum Oscillators
यह इंडिकेटर हमें यह संकेत करता है की stock की कीमत गिरेगी या ऊपर जायेगी. इसे काफी ट्रेडर्स उपयोग करते है इससे उनको यह पता चलता है की कब हमें share खरीदना और बेचना होता है.
Momentum Oscillators
Relative Strength Index (RSI)
यह ट्रेडिंग करने में अच्छी मदद करता है ट्रेडर्स इसका भी अच्छा उपयोग करते है और उनको इससे काफी लाभ भी मिलता है. RSI के साथ दूसरे इंडिकेटर का उपयोग करे जिससे हमें अच्छे से मार्किट की moving का पता चले. हमें कब share खरीदना और बेचना होता है. (intraday trading kya hai)
Relative Strength Index (RSI)
Intraday Time Analysis
Intraday में सबसे जरुरी समय को एनालिसिस करना होता है. यदि आप ये सिख गय तो आपको intraday में पैसा कमाना आसान हो जायगा. इसके लिए आपको पिछले दिन का चार्ट देखना बहुत उपयोगी होता है. इसमें उपयोग होने वाले इंडिकेटर से हमें अधिक अवश्यक जानकारी प्राप्त हो जाती है.
स्टॉक की कीमत सुरु होने से लेकर बन्द होने तक की जानकरी देते है. Time Analysis intraday ट्रेडिंग मे बहुत ही महत्पूर्ण है क्योकि मार्किट की गति तेजी से बढती/घटती रहती है और ऐसे में जिन stock पर आप पैसा इन्वेस्ट करते है वह कही ऊपर तो कहीं निचे चला जाता है. (intraday trading kya hai)
इस तरह से चार्ट को समझना मुश्किल हो जाता है इसीलिए (intraday) दिन के व्यापारियो को बहुत अवश्यक हो जाता है की वह इस तरह से चार्ट को देखे जो उनको आसानी से समझ आ जाये. हमने intraday ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने के लिए कुछ जरुरी चीजों के बारे में समझाया है.
Intraday के लिए कौनसा stock चुने?
जब भी कोई share market के बात आती है तो उसमे सबसे जरुरी shares खरीदना कैसे है और किस कंपनी के share खरीदने है. जब आप अपने पैसो से share को खरद कर मुनाफे में बेचते हो तो वह पैसा आपके लायक होता है. आइये जानते है की बुद्धिमानी से stock को कैसे चुने? (intraday trading kya hai)
Avoid volatile stocks- अस्थिर शेयरों से बचें
आपको कभी भी अस्थिर shares में पैसे नहीं इन्वेस्ट करने है उससे हमेशा बचे रहना चाहिए. उस जगह पैसा इन्वेस्ट क्यों करें जहाँ से बापस मिलने का चांस नहीं है. इसलिए, हमेशा stock के व्यवहार को देखते रहना चाहिए और अस्थिर shares पर इन्वेस्ट करने से अपने आप को रोकना चहिये.
Resarch- अनुसंधान:
हमें shares लेने से पहले analysis और समझना फिर उसके बाद इन्वेस्ट करना एक ट्रेडर के लिए बेसिक सा step है. जिसे सभी को करना बहुत अनिवार्य है और बिना resarch के कोई भी बिज़नेस सफल नहीं होता है. (intraday trading kya hai)जब तब बिज़नेस करते समय भाग्य भी आपके पक्छ में ना हो क्योकि भाग्य भी कभी आपके साथ कृपा नहीं दिखता है तो बिज़नेस करने से पहले उसके बारे में resarch करना वेहद जरुरी है.
Trends-
कभी-कभी अकेले भटकने से बेहतर झुंड के साथ चलना बेहतर होता है. हमें सामान्य मार्किट में या फिर उस shares को सर्च करे, जिन्होंने ट्रेडर्स को अच्छा मुनाफा दिया है. जब भी share market में तेज से गिराबट आती है तब ट्रेडर्स को उन shares को तलाश करनी चाहिए जिनकी कीमत गिरती है, जब वह गिरते है तो आपके analysis के मुताबिक उनकी कीमत बढेगी.
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ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Option Trading
नमस्कार प्रिय पाठक आज इस लेख में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जब लोग शेयर मार्केट में नए-नए आते हैं तो उनको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है लेकिन हमने आज तक यह देखा है कि इंटरनेट पर ऑप्शन ट्रेडिंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है के बारे में किसी ने भी अच्छे से जानकारी प्रदान नहीं की है तो आज के इस लेख में आपको ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कहां करें, ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे, ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान ऑप्शन और ट्रेडिंग के प्रकार आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें – How to Learn option Trading
यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नहीं है तो हमारा सुझाव यह रहेगा कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करना नहीं है
क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में नया आता है तो वह इक्विटी के अंदर ट्रेड करता है इक्विटी के अंदर अक्सर देखा गया है कि कम प्रॉफिट होता है
अब जब व्यक्ति को ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है तो वह ऑप्शन ट्रेडिंग को करने लगता है लेकिन आपको हमेशा यह याद रखना है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से सीख कर ही आपको इसमें अपना पहला कदम रखना है
यदि आप शेयर मार्केट में पहले से ही ट्रेडिंग करते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को समझने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग भी इक्विटी की तरह ही होती है इसमें बस सबसे बड़ा फर्क यह होता है कि इक्विटी में मूवमेंट बहुत ही धीरे-धीरे होती है जबकि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर मूवमेंट पलक झपकते ही काफी ज्यादा ऊपर से नीचे हो जाती है
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – What is option trading
ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब किसी इंडेक्स के जैसे कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाने वाला है या नीचे जाने वाला है उसके हिसाब से आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से बैंक निफ्टी और निफ्टी की कॉल और पूट को खरीदना पड़ता है
- यदि मार्केट ऊपर जाने वाला है तो आपको कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ता है
- मार्केट नीचे जाने वाला है तो आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है
हम आपको बता दें ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है मार्केट के सेंटीमेंट को और टेक्निकल को अच्छे से समझने के बाद ही ट्रेडिंग की जाती है यदि कोई व्यक्ति ऐसे ही ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करता है तो हमेशा बर्बाद ही होता है इसलिए यह बात याद रखें कि आपको हमेशा ऑप्शन चाहिए तब ही शुरू करनी है जब आप इसके बारे में अच्छे से सीख जाए
ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे – Benefit of option trading
हम आपको बताना चाहते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी से बनता है यहां पर मार्केट की फ्लकचुएशन के हिसाब से आपके ऑप्शन का प्रीमियम में काफी तेजी से उतार और चढ़ाव आता रहता है ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको बिल्कुल अलर्ट होकर बैठना पड़ता है ऑप्शन ट्रेडिंग मैं आपको बिना किसी डिस्क्रिप्शन के साथ में काम करना पड़ता है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत जल्दी पैसा बनता है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आप कम पैसों के साथ ज्यादा पैसा बना सकते हैं
- यहां पर 1 दिन में अपने पैसों का कई गुना कर सकते हैं
- यदि आप शेयर मार्केट में बहुत जल्दी ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए है लेकिन इससे पहले आपको इसके बारे में अच्छे से सीखना चाहिए
ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान – Disadvantage of option trading
जिस प्रकार ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत तेजी से पैसा बनता है उसी तरह यहां पर पैसा बर्बाद बहुत तेजी से होता है यदि कोई व्यक्ति बिना सीखें ही ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर घुसता है
तो वह व्यक्ति कुछ दिनों के भीतर ही अपने सारे पैसे यहां पर गवा देता है क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेडिंग है ऑप्शन ट्रेडिंग एक एक्सपीरियंस व्यक्ति ही अच्छे से कर पाता है अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर नए व्यक्ति हमेशा बर्बाद होते हैं
- ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेनिंग है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी के साथ loss में बदलता है
- अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले 100 में से 90 लोग Loss ही करते हैं
- हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय उतनी ही पैसे लगाने चाहिए जितने पैसे होने पर आपको किसी प्रकार का दुख नहीं हो
कॉल और पुट में क्या अंतर है – what is the difference between call and put
कॉल और पूट में क्या अंतर है जब बैंक निफ़्टी और निफ्टी ऊपर जाने वाला होता है तब आपको अपने Demat अकाउंट में कॉल ऑप्शन खरीदना होता है
जब बैंक निफ्टी और निफ्टी नीचे जाने वाला होता है तब आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है
ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है
यदि आप पूरे लगन और मेहनत के साथ में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का कार्य करते हैं तो आपको 1 से 2 साल का समय लगता है
ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है
Option trading पर कितना चार्ज लगेगा यह आपका डिमैट अकाउंट किस ब्रोकर के पास है उसके ऊपर निर्भर करता है क्योंकि मार्केट में कई सारे ऐसे ब्रोकर है जो ₹10 ऑप्शन ट्रेडिंग पर चार्ज करते हैं जबकि कुछ ब्रोकर ₹20 और कुछ ब्रोकर तो ₹50 तक भी ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए चार्ज करते हैं
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और कैसे किया जाता है
भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग पैसे कमाने का सबसे फास्ट तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना बहुत ही आवश्यक है ट्रेडिंग कैसे की जाती है डीमेट अकाउंट के बाद आपके पास सही नॉलेज का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि बिना सीखे ऑप्शन ट्रेडिंग करना मतलब बर्बाद होना है
ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स – option trading tips
हमारे पास आपके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कुछ अच्छे टिप्स है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आपको कभी भी ज्यादा पैसे के साथ में ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
- हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग चेक कर ही करनी चाहिए बिना सीखे कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग में नहीं गुसना चाहिए
- कभी भी और कॉन्फिडेंस और लालच में आकर ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
- हमेशा डिसिप्लिन के साथ ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहिए
शुरुआती लोगों के लिए कौनसा ट्रेडिंग सबसे अच्छा है
यदि आप शेयर मार्केट में बिल्कुल नहीं है तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए नए लोगों के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा तरीका स्विंग ट्रेडिंग है
निष्कर्ष – Option trading Meaning Conclusion
आज के इस लेख ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे मैं आपने ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने जानी है यदि आपका इसलिए से संबंधित कोई भी सवाल किया सुझाव है तो आप हमारे साथ कमेंट में साझा कर सकते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
Explainer : शेयर मार्केट में गारंटीड और हाई रिटर्न के दावे! जानिए क्या है Algo Trading और कैसे करती है काम
What is Algo Trading : एल्गो ट्रेडिंग को ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहते हैं। एल्गो नाम एल्गोरिदम (Algorithm) से निकला है। यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए होती है, जो ट्रेड करने के लिए तय निर्देशों (एक एल्गोरिदम) को फॉलो करता है। माना जाता है कि इसमें काफी तेजी से और अधिक बार प्रोफिट जनरेट होता है।
एल्गो ट्रेडिंग क्या है, जिसमें किया जा रहा हाई रिटर्न का दावा
हाइलाइट्स
- इसे ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहते हैं
- भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है एल्गो ट्रेडिंग
- ट्रेडिंग एक्टिविटीज को भावनाओं से रखती है दूर
- बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर पूरे होते हैं ट्रेड
1. बेस्ट पॉसिबल प्राइसेज पर ट्रेड पूरे होते हैं।
2. चाहे गए स्तरों पर ट्रेड ऑर्डर प्लेसमेंट तत्काल और सटीक होता है।
3. कीमतों में होने वाले बदलाव से बचने के लिए ट्रेड्स समय पर और तुरंत हो जाते हैं।
4. लेनदेन की लागत में कमी आती है।
5. कई बाजार स्थितियों पर एक साथ ऑटोमेटिक रूप से नजर बनाई जा सकती है।
6. ट्रेड्स प्लेस करते समय गलती की गुंजाइश का जोखिम काफी कम हो जाता है।
7. उपलब्ध ऐतिहासिक और रियल-टाइम डेटा का उपयोग करके एल्गो ट्रेडिंग का बैकटेस्ट किया जा सकता है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि यह एक व्यवहार्य ट्रेडिंग रणनीति है या नहीं।
8. ह्यूमन ट्रेडिंग में होने वाली भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आधारित गलतियों की गुंजाइश नहीं रहती।
Forex Trading Fraud: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा, फर्जी ऐप के जरिए लोगों से ऐसे की 15 करोड़ की ठगी
सेबी ने जारी किये दिशानिर्देश
पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने हाल ही में निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से जुड़ी सेवाएं देने वाले ब्रोकर्स के लिये दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ‘उच्च रिटर्न’ का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है। सेबी ने एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे ब्रोकर्स के लिए कुछ जिम्मेदारी तय की है। एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पिछले या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है। साथ ही ऐसे किसी भी प्लेटफॉर्म से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है। सेबी के सर्कुलर में कहा गया, ‘‘जो शेयर ब्रोकर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले मंच से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे। साथ ही इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे।
एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती है, यह धारणा गलत
ट्विटर पर जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ट्रेडिंग कैसे की जाती है ने लिखा, “मुझे लगता है कि SEBI ने ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि इस तरह के प्लेटफॉर्म ग्राहकों को लुभाने के लिए बैक-टेस्टिंग के जरिए असाधारण रिटर्न का लालच दे रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “एक धारणा गलत है कि एल्गो ट्रेडिंग गारंटीड रिटर्न देती हैं। ऐसी रणनीतियां (Strategies) खोजना जो लाभदायक प्रतीत होने के लिए अधिक बार ट्रेड करती हैं, कठिन नहीं है। लेकिन लगभग सभी मामलों में, हाई रिटर्न में तेजी से गिरावट आती है या एक बार जब आप इस पर होने वाली लागतों का हिसाब लगाते हैं तो रिटर्न दिखता ही नहीं।”
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें | How to Learn Option Trading
नमस्कार प्रिय पाठक आज इस लेख में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जब लोग शेयर मार्केट में नए-नए आते हैं तो उनको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है लेकिन हमने आज तक यह देखा है कि इंटरनेट पर ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में किसी ने भी अच्छे से जानकारी प्रदान नहीं की है तो आज के इस लेख में आपको ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कहां करें, ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे, ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान ऑप्शन और ट्रेडिंग के प्रकार आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें – How to Learn option Trading
यदि आप शेयर बाजार में बिल्कुल नहीं है तो हमारा सुझाव यह रहेगा कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करना नहीं है
क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि जब कोई व्यक्ति शेयर मार्केट में नया आता है तो वह इक्विटी के अंदर ट्रेड करता है इक्विटी के अंदर अक्सर देखा गया है कि कम प्रॉफिट होता है
अब जब व्यक्ति को ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पता चलता है तो वह ऑप्शन ट्रेडिंग को करने लगता है लेकिन आपको हमेशा यह याद रखना है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से सीख कर ही आपको इसमें अपना पहला कदम रखना है
यदि आप शेयर मार्केट में पहले से ही ट्रेडिंग करते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को समझने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग भी इक्विटी की तरह ही होती है इसमें बस सबसे बड़ा फर्क यह होता है कि इक्विटी में मूवमेंट बहुत ही धीरे-धीरे होती है जबकि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर मूवमेंट पलक झपकते ही काफी ज्यादा ऊपर से नीचे हो जाती है
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – What is option trading
ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब किसी इंडेक्स के जैसे कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी ऊपर जाने वाला है या नीचे जाने वाला है उसके हिसाब से आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से बैंक निफ्टी और निफ्टी की कॉल और पूट को खरीदना पड़ता है
- यदि मार्केट ऊपर जाने वाला है तो आपको कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ता है
- मार्केट नीचे जाने वाला है तो आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है
हम आपको बता दें ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय बहुत ही सावधानी रखनी पड़ती है मार्केट के सेंटीमेंट को और टेक्निकल को अच्छे से समझने के बाद ही ट्रेडिंग की जाती है यदि कोई व्यक्ति ऐसे ही ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करता है तो हमेशा बर्बाद ही होता है इसलिए यह बात याद रखें कि आपको हमेशा ऑप्शन चाहिए तब ही शुरू करनी है जब आप इसके बारे में अच्छे से सीख जाए
ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे – Benefit of option trading
हम आपको बताना चाहते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी से बनता है यहां पर मार्केट की फ्लकचुएशन के हिसाब से आपके ऑप्शन का प्रीमियम में काफी तेजी से उतार और चढ़ाव आता रहता है ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको बिल्कुल अलर्ट होकर बैठना पड़ता है ऑप्शन ट्रेडिंग मैं आपको बिना किसी डिस्क्रिप्शन के साथ में काम करना पड़ता है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत जल्दी पैसा बनता है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आप कम पैसों के साथ ज्यादा पैसा बना सकते हैं
- यहां पर 1 दिन में अपने पैसों का कई गुना कर सकते हैं
- यदि आप शेयर मार्केट में बहुत जल्दी ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए है लेकिन इससे पहले आपको इसके बारे में अच्छे से सीखना चाहिए
ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान – Disadvantage of option trading
जिस प्रकार ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर बहुत तेजी से पैसा बनता है उसी तरह यहां पर पैसा बर्बाद बहुत तेजी से होता है यदि कोई व्यक्ति बिना सीखें ही ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर घुसता है
तो वह व्यक्ति कुछ दिनों के भीतर ही अपने सारे पैसे यहां पर गवा देता है क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेडिंग है ऑप्शन ट्रेडिंग एक एक्सपीरियंस व्यक्ति ही अच्छे से कर पाता है अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर नए व्यक्ति हमेशा बर्बाद होते हैं
- ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक ट्रेनिंग है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर पैसा बहुत ही तेजी के साथ loss में बदलता है
- अक्सर यह देखा गया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले 100 में से 90 लोग Loss ही करते हैं
- हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय उतनी ही पैसे लगाने चाहिए जितने पैसे होने पर ट्रेडिंग कैसे की जाती है आपको किसी प्रकार का दुख नहीं हो
कॉल और पुट में क्या अंतर है – what is the difference between call and put
कॉल और पूट में क्या अंतर है जब बैंक निफ़्टी और निफ्टी ऊपर जाने वाला होता है तब आपको अपने Demat अकाउंट में कॉल ऑप्शन खरीदना होता है
जब बैंक निफ्टी और निफ्टी नीचे जाने वाला होता है तब आपको पुट ऑप्शन खरीदना पड़ता है
ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है
यदि आप पूरे लगन और मेहनत के साथ में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का कार्य करते हैं तो आपको 1 से 2 साल का समय लगता है
ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है
Option trading पर कितना चार्ज लगेगा यह आपका डिमैट अकाउंट किस ब्रोकर के पास है उसके ऊपर निर्भर करता है क्योंकि मार्केट में कई सारे ऐसे ब्रोकर है जो ₹10 ऑप्शन ट्रेडिंग पर चार्ज करते हैं जबकि कुछ ब्रोकर ₹20 और कुछ ब्रोकर तो ₹50 तक भी ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए चार्ज करते हैं
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और कैसे किया जाता है
भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग पैसे कमाने का सबसे फास्ट तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना बहुत ही आवश्यक है डीमेट अकाउंट के बाद आपके पास सही नॉलेज का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि बिना सीखे ऑप्शन ट्रेडिंग करना मतलब बर्बाद होना है
ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स – option trading tips
हमारे पास आपके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कुछ अच्छे टिप्स है
- ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर आपको कभी भी ज्यादा पैसे के साथ में ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
- हमेशा ऑप्शन ट्रेडिंग चेक कर ही करनी चाहिए बिना सीखे कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग में नहीं गुसना चाहिए
- कभी भी और कॉन्फिडेंस और लालच में आकर ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए
- हमेशा डिसिप्लिन के साथ ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहिए
शुरुआती लोगों के लिए कौनसा ट्रेडिंग सबसे अच्छा है
यदि आप शेयर मार्केट में बिल्कुल नहीं है तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए नए लोगों के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा तरीका स्विंग ट्रेडिंग है
निष्कर्ष – Option trading Meaning Conclusion
आज के इस लेख ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे मैं आपने ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने जानी है यदि आपका इसलिए से संबंधित कोई भी सवाल किया सुझाव है तो आप हमारे साथ कमेंट में साझा कर सकते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
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