इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है. ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है

Wheat Price Hike: घरेलू बाजार में बढ़े दाम, बैन के बावजूद अप्रैल-अक्टूबर के बीच 12400 करोड़ रुपये का किया गया गेहूं निर्यात!

क्रिप्टोकरेंसी

ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन में भी पिछले 24 घंटों में लगभग 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.

Jeffrey Gundlach का कहना है कि वो मार्केट के बियरिश ट्रेंड में क्रिप्टो पर्चेज नहीं करेंगे क्योंकि अभी फेडरेल रिजर्व की ओर से कुछ ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं जो कि मार्केट पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं.

Shiba Inu की कीमत में गिरावट, ETH व्हेल्स ने खरीदे 1.6 लाख करोड़ SHIB

भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर शिबा इनु की कीमत ₹ 0.000977 पर ट्रेड कर रही है जो कि पिछले 24 घंटों में 3.75% की गिरावट है.

पिछले कुछ वर्षों में Nicholas ने बिटकॉइन को लेकर प्रतिकूल रवैया रखा है. उन्होंने मार्च में कहा था कि अगर बिटकॉइन एक लाख डॉलर पर भी पहुंचता है तो भी यह एक नाकामी होगी

Crypto एक्सचेंज ने 68 डॉलर रिफंड के बजाए कस्टमर को दिए 72 लाख डॉलर

इस मामले में कस्टमर ने एक्सचेंज को गलत रिफंड की सूचना देने के बजाय एक ज्वाइंट एकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी थी और अपनी बहन के लिए एक लग्जरी अपार्टमेंट खरीदने पर लगभग नौ लाख डॉलर खर्च किए थे

पिछले महीने उन्होंने क्रिप्टो को सट्टेबाजी का आखिरी गढ़ बताया था. उनका क्रिप्टोकरेंसी कहना था कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस सेगमेंट की कुर्बानी दे सकता है

Cryptocurrency : हैकर्स क्रिप्टोकरेंसी में क्यों वसूलते हैं फिरौती, क्‍या है इसके पीछे का फंडा?

AIIMS सर्वर हैक मामले में हैकर्स ने क्रिप्टो में फिरौती मांगी है. (फोटो: न्यूज18)

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : November 29, 2022, 15:46 IST

हाइलाइट्स

दिल्ली एम्स (AIIMS) हॉस्पिटल का सर्वर हैक हो जाने की वजह से हफ्ते भर से डाउन पड़ा हुआ है.
क्रिप्टोकरेंसी यूज़ करने का फायदा यह है कि इसे यूज़ करने वाला पूरी तरह से गुमनाम रहता है.क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी मुद्रा है जिस पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है.

नई दिल्ली. करीब हफ्ते भर से दिल्ली एम्स (AIIMS) हॉस्पिटल का सर्वर हैक हो जाने की वजह से डाउन पड़ा हुआ है. इससे ओपीडी और बाकी सर्विस प्रभावित हो रही है. सर्वर हैक होने के चलते करोड़ों मरीजों का डेटा दांव पर लगा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हैकर्स की ओर से क्रिप्टो करेंसी में 200 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी.

हालांकि दिल्ली पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी में फिरौती की मांग वाली बात को ख़ारिज कर दिया है. इस मामले में अभी भी जांच चल रही है. लेकिन अगर यह बात सच है तो हैकर्स फिरौती की रकम क्रिप्टोकरेंसी में ही क्यों वसूल करते हैं? हैकर्स इसे क्यों पसंद करते हैं हम यही बताने जा रहे हैं.

Cryptocurrency: भारत में 7.3 फीसदी आबादी के पास क्रिप्टोकरेंसी, दुनिया में 7वें स्थान पर, यूक्रेन सबसे आगे

क्रिप्टोकरेंसी

कोरोना महामारी के दौरान दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अभूतपूर्व दर से बढ़ा है। भारत में भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस डिजिटल मुद्रा में निवेश किया। 2021 में 7.3 फीसदी भारतीय आबादी के पास क्रिप्टोकरेंसी थी।

संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एवं विकास संस्था यूएनसीटीएडी ने एक रिपोर्ट में कहा, क्रिप्टोकरेंसी रखने वाली आबादी की हिस्सेदारी के लिहाज से शीर्ष-20 अर्थव्यवस्थाओं में से 15 विकासशील अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। सूची में भारत सातवें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 4.1 फीसदी के साथ 15वें स्थान पर है। यूएनसीटीएडी का कहना है कि कोरोना काल के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इसमें विकासशील देश भी शामिल हैं।

विस्तार

कोरोना महामारी के दौरान दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अभूतपूर्व दर से बढ़ा है। भारत में भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस डिजिटल मुद्रा में निवेश किया। 2021 में 7.3 फीसदी भारतीय आबादी के पास क्रिप्टोकरेंसी थी।

संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एवं विकास संस्था यूएनसीटीएडी ने एक रिपोर्ट में कहा, क्रिप्टोकरेंसी रखने वाली आबादी की हिस्सेदारी के लिहाज से शीर्ष-20 अर्थव्यवस्थाओं में से 15 विकासशील अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। सूची में भारत सातवें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 4.1 फीसदी के साथ 15वें स्थान पर है। यूएनसीटीएडी का कहना है कि कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इसमें विकासशील देश भी शामिल हैं।

क्रिप्टो आबादी में यूक्रेन शीर्ष पर

क्रिप्टोकरेंसी
देश हिस्सेदारी
यूक्रेन 12.7 फीसदी
रूस 11.9 फीसदी
वेनेजुएला 10.3 फीसदी
सिंगापुर 9.4 फीसदी
केन्या 8.5 फीसदी
अमेरिका 8.3 फीसदी
भारत 7.3 फीसदी
द. अफ्रीका 7.1 फीसदी
नाइजीरिया 6.3 फीसदी
कोलंबिया 6.1 फीसदी

Crypto News: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भूचाल! 1 साल में Bitcoin 75% लुढ़का, जानें बाकी क्रिप्‍टोकरेंसी का हाल

Crypto News: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भूचाल! 1 साल में Bitcoin 75% लुढ़का, जानें बाकी क्रिप्‍टोकरेंसी का हाल

Bitcoin Prices Crash: क्रिप्टोकरेंसी बाजार (Cryptocurrency Market) में पिछले कुछ दिनों से भारी उथल-पुथल हो रही है. Binance FTX डील खत्म होने के बाद से ही बिटकॉइन के प्राइस (Bitcoin Prices) में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है. मंगलवार को जो भारी गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ वह बुधवार को भी जारी रहा है.

आज बिटकॉइन के प्राइस में शुरुआती दौर में गिरावट दर्ज की गई और यह 16,000 डॉलर के नीचे आ गया था, लेकिन फिलहाल इसमें तेजी दर्ज की जा रही है. यह फिलहाल बुधवार को 16,676 डॉलर पर ट्रेंड कर रहा था. वहीं Ether की बात करें तो इसके प्राइस में 6.3% की गिरावट दर्ज की गई है और यह रिकॉर्ड स्तर 1,169 डॉलर पर पहुंच गया है.

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Bitcoin में दर्ज की गई जबरदस्त गिरावट
गौरतलब है कि दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin Price) के प्राइस में जबरदस्त गिरावट दर्ज की जा रही है. पिछले साल इसका प्राइस 69,000 डॉलर था जो अब घटकर केवल 16,000 डॉलर पहुंच चुका है. ऐसे में इसके प्राइस में करीब 75 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली है. Bitcoin के प्राइस में इस बड़ी गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि Binance ने यह ऐलान कर दिया है कि वह FTX के साथ होने वाली डील से वह पीछे हट रहा है. इसके बाद से ही निवेशकों में एक घबराहट का माहौल देखा गया और इस कारण क्रिप्टो मार्केट में भारी बिकवाली देखी गई है.

Bitcoin में गिरावट के पीछे का कारण
आपको बता दें FTX में लिक्विडिटी की समस्या के कारण क्रिप्टो पिछले कुछ हफ्तों में करीब 2 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ पीछे कुछ समय दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंकों ने अपने मौद्रिक नीति में कठोर किया है. ऐसे में इसका बुरा असर क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर भी पड़ रहा है. FTX के वित्तीय संकट के कारण पहले ही क्रिप्टो मार्केट से करीब 180 बिलियन डॉलर पहले ही साफ हो चुके हैं. इसके साथ ही Altcoin Space, MATIC, AVAX और SOL के प्राइस में डबल डिजिट में गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही Binance के FTX के सौदे से बाहर निकले के बाद आने वाले दिनों में क्रिप्टो मार्केट में और बड़ी उथल-पुथल देखी जा सकी है. ऐसे में Bitcoin के निवेशकों को तगड़ा नुकसान हो रहा है.

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट नहीं किया गया तो खड़ा हो सकता है नया आर्थिक संकट, आरबीआई गवर्नर की चेतावनी

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RBI Governor Shaktikanta Das: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास। (PTI/File photo)।

RBI Governor Shaktikanta Das: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने बुधवार (21 दिसंबर, 2022) को मुंबई में एक कार्यक्रम में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर अपनी राय व्यक्त की। दास कहा कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी की वजह से अगला वित्तीय संकट आ सकता है। आरबीआई गवर्नर ने प्राइवेट क्रिप्टो को इसका दोषी ठहराया। ऐसा इसलिए क्योंकि उनसे मैक्रो इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा होता है।

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