Face Swap

यहाँ अब तक का सबसे आसान फेस स्वैप वीडियो मेकर है! आप कैमरे पर लाइव चेहरों की अदला-बदली कर सकते हैं या अपनी गैलरी में फ़ोटो और वीडियो पर फेस चेंजर कैमरा फ़िल्टर लागू कर सकते हैं। मज़ा में जोड़ने के लिए, ऐप में मज़ेदार लाइव मास्क की एक गैलरी भी है जिसे आप सेल्फी पिक्स और वीडियो पर लागू कर सकते हैं।

• लाइव कैमरा — चेहरों की अदला-बदली करें और कैमरे पर लाइव मज़ेदार मास्क लगाएं। वीडियो रिकॉर्ड करें या फोटो लें।
• फोटो संपादक - अपने फोन की गैलरी से लोड की गई तस्वीरों पर फेस स्वैप और मास्क फिल्टर लागू करें। तस्वीरों में सेलिब्रिटी चेहरों की अदला-बदली करें।
• वीडियो संपादक — अपनी गैलरी से एक वीडियो लोड करें और चेहरे की अदला-बदली फ़िल्टर के साथ एक क्लिप काट लें।

आप अपने फेस स्वैप क्रिएशन को किसी भी सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप पर शेयर कर सकते हैं।

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डेटा की सुरक्षा

आपके डेटा की सुरक्षा, इस बात पर निर्भर करती है कि डेवलपर, डेटा को कैसे इकट्ठा और शेयर करते हैं. डेटा को निजी और सुरक्षित रखने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. ये आपकी जगह, उम्र, और ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के हिसाब से तय किए जाते हैं. यह जानकारी डेवलपर उपलब्ध कराता है और समय-समय पर इस जानकारी को अपडेट भी किया जा सकता है.

ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वैपिंग क्या है | What is Swapping in OS in Hindi

What is Swapping in Hindi

क्या आप जानना चाहते है, ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वैपिंग क्या है (What is Swapping in OS in Hindi), स्वैपिंग तकनीक में कितनी अवधारणाएॅ इस्तेमाल किया जाता है और ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वैपिंग तकनीक के उपयोग करने के क्या लाभ हैं।

तो चलिए स्वैपिंग के बारे में बिस्तार से जानते है ।

Table of Contents

ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वैपिंग क्या है (What is Swapping in स्वैप क्या है OS in Hindi ) ?

स्वैपिंग का हिन्दी अर्थ अदला-बदली है ।

स्वैपिंग एक मेमोरी मैनेजमेंट तकनीक है और इसका उपयोग कंप्पूटर सिस्टम की मुख्य मेमोरी से निष्क्रिय प्रोग्राम को अस्थायी रूप से हटाने के लिए किया जाता है ।

किसी भी प्रक्रिया को इसके निश्पादन के लिए मेमोरी में होना चाहिए, लेकिन अस्थायी रूप से मेमोरी से बैकिंग स्टोर में स्वैप किया जा सकता है और फिर इसके निष्पादन को पूरा करने के लिए मेमोरी में वापस लाया जा सकता है ।

स्वैपिंग इसलिए की जाती है ताकि अन्य प्रक्रियाओं को उनके निष्पादन के लिए मेमोरी मिल जाए ।

स्वैपिंग प्रक्रिया को मेमारी संघनन की तकनीक के रूप में भी जाना जाता है । मूल रूप से, स्वैप क्या है कम प्राथमिकता वाली प्रक्रियाओं की स्वैपिंग की जा सकती है ताकि उच्च प्राथमिकता वाली प्रक्रियाओं को लोड और निष्पादित किया जा सके ।

स्वैपिंग तकनीक में कितनी अवधारणाए इस्तेमाल किया जाता है ?

स्वैपिंग तकनीक में मुख्य रूप में दो अवधारणाएॅ स्वैप इन (Swap In) और स्वैप आउट (Swap Out) का इस्तेमाल किया जाता है ।

Swap In : वह प्रक्रिया जिसके द्वारा किसी भी प्रक्रिया को हार्ड डिस्क से हटा दिया जाता है और मुख्य मेमोरी या रैम में रखा जाता है उसे आमतौर पर स्वैप इन के रूप में जाना जाता है स्वैप क्या है ।

Swap Out : स्वैप आउट मुख्य मेमोरी या रैम से एक प्रक्रिया को हटाने और फिर इसे हार्ड डिस्क में जोड़ने की विधि है ।

स्वैपिंग तकनीक के उपयोग करने के क्या लाभ है (Benefits of Swapping Technique ) ?

स्वैपिंग तकनीक के उपयोग का कोई लाभ है, जिसका मुख्य लाभ इस प्रकार है :-

  • स्वैपिंग तकनीक मुख्य रूप से सीपीयू को एक ही मुख्य मेमोरी के भीतर कई प्रक्रियाओं को प्रबंधित करने में मदद करती है ।
  • स्वैपिंग तकनीक वर्चुअल मेमोरी बनाने और उपयोग करने में मदद करती है ।
  • इस तकनीक को अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिकता आधारित शेडयूलिंग पर आसानी से लागू किया जा सकता है ।
  • इस तकनीक की मदद से सीपीयू एक साथ कई काम कर सकता है । इस प्रकार, प्रक्रियाओं को उनके निष्पादन से पहले बहुत अधिक प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है ।

निर्ष्कष – Conclusion

मुझे आशा है, इस पोष्ट से आपने ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वैपिंग क्या है (What is Swapping in OS in Hindi), स्वैपिंग तकनीक में कितनी अवधारणाएॅ इस्तेमाल किया जाता है और स्वैपिंग तकनीक के उपयोग करने के क्या लाभ है, इसके बारे में अच्छे से सीख लिया हैं ।

अगर फिर Swapping के बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पुछ सकते है ।

SIM Swapping के जरिए हो रहा फ्रॉड, मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

सिम कार्ड को बदलकर किए जाने वाले फ्रॉड को सिम कार्ड स्वैपिंग कहते हैं. इस फ्रॉड में अपराधी आपके मोबाइल के सिम कार्ड को अपने नकली सिम कार्ड से बदल देते हैं. इस काम के लिए वह टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी से दूसरा सिम एक नंबर पर ही जारी करवा लेते हैं.

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SIM Swapping के जरिए हो रहा फ्रॉड, मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

आजकल लोग नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि के जरिए अपने काम को आसानी से कर लेते हैं. इन सभी मोड से पेमेंट करने के लिए हमें मोबाइल नंबर में ओटीपी (ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पिन) की जरूरत होती है. इस कारण आजकल सिम कार्ड स्वैप फ्रॉड (SIM Swapping) के मामले भी बढ़ गए हैं.

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सिम कार्ड को बदलकर किए जाने वाले फ्रॉड को सिम कार्ड स्वैपिंग कहते हैं. इस फ्रॉड में अपराधी आपके मोबाइल के सिम कार्ड को अपने नकली सिम कार्ड से बदल देते हैं. इस काम के लिए वह टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी से दूसरा सिम एक नंबर पर ही जारी करवा लेते हैं. इससे बैंक खाते का कंट्रोल उसके हाथ में चला जाता है. वह बैंक अकाउंट को खाली कर देते हैं.

किसी यूजर को SIM Swap ट्रैप में फंसाने लिए स्कैमर्स यूजर टेलीकॉम ऑपरेटर से संपर्क करते हैं. स्कैमर्स यूजर टेलीकॉम ऑपरेटर से संपर्क करते हैं और उन्हें ट्रिक में फंसाकर सिम का कंट्रोल हासिल कर सकते हैं. इसके लिए स्कैमर्स अपने पास मौजूद किसी सिम पर यूजर के नंबर को एक्टिवेट करा लेते हैं.

एक बार स्कैमर्स ऐसा कर लें, तो उनके पास आपके सिम कार्ड का कंट्रोल आ जाएगा. कोई भी उस नंबर पर कॉल या मैसेज करेगा, तो कॉल आपको नहीं लगेगी बल्कि स्कैमर के पास आएगी. इसे SIM Swap फ्रॉड करते हैं और ये इतना खतरनाक है कि स्कैमर्स के पास आपके OTP तक आएंगे.

ऐसे बच सकते हैं इस फ्रॉड से:-
-आपको फिशिंग, स्मिशिंग से बचकर रहना है. इसके जरिए आपकी जरूरी जानकारी जैसे- मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि चुराते हैं. इसके बाद वो आपको चूना लगाते हैं.

- जब जालसाज आपकी जानकारियां चुराकर आपके नंबर के जरिए नया सिम कार्ड एक्टिवेट करवाते हैं, तो ऐसे में आपके पास मौजूद सिम कार्ड इनएक्टिव हो जाता है. ऐसे में अगर आपका सिम कार्ड कभी भी इनएक्टिव हो, तो आपको तुरंत टेलीकॉम ऑपरेटर से संपर्क करना चाहिए.

-कई बार जब जालसाज लोगों को कॉल करके परेशान करने लगते हैं, तो ऐसे में लोग तंग आकर अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लेते हैं. वहीं, जालसाज भी इसी बात का इंतजार करते हैं कि आप अपना फोन बंद कर लें. क्योंकि आपके मोबाइल बंद करने से सिम कार्ड को चालू कराने का समय मिल जाता है. अगर आपको फ्रॉड कॉल आ रहे हैं तो फोन स्विच ऑफ न करें.

SIM swap क्या होता है और SIM swap से कैसे बचा जा सकता है? I How can SIM swap be avoided?

आपको पता है क्या? आपके हाथ का मोबाइल फ़ोन एक ऐसा अवजार है जिसे साइबर क्रिमिनल आपके वित्तीय खातों तक पहुंचने का एक रास्ता तेह करता है। इस फ्रॉड को सिम स्वैपिंग के रूप में जाना जाता है। साइबर क्रिमिनल आपके मोबाइल सिम पर कण्ट्रोल पा लेता है, जो की आपके नंबर को हाईजैक करके
इसका उपयोग आपके संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा और खातों तक पहुंच प्राप्त करने के लिए कर सकता हैं।

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सिम स्वैपिंग घोटाले कैसे काम करते हैं?

एक सिम स्वैप स्कैम जिसे SIM splitting, sim hijacking, sim jacking और port-out scamming भी कहते है।
एक साइबर क्रिमिनल किसी भी व्यक्ति के दो कमजोरी का फायदा उठाते है। उसमे authentication और verification शामिल है। जिसमे एसएमएस भेजना और आपके मोबाइल नंबर पर कॉल करना है।

मोबाइल में सिम कार्ड के बिना फ़ोन को authorised नहीं कर सकते है। इसका फायदा धोखेबाज आपके मोबाइल नंबर पर नियंत्रण करने में सक्षम होता है और आपका नंबर चुराने के लिए, स्कैमर्स आप पर उतनी ही व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करके शुरू करेगा जितनी सोशल इंजीनियरिंग में प्राप्त कर सकता है।

स्कैमर आपके वायरलेस कैरियर से संपर्क करके यह दावा करते हैं कि आपने सिम कार्ड को खो दिया है। ग्राहक सेवा (कस्टमर केयर ) प्रतिनिधि को एक नया सिम कार्ड सक्रिय करने के लिए कहते है। और यह आपके टेलीफ़ोन नंबर को क्रिमिनल अपने डिवाइस में पोर्ट करता है जिसमें एक अलग सिम होता है। या, वे दावा कर सकते हैं कि उन्हें नए फोन पर स्विच करने में मदद चाहिए।

बादमे सिम की अदला-बदली करके क्रिमिनल पर्सनल डाटा को चोरी करता है। उसके पास पूरी तरह से कण्ट्रोल होता है। उसका आपके मर्जी के विरुद्ध इसका दुरूपयोग करना शुरू कर देता है। एक बार स्वैप क्या है ऐसा हो जाने के बाद, वे तुरंत आपके मोबाइल ऑपरेटर से संपर्क करते हैं, आपके मौजूदा सिम कार्ड को ब्लॉक करते हैं, और एक नया सिम कार्ड प्राप्त करते हैं।

सोशल मीडिया और सिम स्वैप घोटाला

सोशल मीडिया भी किसी victim के लिए trap हो सकता है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक पर bio के लिए पूछता है और हम जैसे आम व्यक्ति उधऱ भर-भर के पर्सनल डेटा डालते है। इसका फायदा एक fraudster आपके प्रोफाइल के भीतर उस जानकारी को खोजने के लिए करता है।

ऐसे कौनसे लक्षण है जिससे आप सिम स्वैप का शिकार हुए है ?

सिम स्वैप फ्रॉड किसी के साथ भी हो सकता है, जो व्यक्ति दर व्यक्ति पर निर्भर करता है की उसकी सतर्कता कैसी है। और सिम स्वैप फ्रॉड के आगे बने रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उसके संकेत को पहचानना महत्वपूर्ण हो सकता है।

इसके कुछ लक्षण हो सकते है।
जैसे की आपको एसएमएस नहीं आ रहे है, कॉल नहीं आ रहे है। तो यह पहला बड़ा संकेत कि आप सिम स्वैपिंग का शिकार हो सकते हैं, जब आपका फोन कॉल और टेक्स्ट मैसेज नहीं चल रहा हो। इसमें fraudster आपके सिम को यूज़ कर रहा होगा या फिर निष्क्रिय कर चूका होगा। यदि आपके पास कोई नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं है और आप असामान्य रूप से लंबे समय तक कोई कॉल या एसएमएस प्राप्त नहीं कर रहे हैं, तो अपने मोबाइल ऑपरेटर से पूछताछ करें।

सिम स्वैप से खुद को बचा ने के लिए क्या करे ?

  1. ऑनलाइन व्यवहार जैसे फिशिंग मेल से बचे रहे। फिशिंग मेल आपके डिवाइस पर हमला करने का तरीका है जिससे आप अपने डिवाइस पर का कण्ट्रोल खो सकते हो और पर्सनल डेटा तक भी स्वैप क्या है खो सकते हो।
  2. ऑनलाइन पर्सनल डेटा को शेयर करने से बचे। अपना पता, फ़ोन नंबर, मेल आईडी जैसे डिटेल्स को डालने से खुद को रोखे।
  3. अपने डिवाइस पर पिन कोड सेट करे। जैसे किसी भी मोबाइल फ़ोन पर अपने संचार के लिए एक अलग पासकोड या पिन सेट करने की अनुमति होती है, तो इसका इस्तेमाल करे।
  4. अपने पर्सनल अकाउंट को सुरक्षा दे, मजबूत पासवर्ड रखे, Q & A के साथ अपने सेलफोन की सुरखा को और भी बढ़ाये।
  5. Authentication ऍप्स का इस्तेमाल करे जैसे गूगल ऑथेंटिकेटर।
  6. अपने फ़ोन के साथ आपके टेक्स्ट भी एन्क्रिप्टेड नहीं है उसका भी ध्यान रखे।
  7. कई अज्ञात कॉल प्राप्त करने की स्थिति में अपने स्मार्टफोन को कभी भी बंद न करें। यह एक चाल हो सकती है कि आप अपने फोन को बंद कर दें और छेड़छाड़ वाले नेटवर्क कनेक्शन को देखने से रोकें।
  8. अनियमितताओं की पहचान करने के लिए अक्सर अपने बैंक स्टेटमेंट की जांच करें।

क्या घोटाले इतने खतरनाक होते हैं?

आमतौर पर सिम स्वैपिंग का मुख्य उद्देश्य आपके बैंक खाता तक पहुंचना होता है। जिसमे आपको वित्तीय धोका हो सकता है।

यदि ऐसे मामलों में फ्रॉस्टर पीड़ित के डिजिटल और व्यक्तिगत जीवन पर भी असर डालता है। हैकर्स सोशल मीडिया पर जाके आपके पर्सनल डेटा लीक कर सकता है या फिर संवेदनशील संदेश, फ़ोन कॉल्स को डाउनलोड कर करके आपको लंबे समय तक हानी पंहुचा सकता है।

In summary

जबकि देखा जाये सिम स्वैप घोटाला किसी के साथ भी हो सकता है। तो यह ध्यान में रखे। आपकी लापरवाही आपको बड़ी नुकसानदायी हो सकती है। तो हमेशा सतर्क रहे और लेख में उल्लिखित किये गए चरणों का शिकार होने से बचने के लिए इस्तेमाल करे। इसके अतिरिक्त, आप किसी भी पूरक सुरक्षा सेवाओं के बारे में पूछताछ करने के लिए अपने बैंक और दूरसंचार प्रदाताओं से संपर्क बनाये रखे।

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सिम स्वैपिंग से कैसे बचें?यदि आपके मोबाइल के नेटवर्क में कोई समस्या आ रही है तो आप खुद कंपनी को दूसरे नंबर स्वैप क्या है से कॉल करके इसकी शिकायत कर सकते हैं. आप खुद जानते होंगे कि कंपनी खुद आपको इस समस्या के लिए कॉल नहीं करेगी

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नेटवर्क समस्या को लेकर यदि कोई कॉल आपके पास आता है और वो आपसे आपकी पर्सनल डिटेल्स मांगता है तो उसे बिलकुल भी अपनी कोई डिटेल्स न दें

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सिम अपडेट करने के लिए यदि कोई व्यक्ति कॉल पर आपसे किसी भी प्रकार का OTP भेजकर मांगता है तो उसे अपना ओटीपी बिलकुल भी शेयर न करें.

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