मुख्य परीक्षा के न्यूनतम अंको के सर्वोच्च अंक प्राप्त श्रेष्ठ मेधावी विद्यार्थियों (बालिका एवं बालक प्रथक-2) जिसमें न्यूनतम 40 प्रतिशत बालिकायें होंगी, के भौतिक सत्यापन, पारस्पारिक संवाद, अकादमिक अभिलेखों के सत्यापन तथा विद्याज्ञान द्वारा विस्तृत चिकित्सा परीक्षण उपरान्त विद्याज्ञान में प्रवेश प्राप्त होगा।
रुझान क्यों मौजूद हैं
विद्याज्ञान स्कूल से निःशुल्क, विश्वस्तरीय आवासीय शिक्षा प्राप्त कर सैकड़ो ग्रामीण विद्यार्थी विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानों जैसे आई.आई.टी., दिल्ली विश्वविद्यालय, एम्स (AIIMS) इत्यादि एवं अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान जैसे स्टेनफोर्ड, एवं कॉर्नेल विश्वद्यिालय अमेरिका इत्यादि में अध्ययनरत होकर रुझान क्यों मौजूद हैं अपने उज्जवल भविष्य की तरफ बढ़ रहे हैं। इनमें से कुछ विद्यार्थियों के सपने सच रुझान क्यों मौजूद हैं हो चुके हैं और अब वह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में या सरकारी पदों पर हैं।
विद्याज्ञान छात्र, मनु, से पूछिए जो कि अमेरिका के नामी संस्थान, स्टेनफोर्ड विश्वद्यिालय में उच्च अध्ययन के लिए चुना गया है - ’’जब मैं पहली बार विद्याज्ञान आया था, तो मैं थोड़ा घबराया हुआ था। विद्याज्ञान स्कूल ने मुझे ना केवल शिक्षा के पंख लगाए बल्कि सुनिश्चित किया कि मैं जिंदगी में तरक्की की उँची उड़ान भर सकूँ और कामयाब हो सकूँ’’ - मनु
विद्याज्ञान क्यों बनाया गया ?
शिव नाडर फाउंडेशन की स्थापना 74,327 करोड रुपये की एच.सी.एल. कम्पनी के संस्थापक श्री शिव नाडर की असाधारण सामाजिक पहल है। शिव नाडर फाउंडेशन रुझान क्यों मौजूद हैं का यह मानना है कि शिक्षित समाज के माध्यम से ही खुशहाल, समृद्ध और सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। रुझान क्यों मौजूद हैं हमारे देश के सुनहरे भविष्य के लिए, शहरों के साथ-साथ गाँवों का विकास होना भी रुझान क्यों मौजूद हैं जरूरी है। हमारे देश का भावी मार्गदर्शक ग्रामीण क्षेत्र से भी हो सकता है और सम्पूर्ण भारत की प्रगति तब ही सम्भव है, जब उत्तम शिक्षा के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण शिक्षा के स्तर में मौजूद रुझान क्यों मौजूद हैं खाई को पाटकर गाँवों में छिपी हुई प्रतिभाओं को आगे लाया जाए। उपरोक्त उदेश्यों को ध्यान में रखकर, वर्ष 2009 में शिव नाडर फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर विद्याज्ञान परियोजना की शुरुआत की है।
विद्याज्ञान छात्रवृत्ति परियोजना का उददेश्य है कि उत्कृष्ट शिक्षा के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के मध्य शिक्षा के स्तर में मौजूद खाई को पाटकर ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के मेधावी विद्यार्थियों को सुरक्षित एवं सुविधाजनक वातावरण में विश्वस्तरीय एवं उत्कृष्ट आवासीय शिक्षा नितान्त निःशुल्क प्रदान की जाए। विद्याज्ञान स्कूल मेधावी ग्रामीण विद्यार्थियों की प्रतिभा को तलाश कर उनको तराशने एवं सँवारने और उनके सपने सच करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। विद्याज्ञान में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की विश्वस्तरीय एवं उत्कृष्ट आवासीय शिक्षा नितान्त निःशुल्क प्रदान की जाती है जिसमें शिक्षा, छात्रावास, भोजन, यूनीफॉर्म, रुझान क्यों मौजूद हैं पुस्तकें, कम्प्यूटर शिक्षा, खेल-कूद, संगीत शिक्षा, नेतृत्व विकास आदि की निःशुल्क सुविधा सम्मलित हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ सामाजिक भागीदारी कार्यक्रम में शिव नाडर फाउंडेशन ने 2009 में विद्याज्ञान परियोजना का शुभारम्भ किया है। सीतापुर एवं बुलन्दशहर जिलों में दो विद्याज्ञान स्कूलों की स्थापना की गई है जिनमें वर्तमान में 2000 रुझान क्यों मौजूद हैं से भी अधिक बालिकायें एवं बालक अपने सपनों को साकार कर रहे हैं। विद्याज्ञान स्कूल मेधावी ग्रामीण विद्यार्थियों की प्रतिभा को तलाश कर उनको तराशने एवं सँवारने और उनके सपने सच करने का एक सुनहरा अवसर है।
विद्याज्ञान स्कूल में प्रवेश हेतु चयन प्रक्रिया
वैश्विक महामारी कोविड-19 की दो लहरों से प्रभावित पात्र मेधावी विद्यार्थियों को शिव नाडर फाउंडेशन एक विशेष अवसर उपलद्ध करा रहा है जिसमें कक्षा 7 में प्रवेश हेतु विशेष रूप से तथा कक्षा 6 में नियमित प्रवेश हेतु प्रवेश प्रक्रिया अपनाई जायेगी। आवेदक आनलाईन परीक्षा पंजीकरण के साथ-साथ भौतिक आवेदन कर भी परीक्षा में निःशुल्क प्रतिभाग कर सकते हैं। आवेदन पत्र शीघ्र ही शिक्षा विभाग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों में उपलद्ध कराये जा रहे हैं। आवेदन पत्र विद्याज्ञान की वेबसाइट से भी डाउनलोड कर अथवा उसकी छाया प्रति अथवा उपलद्ध मूल आवेदन की छाया प्रति के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है। खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्गत प्रवेश पत्र एवं परीक्षा केन्द्र के विवरण के माध्यम से प्रवेश परीक्षा में प्रतिभाग किया जा सकता है। प्रारम्भिक प्रवेश परीक्षा उत्तर-पत्रक (OMR Sheet) आधारित परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न के चार वैकल्पिक उत्तरों में रुझान क्यों मौजूद हैं से एक सही उत्तर का चयन कर उत्तर देना है।
किसके लिए है विद्याज्ञान स्कूल? प्रवेश हेतु पात्रता:
- • आवेदक उत्तर प्रदेश राज्य के ग्रामीण क्षेत्र का स्थायी निवासी।
- • आवेदक के परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपया से कम हो
एवं
आवेदन पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी/खण्ड शिक्षा अधिकारी/ग्रामीण मान्यता प्राप्त प्राथमिक विद्यालय के साथ साथ विद्याज्ञान की वेबसाइट पर 16 दिसम्बर 2021 से उपलब्ध रहेंगें।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
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