आयकर प्रावधानों के अनुसार, यदि घरेलू कंपनियों से अर्जित डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है डिविडेंड आय की राशि 10 लाख रुपये से अधिक है, तो वह व्यक्ति 10 लाख रुपये से अधिक की राशि पर 10% की दर से टैक्‍स का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा।

डिविडेंड की परिभाषा

डिविडेंड आमतौर पर कंपनी के एक्युमुलेटेड प्रॉफिट के रूप में देखा जाता है जिसे शेयरहोल्डर्स बांटा जाता है। इन्कम टैक्स एक्ट के सेक्शन 2 (22) के अनुसार, डिविडेंड के दायरे में ये चीज़ें शामिल हैं ।

  • एक्युमुलेटेड प्रॉफिट जो शेयरहोल्डर्स को बांटे जाते हैं उससे कंपनी एसेट रिलीज़ होता है
  • एक्युमुलेटेड प्रॉफिट से शेयरहोल्डर्स को डिबेंचर या डिपॉजिट सर्टिफिकेट देना और कंपनी एक्युमुलेटेड प्रॉफिट से तरजीही शेयरहोल्डर्स को बोनस शेयर जारी करना
  • शेयरहोल्डर्सों को एक्युमुलेटेड प्रॉफिट के लिक्विडेशन का वितरण
  • शेयरहोल्डर्स को बांटी गई पूंजी में कमी से एक्युमुलेटेड प्रॉफिट
  • कंपनी के एक्युमुलेटेड प्रॉफिट से शेयरहोल्डर्स को दिया गया एडवांस या लोन

स्टॉक डिविडेंड पर टैक्स

अब क्लासिकल सिस्टम लागू है इसलिए इसे नियंत्रित करने वाले प्रावधान भी सक्रिय हो गए हैं और नॉन-रेजिडेंट वगैरह के लिए लागू ट्रीटी रिलीफ के साथ सोर्स पर लगने वाले डिडक्शन टैक्स और डिडक्शन ऑफ़ एक्स्पेंसेज की भी मंज़ूरी हैं।

टैक्स के डॉक्यूमेंट में जिनका वर्णन 'अन्य स्रोत' के तौर पर होता है उसे अब उन्हें इन्वेस्टमेंट के माध्यम से होने वाली डिविडेंड इन्कम के तौर पर लिस्ट करना होता है और यह स्लैब दरों को ध्यान में रखते हुए लागू होता है। किसी भी साल घोषित, बांटे गए या भुगतान किए गए डिविडेंड में से जो भी पहले होता है उस पर इन्कम टैक्स एक्ट के अनुसार टैक्स देना होता है।

यदि किसे साल म्यूचुअल फंड से या डिविडेंड से होने वाली आय 5000 रूपये से अधिक होती है तो रेजिडेंट शेयरहोल्डर्स को 10 प्रतिशत टीडीएस देना होगा। यह डिडक्ट किया गया टैक्स टैक्सपेयर की अंतिम टैक्स लायबिलिटी के ज़रिये क्रेडिट के रूप में उपलब्ध होगा जब वे अपना इन्कम टैक्स रिटर्न भर रहे होंगे।

डिडक्ट जाने वाले एक्स्पेंसेज़-

पिछले साल डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है से लागू टैक्स कानूनों के तहत टैक्सपेयर्स को उन इंटरेस्ट एक्स्पेंडीचर डिडक्शन का क्लेम कर सकते है जो उन्होंने डिविडेंड इन्कम के ज़रिये किया, और इस इन्कम का अधिकतम 20 प्रतिशत टैक्स योग्य होता है। बैंकर या ब्रोकर को दिए गए कमीशन या रेम्युनेरेशन के तौर पर हुए अन्य एक्स्पेंसेज़ को भी क्लेम के रूप में मंजूरी हैं।

इसके अलावा, टैक्सपेयर से उम्मीद की जाती है कि यदि किसी साल उनके लिए 10,000 से अधिक टैक्स देने की संभावना बनती हो तो वे एडवांस में अपने टैक्स की क़िस्त जमा करें। यदि टैक्स पेमेंट डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है में न हुआ हो या कम हुआ हो तो जितनी राशि कम हुई हो उस पर ब्याज लगाया जाता है। इसका मतलब है कि डिविडेंड से होने वाली इन्कम की प्रकृति डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है और अडवांस टैक्सत के सम्बन्ध में सटीक आंकड़ों से जुड़ी डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए, कानून ने इन एडवांस टैक्स के भुगतान में कमी के सम्बन्ध में प्रावधान किये गए हैं। ये तय करते हैं कि डिविडेंड इन्कम के कारण कोई शॉर्टफॉल हो तो ब्याज लागू नहीं होगा बशर्ते टैक्सपेयर बाद के सारे एडवांस टैक्स का भुगतान में पूरी तरह करे।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, घरेलू कंपनियों को अब डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स नहीं देना है और डिविडेंड भुगतान पर टैक्स देने की ज़िम्मेदारी अब उन शेयरहोल्डर्स पर है जिन्हें ये डिविडेंड मिलना है।

प्रश्न 1. डिविडेंड क्या हैं?
उत्तर1 डिविडेंड एक कंपनी द्वारा अर्जित प्रॉफिट है जो उसके शेयरहोल्डर्स के बीच बांटा जाता है।

प्रश्न 2. क्या डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स अब भी लगता है?
उत्तर2. धारा 115-ओ के तहत डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स पिछले साल ख़त्म कर दिया गया है और अब यह नहीं लगता है।

प्रश्न3. क्या एनआरआई को डिविडेंड पर टैक्स रिटर्न भरने की अनुमति है?
उत्तर4. एनआरआई को डिविडेंड पर टैक्स रिटर्न भरने की अनुमति तभी दी जाती है जब तक कि उनकी कुल इन्कम केवल डिविडेंड इन्कम(या पैसिव इन्कम) ही न हुई हो। यदि एनआरआई की इन्कम पूरी तरह से डिविडेंड इन्कम या इंटरेस्ट जैसी पैसिव इन्कम हो, तो इस पर टैक्स एक्ट में तय दर पर विदहेल्ड किया गया है।

डिविडेंड आय पर टैक्‍स कैसे लगता है?

डिविडेंड आय पर टैक्‍स कैसे लगता है?

डिविडेंड आय एक कंपनी की कमाई का वह हिस्सा है जिसे वह उन लोगों में वितरित करती है जिनके पास उस विशेष कंपनी के शेयर या म्युचुअल फंड हैं। निवेशक और शेयरधारक निस्संदेह इसके लाभों से परिचित होंगे। हालांकि, अक्‍सर इस पर लगने वाले टैक्‍स और परिणामों के बारे में थोड़ी बहुत अनिश्चितता भी रहती है।

कोई भी व्‍यक्ति शेयर, म्युचुअल फंड आदि जैसे विभिन्न माध्‍यमों से डिविडेंड आय अर्जित कर सकता है। यहां ध्‍यान देने वाली एक महत्वपूर्ण बात यह है कि विभिन्न माध्‍यमों से प्राप्त डिविडेंड आय पर अलग-अलग तरह से टैक्‍स लगते डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है हैं। सिर्फ इतना ही नहीं; डिविडेंड आय के कराधान में आगे फिर से कई विभाजन होते हैं।

डिविडेंड आय पर टैक्‍स कैसे लगता है?

डिविडेंड आय पर टैक्‍स कैसे लगता है?

डिविडेंड आय एक कंपनी की कमाई का वह हिस्सा है जिसे वह उन लोगों में वितरित करती है जिनके पास उस विशेष कंपनी के शेयर या म्युचुअल फंड हैं। निवेशक और शेयरधारक निस्संदेह इसके लाभों से परिचित होंगे। हालांकि, अक्‍सर इस पर लगने वाले टैक्‍स और परिणामों के बारे में थोड़ी बहुत अनिश्चितता भी रहती है।

कोई भी व्‍यक्ति शेयर, म्युचुअल फंड आदि जैसे विभिन्न माध्‍यमों से डिविडेंड आय अर्जित कर सकता है। यहां ध्‍यान देने वाली एक महत्वपूर्ण बात यह है कि विभिन्न माध्‍यमों से प्राप्त डिविडेंड आय पर अलग-अलग तरह से टैक्‍स लगते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं; डिविडेंड आय के कराधान में आगे फिर से कई विभाजन होते हैं।

निवेशकों पर असर

नए नियम से जुड़े कुछ फायदे और नुकसान हैं. कंपनी की नजर से देखें, तो DDT को हटाने से, डिस्ट्रीब्यूशन के लिए उपलब्ध प्रॉफिट बढ़ता है, जो कंपनियां अपने बिजनेस में वापस लगा सकती हैं. इसलिए सामान्य तौर पर इससे फर्म वैल्यू बढ़ती है. दूसरा, शेयरधारक के पास मौजूद डिविडेंड पर डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है टैक्स लगाने से फॉरेन इक्विटी इनवेस्टर की स्थिति में डबल टैक्स अवॉयडेंस एग्रीमेंट लागू हो सकता है और ऐसे में टैक्स की दर उसकी शेयरहोल्डिंग और रेजीडेंशियल स्टेटस पर निर्भर होगी.डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है

इससे उन टैक्सपेयर्स को फायदा होगा जो 10 फीसदी टैक्स वाले स्लैब में आते हैं क्योंकि उनके पास कैश फ्लो बढ़ेगा जबकि जो टैक्सपेयर्स 20 फीसदी टैक्स स्लैब में आते हैं, डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स क्या होता है उन पर कोई असर नहीं होगा. लेकिन जो टैक्सपेयर्स 30 फीसदी स्लैब में आते हैं, वे ज्यादा टैक्स का भुगतान करेंगे.

(By: P Saravanan, Professor of Finance & Accounting, IIM Tiruchirappalli)

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