हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.
भूलने की बीमारी अल्जाइमर लाइलाज नहीं
बलिया। बुढ़ापे में होने वाली बीमारी अल्जाइमर से लोगों में जागरूकता फैलाने के दृष्टिकोण से जिला अस्पताल में गोष्ठी का आयोजन गुरूवार को किया गया। जिसमें विश्व अल्जाइमर्स डे पर सीएमएम चेंबर में चिकित्सकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
जिला अस्पताल में कार्यरत फिजिशियन डा. तोषिका सिंह न कहा कि अल्जाइमार लाइलाज बीमारी नहीं है। इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। बुजुर्गों को अकेले छोड़ना इस बीमारी को दावत देना है। लिहाजा हमें अपने बुजुर्गों को अकेला नहीं छोडना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी बुजुर्ग में भूलने की आदत मिलती है, वह अपना रोज का कार्य ठीक ढंग से नहीं कर पाते हैं तो चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि ऐसे लक्षण अल्जाइमर के हो सकते हैं। डा. सिंह ने कहा कि अल्जाइमर बीमारी के लक्षण मिलने पर मरीज को किसी मानसिक विशेषज्ञ या वृद्धावस्था मानसिक विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। इस अवसर पर सीएमएस डा. एसपी राय, डा. रमेश कुमार, डा. बीपी सिंह, डा. आरएन सिंह, डा. अनुराग सिंह, डा.विनेश कुमार, डा. मिथिलेश सिंह, डा. अरविंद सिंह उपस्थित रहे।
बुजुर्गों में कोविड-19 के लक्षण क्या हैं? लक्षण नजर आने पर क्या बरतें सावधानियां, कब जाएं डॉक्टर के पास
Written by Anshumala | Updated : May 11, 2021 7:52 PM IST
Symptoms of Corona in Older Adult in Hindi: कोरोनावायरस (Coronavirus) की पहली लहर हो या दूसरी, बुजुर्ग व्यक्ति भी इससे काफी हद तक प्रभावित हुए हैं। चूंकि, बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, ऐसे में उनके संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। कोरोनावायरस के लक्षण वायरस के कॉन्टैक्ट में आने के 2 से 14 दिनों के अंदर नजर आने लगते हैं। यह हल्के से लेकर गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं। बुजुर्गों में कई लक्षण ऐसे होते हैं, जो दूसरों में नजर नहीं आते हैं। यहां तक कि बुजुर्गों में लक्षण नजर आने में अधिक दिन भी लग सकते हैं। आइए जानते हैं, बुजुर्गों में कोरोनावायरस के लक्षण (Symptoms of Corona in Elderly Adult) क्या हो सकते हैं और कब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए.
बुजुर्गों में कोरोना के लक्षण पर क्या कहती है सीडीसी की रिपोर्ट
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) की रिपोर्ट के अनुसार, COVID-19 के लक्षण आमतौर पर सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (SARS-CoV-2), नोवेल कोनोवायरस के संपर्क में आने के 2-14 दिनों के अंदर नजर आ सकते हैं। सीडीसी का यह भी कहना है कि कोरोना की गंभीरता और जोखिम बुजुर्गों में उनके उम्र के अनुसार बढ़ जाती है।
सीडीसी के अनुसार, 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के वयस्कों में लक्षण अलग-अलग मौजूद हो सकते हैं जैसे एक बुजुर्ग व्यक्ति के शरीर का तापमान कम हो सकता है, बुखार को दर्शाने वाला तापमान भी सामान्य से नीचे हो सकता है। वहीं, कुछ बुजुर्ग कोरोना मरीजों में लक्षण बिल्कुल नजर नहीं आते या फिर लक्षण विकसित होने में अधिक दिन लग जाते हैं। 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों में जब कोरोना से संबंधित बुखार होने के लक्षण दिखें, तो शरीर का तापमान इस प्रकार हो सकता है-
- खांसी होना
- बुखार, ठंड लगना
- सांस लेने में तकलीफ
- स्वाद व सुंगध का जाना
- नाक बहना या बंद हो जाना
- सिरदर्द, थकान
- शरीर और मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी या जी मिचलाना
- डायरिया
यदि आपके घर में कोई बुजुर्ग व्यक्ति हैं और उनमें ये सभी लक्षण नजर आ रहे हैं, तो सबसे पहले सलाह लेने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। आप उन्हें आराम करने के लिए कहें। बुखार की दवा दें, हाइड्रेटेड बने रहने के लिए लिक्विड पदार्थ दें। साथ ही सीडीसी की गाइडलाइंस को जरूर फॉलो करें-
- बुजुर्ग व्यक्ति घर पर ही रहें, जब तक की डॉक्टर के पास जाने की जरूरत ना हो।
- लक्षणों पर नजर बनाएं रखें, बार-बार बुखार चेक करें।
- दूसरों से कॉन्टैक्ट बिल्कुल ना करें।
- मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
- हाथों को बार-बार धोने के लिए कहें।
- ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें।
कोरोना के बाद बुजुर्गों में दिख रहे हैं घबराहट के लक्षण- स्टडी
- News18Hindi
- Last Updated : April 03, 2022, 21:24 IST
Signs Of Anxiety in Older Patients: पिछले दो सालों से पूरी दुनिया को प्रभावित करने वाले कोरोना वायरस ने हर उम्र के लोगों को प्रभावित किया है, खासकर कोरोना की दूसरी लहर ने तो कुछ ज्यादा ही परेशानी बढ़ा दी. दूसरी लहर के दौरान ही इस संक्रमण ने लोगों को डायबिटीज और लिवर से संबंधित बीमारी तक दी. इस दौरान बुजुर्गों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिस पर एम्स ने स्टडी की है. दैनिक भास्कर अखबार में छपी न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, इस स्टडी में मरीजों की मेंटल हेल्थ पर पड़े असर को जाना गया. इस स्टडी में समाने आया कि बुजुर्गों को कोरोना की वजह से डिप्रेशन (Depression) से ज्यादा घबराहट (Anxiety) हो रही है.
कोरोना के लक्षण क्या बच्चों और बुजुर्गों में अलग-अलग होते हैं?
बुजुर्गों में इस घातक वायरस के लक्षण आम लोगों से अलग हो सकते बुजुर्गों के लक्षण हैं. आमतौर पर जुकाम, बुखार और सांस लेने की तकलीफ के तौर पर पहचाने जाने वाला वायरस बुजुर्गों में इनसे अलग लक्षण भी पैदा कर सकता है. बुजुर्ग लोगों को थकान, भूख कम लगना, कुछ समझ न आना, बैलंस बिगड़ने जैसी समस्याएं पैदा हो बुजुर्गों के लक्षण सकती हैं.
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ज्यादा उम्र के लोगों को इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और फौरन मदद लेनी चाहिए. दरअसल उम्र के साथ हमारा शरीर बदल जाता है और ऐसे में किसी बीमारी के लिए प्रतिक्रिया भी अलग हो जाती है. ज्यादा उम्र में शरीर सुस्त हो जाता है. बोन मैरो फाइटर और सिग्नल सेल्स कम बनाने लगता है. बुजुर्गों के इम्यून सेल्स धीमे काम करते हैं.
बुजुर्गों में अकसर दिखने वाले ऐसे 12 लक्षण जो गंभीरता से लेने चाहियें
वही लक्षण जो एक युवा व्यक्ति में एक कारण से हो सकते हैं वे बुजुर्गों में दूसरे कारणों से हो सकते हैं। युवा व्यक्ति में शायद वे इतने गंभीर न हों, पर बुज़ुर्ग में वे किसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत कर सकते हैं। बुजुर्गों में अकसर कई चिरकालिक पुरानी बीमारियाँ पहले से मौजूद होती हैं, चोटें होती हैं, उनमें उम्र की वजह से शारीरिक परिवर्तन होते हैं। इन सब के कारण कभी-कभी उनमें अन्य गंभीर लक्षण स्पष्ट प्रकट नहीं होते या इतने गंभीर नहीं लगते । यदि इन लक्षणों को नजरंदाज करें, इनकी सही जांच न करें, तो इनको पैदा करने वाली बीमारियों का इलाज नहीं होता और इन से व्यक्ति के बुजुर्गों के लक्षण स्वास्थ्य पर गंभीर या घातक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इन अस्पष्ट चेतावनी संकेतों पर ध्यान दिया जाए, इनके वास्तविक कारणों की पहचान हो, और तुरंत उचित कदम लिए जाएँ।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 595