Stock Market- स्टॉक मार्केट
क्या होता है स्टॉक मार्केट?
स्टॉक मार्केट (Stock Market) बाजारों और एक्सचेंजों के एक संग्रह शेयर बाजार किसे कहते हैं को संदर्भित करता है, जहां पब्लिकली हेल्ड कंपनियों के शेयरों की खरीद, बिक्री और जारी करने की नियमित गतिविधियां होती हैं। ऐसी वित्तीय गतिविधियां संस्थाकृत औपचारिक एक्सचेंजों या ओवर द काउंटर (ओटीसी) मार्केटप्लेसों के जरिये संचालित होती हैं जो नियमनों के एक निर्धारित सेट के तहत ऑपरेट करती हैं। किसी एक देश या क्षेत्र में विविध स्टॉक ट्रेडिंग स्थान हो सकते हैं जो स्टॉक्स और सिक्योरिटीज के अन्य प्रकारों में ट्रांजेक्शन की अनुमति देते हैं। हालांकि इसके लिए स्टॉक मार्केट और स्टॉक एक्सचेंज दोनों का ही परस्पर उपयोग किया जाता है, स्टॉक एक्सचेंज अक्सर स्टॉक मार्केट का एक सबसेट होता है।
अगर कोई यह कहता है कि वह स्टॉक मार्केट में ट्रेड करता है तो इसका अर्थ है कि वह किसी स्टॉक एक्सचेंज पर शेयरों/इक्विटियों की खरीद या बिक्री करता है, जो कुल स्टॉक मार्केट का एक हिस्सा है। अमेरिका के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों में न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई), नास्दक और शिकागो बोर्ड ऑप्शंस एक्सचेंज (सीबीओई) शामिल हैं। भारत के दो शेयर बाजार किसे कहते हैं प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) हैं।स्टॉक मार्केट या इक्विटी मार्केट, मुख्य रूप से स्टॉक/इक्विटीज, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), कॉरपोरेट बॉन्ड की ट्रेडिंग के लिए जाना जाता है और स्टॉक मार्केट में अन्य फाइनेंशियल सिक्योरिटीज व स्टॉक, कमोडिटीज और बॉन्ड्स पर आधारित डेरिवेटिव की भी ट्रेडिंग होती है।
स्टॉक मार्केट को समझना
आज जहां यह संभव है कि लगभग हर चीज की खरीद ऑनलाइन तरीके से की जा सके, प्रत्येक कमोडिटी के लिए आम तौर पर एक निर्धारित बाजार होता है। संक्षेप में, स्टॉक मार्केट एक सुरक्षित और रेगुलेटेड माहौल उपलब्ध कराता है जहां बाजार में भाग लेने वाले शून्य से निम्न प्रचालनगत जोखिम और विश्वास के साथ शेयरों व अन्य योग्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में ट्रांजेक्ट कर सकते हैं।
Share Market in Hindi | शेयर बाजार किसे कहते हैं | शेयर बाजार क्या है?
बाज़ार (Market) एक ऐसी जगह है, जहाँ पर किसी भी वस्तु को खरीदा एवं बेचा (Sale and Purchase) जाता है। बाज़ार में बेचने वाले एक जगह पर होतें हैं, ताकि खरीदारों को वस्तु खरीदने में आसानी हो जाए अर्थात बाजार वह शब्द है, जहां पर वस्तुओं और सेवाओं का क्रय – विक्रय (Sale Purchase) होता है।
उसी प्रकार, शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है, जहाँ कंपनियों के शेयर (हिस्सा) खरीदे-बेचे जाते हैं। किसी भी दूसरे बाज़ार की तरह शेयर बाज़ार में भी खरीदने और बेचने वाले एक-दूसरे से मिलते हैं और मोल-भाव करके शेयर को खरीद लेते हैं।
कंप्यूटर अर्थात इंटरनेट की दुनिया से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री मौखिक (बोलियों) रूप से होती थी। खरीदने एवं बेचने वाले दोनों एक दूसरे के सामने बैठकर ही सौदे किया करते थे। लेकिन जब से कंप्यूटर अर्थात इंटरनेट आया है, तब से यह सारा लेन-देन ऑनलाइन हो गया है, अर्थात स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के जरिये होता है।
वर्तमान समय में आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि शेयर खरीदने वाला कौन है। क्योंकि यह सारा जाल कंप्यूटर के द्वारा ही होता है तथा कंप्यूटर के द्वारा ही पैसे को एक समूह से दूसरे समूह में ट्रांसफर किया जाता है।
जिस प्रकार पहले समय में शेयर खरीदने के लिए बोलियां लगाई जाती थी तथा जो सबसे ज्यादा महंगे शेयर कर देता था। मतलब जो व्यक्ति शेयरों की कीमत सबसे ज्यादा लगाता था। उसी को वह शेयर दिए जाते थे उसी प्रकार वर्तमान समय में शेयर खरीदने के लिए विभिन्न चैनलों/मंडियों का प्रयोग होता है। जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नैशनल स्टॉक एक्सचेंज
शेयरों की बोलियाँ लगाने के लिये जो आवश्यक वस्तुएं या सुविधाओं की जरूरत होती है। वह सभी सुविधाएं इन संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाती हैं। इस प्रकार ऑनलाइन ट्रेडिंग या ऑनलाइन बोलियों के द्वारा लाखों-करोड़ों शेयरों का आदान-प्रदान प्रतिदिन होता है। अगर ऑनलाइन सुविधा नहीं हो, तो व्यापार करना कितना मुश्किल हो जाएगा।
यदि सभी व्यापारियों को चिल्लाकर अपने शेयर बेचने पड़े तो यह बहुत मुश्किल हो जाएगा। शेयर मन्डियाँ (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा मुंबई स्टॉक एक्सचेंज) इस शेयर बाजार किसे कहते हैं काम को सरल और सही ढंग से करने का मूलभूत ढांचा प्रदान करती है। कई प्रकार के नियम, कम्प्यूटर की मदद, शेयर ब्रोकर (जैसे शेयर खान, एचडीएफसी सिक्योरिटी, ब्रोकन एंजल) इंटरनेट के मध्यम से ये मूलभूत ढांचा दिया जाता है।
कंप्यूटर या इंटरनेट आने से पहले तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मे सीधे खरीदारी करनी पड़ती थी। मगर पिछ्ले कुछ सालो से कम्प्यूटरो और इंटरनेट के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे शेयर्स को ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है। इंटरनेट के माध्यम से किसी भी वर्ग का व्यक्ति शेयर्स खरीद एवं भेज सकता है। मगर इंटरनेट आने से पहले सिर्फ धनी वर्ग ही इस व्यवसाय का लाभ उठा सकते थे।
शेयर बाजार को दो भागों में बांटा गया है।
- प्राइमरी मार्केट : यहां कंपनियां स्टॉक एक्सचेंज में पहली बार सूचीबद्ध होती है और अपने शेयर जारी करती हैं। कंपनियां IPO (Initial Public Offer) के जरिए अपने शेयर पहली बार शेयर बाज़ार में लाती हैं और बाजार से पूंजी इक्ट्ठा करने का प्रयास करती है।
- सेकेंडरी मार्केट : सेकेंडरी मार्केट को विनिमय व्यापार भी कहते हैं। यह एक रेगुलर मार्केट है, जहां पर कंपनियों के शेयर्स की ट्रेडिंग रेगुलर बेसिस (दिन-प्रतिदिन) पर होती है। निवेशक शेयर ब्रोकर (Dealer) के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज में अपने ट्रेडिंग आदेश (Orders) को पूरा करते हैं।
शेयर बाजार में व्यापार शुरू करने के लिए ग्राहक को किसी डीमैट (Demat) सर्विस देने वाले बैंक मे अपना खाता खोलना पडता है। आजकल कोमर्शियल बैंकें भी डीमैट सर्विस देते है। इस तरह के खाते की सालाना फीस 500-800 रु तक होती है। यह बैंक पर आधारित होता है।
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है शेयर मार्केट की जानकारी, शेयर कैसे खरीदें हिंदी में विस्तार से शेयर मार्किट गाईड आसान भाषा में। जब भी हम किसी बाज़ार की कल्पना करते है तो हमारे दिमाग में किसी ऐसी जगह की इमेज बनती है जहाँ बहुत-सी दुकानें होंगी या कोई मॉल जहां जाकर आप खरीदारी कर सकते हैं मगर शेयर बाजार ऐसा बाजार नहीं है. शेयर बाजार में खरीदने और बेचने का काम पूरी तरह से शेयर बाजार किसे कहते हैं कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से होता है. कोई भी शेयर खरीदने या बेचने वाला अपने ब्रोकर के द्वारा एक्सचेंज पर अपना आर्डर देता है और पलक झपकते ही पेंडिंग आर्डरों के अनुसार ऑटोमेटिकली सौदे का मिलान हो जाता है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार में काम के घंटों में ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए उनके द्वारा दिए गए आर्डर टर्मिनल में डाल देते हैं. इसके बदले में ब्रोकर को ब्रोकरेज या दलाली मिलती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी ओर अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market information in Hindi विस्तार से पढ़ें।
कैसे होता है शेयर बाजार में काम
हम कह सकते हैं कि मुख्यतः शेयर बाजार की तीन शेयर बाजार किसे कहते हैं कड़ियाँ हैं स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक. ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और केवल वे ही उस स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं. ग्राहक सीधे जाकर शेयर खरीद या बेच नहीं सकते उन्हें केवल ब्रोकर के जरिए ही जाना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिये कोई मोटी राशि कि जरुरत है, यहां पढिये शेयर बाजार में कम से कम कितने पैसे लगा सकते हैं।
शेयर बाजार क्या है – भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज
देश में मुख्यतः BSE यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं जिन पर शेयरों का कारोबार होता है. BSE और NSE दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं. अधिकतर शेयर बाजार किसे कहते हैं कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में ट्रेड होते हैं इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है मगर यह भी हो सकता है कि कोई कंपनी इन दोनों में से किसी एक ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हों.
डीमैट अकाउंट है ज़रूरी
देश के मुख्यता सभी बड़े बैंक या उनकी सबसिडी कंपनियां और अन्य बड़ी वित्तीय कंपनियां इन एक्सचेंजों में ब्रोकर के तौर पर काम करती हैं. ग्राहक इन ब्रोकर कम्पनियों के पास जाकर अपने डीमैट अकाउंट की जानकारी देकर अपना खाता ब्रोकर के पास खुलवा सकता है. इस प्रकार ग्राहक का डीमैट एकाउंट ब्रोकर के अकाउंट से जुड़ जाता है और खरीदी अथवा बेची गई शेयर्स ग्राहक के डीमैट अकाउंट से ट्रांसफर हो जाती हैं. इसी प्रकार ग्राहक अपना बैंक खाता भी ब्रोकर के खाते के साथ जोड़ सकता है जिससे खरीदे अथवा बेचे गए शेयरों की धनराशि ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाती है.
डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट
ग्राहक द्वारा खरीदे गए शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में उसके डीमैट एकाउंट में पड़े रहते हैं जब भी कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते में डिविडेंड की राशि पहुंच जाती है. इसी प्रकार यदि कंपनी बोनस शेयरों की घोषणा करती है तो बोनस शेयर भी शेयरहोल्डर के डीमैट अकाउंट में पहुंच जाते हैं. ग्राहक जब शेयर बेचता है तो उसी डीमैट अकाउंट से वह शेयर ट्रान्सफर हो जाता है.
शेयरों में कारोबार करने के लिए एक निवेशक के पास डीमैट अकाउंट, ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट और उससे जुडा एक बैंक खाता होना जरूरी है. कई बैंक इसके लिए थ्री इन वन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं. अधिकतर ब्रोकर हाउस आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करते हैं इसके अलावा आप फोन करके भी अपने ऑर्डर दे सकते है.
यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शेयर बाजार क्या है और शेयर बाजार कैसे काम करता है यह आपके लिए समझना बहुत आवश्यक है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है शेयर मार्केट की जानकारी, शेयर कैसे खरीदें हिंदी में विस्तार से शेयर मार्किट गाईड आसान भाषा में। जब भी हम किसी बाज़ार की कल्पना करते है तो हमारे दिमाग में किसी ऐसी जगह की इमेज बनती है जहाँ बहुत-सी दुकानें होंगी या कोई मॉल जहां जाकर आप खरीदारी कर सकते हैं मगर शेयर बाजार ऐसा बाजार नहीं है. शेयर बाजार में खरीदने और बेचने का काम पूरी तरह से कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से होता है. कोई भी शेयर खरीदने या बेचने वाला अपने ब्रोकर के द्वारा एक्सचेंज पर अपना आर्डर देता है और पलक झपकते ही पेंडिंग आर्डरों के अनुसार ऑटोमेटिकली सौदे का मिलान हो जाता है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार में काम के घंटों में ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए उनके द्वारा दिए गए आर्डर टर्मिनल में डाल देते हैं. इसके बदले में ब्रोकर को ब्रोकरेज या दलाली मिलती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी ओर अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market information in Hindi विस्तार से पढ़ें।
कैसे होता है शेयर बाजार में काम
हम कह सकते हैं कि मुख्यतः शेयर बाजार की तीन कड़ियाँ हैं स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक. ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और केवल वे ही उस स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं. ग्राहक सीधे जाकर शेयर खरीद या बेच नहीं सकते उन्हें केवल ब्रोकर के जरिए ही जाना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिये कोई मोटी राशि कि जरुरत है, यहां पढिये शेयर बाजार में कम से कम कितने पैसे लगा सकते हैं।
शेयर बाजार क्या है – भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज
देश में मुख्यतः BSE यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं जिन पर शेयरों का कारोबार शेयर बाजार किसे कहते हैं होता है. BSE और NSE दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं. अधिकतर कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में ट्रेड होते हैं इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है मगर यह भी हो सकता है कि कोई कंपनी इन दोनों में से किसी एक ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हों.
डीमैट अकाउंट है ज़रूरी
देश के मुख्यता सभी बड़े बैंक या उनकी सबसिडी कंपनियां और अन्य बड़ी वित्तीय कंपनियां इन एक्सचेंजों में ब्रोकर के तौर पर काम करती हैं. ग्राहक इन ब्रोकर कम्पनियों के पास जाकर अपने डीमैट अकाउंट की जानकारी देकर अपना खाता ब्रोकर के पास खुलवा सकता है. इस प्रकार ग्राहक का डीमैट एकाउंट ब्रोकर के अकाउंट से जुड़ जाता है और खरीदी अथवा बेची गई शेयर्स ग्राहक के डीमैट अकाउंट से ट्रांसफर हो जाती हैं. इसी प्रकार ग्राहक अपना बैंक खाता भी ब्रोकर के खाते के साथ जोड़ सकता है जिससे खरीदे अथवा बेचे गए शेयरों की धनराशि ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाती है.
डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट
ग्राहक द्वारा खरीदे गए शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में उसके डीमैट एकाउंट में पड़े रहते हैं जब भी कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते में डिविडेंड की राशि पहुंच जाती है. इसी प्रकार यदि कंपनी बोनस शेयरों की घोषणा करती है तो बोनस शेयर भी शेयरहोल्डर के डीमैट अकाउंट में पहुंच जाते हैं. ग्राहक जब शेयर बेचता है तो उसी डीमैट अकाउंट से वह शेयर ट्रान्सफर हो जाता है.
शेयरों में कारोबार करने के लिए एक निवेशक के पास डीमैट अकाउंट, ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट और उससे जुडा एक बैंक खाता होना जरूरी है. कई बैंक इसके लिए थ्री इन वन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं. अधिकतर ब्रोकर हाउस आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करते हैं इसके अलावा आप फोन करके भी अपने ऑर्डर दे सकते है.
यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शेयर बाजार क्या है और शेयर बाजार कैसे काम करता है यह आपके लिए समझना बहुत आवश्यक है.
What is Share and Share Market: शेयर क्या होता है? क्यों खरीदते हैं लोग शेयर?
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aajtak.in
- नई दिल्ली ,
- 13 नवंबर 2021,
- अपडेटेड 1:37 PM IST
Basics of Stock Market and Shares: व्यापार में और निवेश जगत में शेयर का नाम सबसे ज्यादा लिया जाता है , शेयर के बारे में लोग बाते करते है और बताते है. लेकिन अगर आप नहीं जानते शेयर क्या है, तो कोई बात नहीं. आज इस वीडियो से जानें कि आखिर क्या होता है शेयर और क्यों लोग शेयर खरीदते हैं.
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