बीएनबी
बायनेंस एक्सचेंज ने इसे 2017 में लॉन्च किया था. बीएनबी बाजार पूंजीकरण के मामले में खुद को टॉप 5 डिजिटल एसेट्स तक ले गयी है. बीएनबी प्राइमरी करेंसी है जिसका उपयोग बायनेंस स्मार्ट चेन पर लेनदेन को बढ़ावा देने क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना अच्छा हैं के लिए किया जाता है. ये अब अब हजारों प्रोजेक्ट्स द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक विशाल नेटवर्क है. लॉन्च होने के बाद से इस क्रिप्टोकरेंसी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. इसने 1 साल में 710% और 5 साल में 8,000% से अधिक रिटर्न दिया है.

Investment tips: 5 सस्ती Cryptocurrency, जो निवेश के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकती हैं

 शीबा इनु अपने 52 हफ्तो के उच्च स्तर से 75 फीसदी से अधिक गिर चुकी है.

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Cryptocurrency पर सरकार की तरफ से 30 फीसदी टैक्स की घोषण के बाद भी लोग इसमें निवेश करने का मौका छोड़ नहीं रहे हैं. यहां . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : February 05, 2022, 16:44 IST

Investment tips: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश को लेकर अभी भी आकर्षण बना हुआ है. सरकार की तरफ से 30 फीसदी टैक्स की घोषण के बाद भी लोग इसमें निवेश करने का मौका छोड़ नहीं रहे हैं. यहां हम आपको इस समय बेस्ट 5 क्रिप्टो की जानकारी देंगे, जिनमें आगे अच्छा रिटर्न देने की संभावना है. मगर ध्यान रहे कि क्रिप्टो काफी जोखिम वाला निवेश है, इसलिए ध्यान से निवेश करें.

लकी ब्लॉक
लकी ब्लॉक एक नई और क्रिप्टोकरेंसी है. ये मल्टी-बिलियन डॉलर के लॉटरी क्षेत्र में ब्लॉकचेन तकनीक ला रही है. ये क्रिप्टो 2022 में खरीदने के लिए सबसे अच्छा और नया दांव है. ये टोकन केवल एक सप्ताह से ही पैनकेकस्वैप पर कारोबार कर रहा है, मगर इसकी वैल्यू 1,000 फीसदी से अधिक चढ़ गयी है. इस क्रिप्टो के ऊपर बढ़ने की काफी उम्मीद है, क्योंकि इसने डायरेक्ट लिस्टिंग के लिए बाजार में कुछ सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के पास आवेदन कर दिया है.

Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए पूरी बात

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फाइनेंशियल मार्केट में अभी Cryptocurrency सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है. क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी कमाई. दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे जैक डोर्सी, एलन मस्क इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.

यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट जरूर है, लेकिन जानकारों का कहना है कि डिमांड और इंट्रेस्ट बढ़ने के कारण एकबार फिर से इसमें तेजी आएगी. अपने देश में इस समय इस बात पर चर्चा है कि क्रिप्टोकरेंसी को असेट का दर्जा दिया जाए और उसी आधार पर टैक्स और इन्वेस्टमेंट संबंधी नियमन तय किए जाएं. ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान

जैसा कि हम जानते हैं इस समय अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेटेड नहीं है. हालांकि, कई सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं जिनकी मदद से इसमें निवेश किया जा सकता है. ऐसे में निवेशक के तौर पर सबसे पहली चुनौती सही क्रिप्टो एक्सचेंज की पहचान करना है. WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber इस समय सबसे पॉप्युलर क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर्स के हिसाब से काफी फ्रेंडली बनाया गया है जिससे कोई भी निवेशक आसानी से निवेश कर सके.

क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर फैसला लेने के बाद अपने लिए सही तरीके से अकाउंट तैयार करना काफी जरूरी है. यह काफी सिक्यॉर्ड होना चाहिए. अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज पर लॉगिन संबंधी तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. यह बैंक अकाउंट खुलवाने जैसा है जिसमें ऑनलाइन कई डॉक्युमेंट जमा करने होते हैं और आपका अकाउंट ओपन हो जाता है.

बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं

किसी तरह का ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके क्रिप्टो अकाउंट में पैसे की जरूरत होती है. यह काम बैंक अकाउंट की मदद से होता है. यहां पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि आपको क्रिप्टो अकाउंट में पैसे जमा करने के साथ-साथ पैसे निकासी के बारे में सही और पूरी जानकारी होनी चाहिए.

इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको अपने लिए सही डिजिटल करेंसी की पहचान करनी होगी. बिटक्वॉइन, इथीरियम, Cardano, Binance Coin, Tether, XRP जैसी करेंसी में आसानी से निवेश किया जा सकता है. जानकारों की सलाह होती है कि निवेशकों को वैल्यु करेंसी में निवेश करना चाहिए. यहां वोलाटिलिटी कम होती है और आपका निवेश ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. इस समय पूरी दुनिया में 5000 से भी ज्यादा डिजिटल करेंसी है. ऐसे में किसी करेंसी में निवेश से पहले उसके बारे सारी जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें. क्रिप्टो अकाउंट हैक भी किया जा सकता है, इसलिए इसे सुरक्षित रखें.

3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.

क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना अच्छा हैं की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.

5. थोड़ा धैर्य रखें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.

blockchain

6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.

क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

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जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना अच्छा हैं एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

एक्सचेंज फीस

  • क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना अच्छा हैं में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
  • फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
  • आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.

वॉलेट फीस

  • क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
  • क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
    (Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
    (स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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अगर आप क्रिप्टो में निवेश शुरू कर रहे हैं तो आपको पहले क्रिप्टो एक्सचेंज से शुरुआत करनी चाहिए. क्रिप्टो एक्सचेंज वो प्लेटफॉर्म होता है, जहां निवेशक शेयर मार्केट की तरह क्रिप्टो करेंसी खरीदते-बेचते हैं और इसकी ट्रेडिंग करते हैं. लेकिन शेयर मार्केट के उलट, क्रिप्टो मार्केट सातों दिन चौबीसों घंटे चलता है और इसको रेगुलेट करने वाली कोई संस्था नहीं होती है. यह खुद ही खुद को रेगुलेट करता है.

हम आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले की कुछ जरूरी बातें यहां बता रहे हैं-

1. क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना

क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.

2. जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना और KYC प्रोसेस

किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए जिस तरह डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए भी आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इससे आपके अकाउंट की भी सुरक्षा होगी. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा. इसी पेमेंट ऑप्शन से आप ट्रेडिंग शुरू होने के बाद डिपॉजिट और विदड्रॉल वगैरह करेंगे.

bitcoin

3. अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना

एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. अगर आपने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली तो फिर या तो आप इसे डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं या फिर इसे फ्लैट करेंसी में कन्वर्ट करवाकर विदड्रॉ कर सकते हैं.

क्रिप्टो मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. यहां जितनी तेजी से कीमतें बढ़ती हैं, उतनी ही तेजी से गिरती भी हैं. ऐसे में समझदारी इसी में है कि शुरुआत में आप जितना रिस्क उठा सकें, उतना ही निवेश करें. हमेशा छोटे निवेश से शुरू करना चाहिए. हमेशा निवेश से पहले अपनी रिसर्च कर लीजिए. जब मार्केट पर पकड़ लगने लग जाए तो फिर आप अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.

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