Published at : 06 Nov 2020 07:54 PM (IST) Tags: chest pain causes symptoms of chest pain chest pain Health Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
Health Tips: सीने के दर्द को नज़रंदाज़ करना पड़ सकता है बेहद भारी, जानें लक्षण और बचाव
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 06 Nov 2020 07:54 PM (IST)
Health Tips: सीने में दर्द के कई कारण होते हैं, जैसे कि- मांसपेशियों में दर्द, हड्डी में दर्द, एसिड-रिफ्लक्स, एनजाइना, दिल का दौरा आदि. इनमें से कुछ समस्याएं मामूली हैं तो कुछ गंभीर. लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि ज़्यादातर मरीजों को सीने में उठने वाले दर्द का कारण पता ही नहीं चलता. कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो सीने में सुई की तरह चुभते हैं तो कुछ मंद-मंद होते हैं. ऐसे में इन्हें नज़रंदाज़ करना गलत है. इसीलिए आज हम आपको इस समस्या के बारे में विस्तार से बताते हुए, आपके साथ इसके लक्षणों और इससे बचाव की जानकारी साझा करेंगे.
किस तरह के दर्द की अनदेखी न करें जब कभी आपको सीने के बीच में यानि सेंटर में दर्द हो या भारीपन महसूस हो तो समझ जाइए कि ये सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? दर्द गंभीर है. इसके आलावा कंधे, हाथ, जबड़े या पीठ में झनझनाहट होना, पसीना आना, थकावट से होने वाले दर्द आदि पर ध्यान दिया जाना भी ज़रूरी है. इन लक्षणों को नज़रंदाज़ करने से आपको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
पीठ में दर्द के साथ सिर और पेट में भारीपन कर रहा परेशान, तो जानिए कारण और तुंरत उपाय
मांसपेशियों में तनाव, मांसपेशियों में ऐंठन, चोट, गलत पॉश्चर, मोटापा और अधिक वजन उठाने के कारण भी कई बार पीठ में दर्द होता है। अगर आपको पीठ के साथ सिर में भी भारीपन बना रहता है तो इसके पीछे कारण आपके खाने का गलत तरीका है। जी हां, गैस एक बहुत बड़ी समस्या होती है और इससे शरीर के नसों में भी परेशानी होती है।
प्रेगनेंसी में स्तन दर्द के लक्षण — Symptoms of Breast Pain During Pregnancy in Hindi — Pregnancy Me Breast Pain Ke Lakshan
प्रेगनेंसी में स्तन दर्द के ढेरों लक्षण हैं जिसकी मदद से आप इस बात का अंदाजा लगा सकती हैं कि आपके स्तन में बदलाव शुरू हो चुके हैं।
- स्तनों में सूजन आना
- स्तनों में भारीपन आना
- स्तनों में कोमलता आना
- निप्पल का आकार बढ़ना
- स्तनों के आकार का बढ़ना
- स्तनों में संवेदनशीलता बढ़ना
- स्तनों को छूने पर दर्द महसूस होना
- स्तनों में सनसनाहट महसूस करना
- स्तनों पर उभरी हुई नसें दिखाई देना
- निप्पल के आसपास कि स्किन का रंग बदलना
प्रेगनेंसी में स्तन दर्द का इलाज — Treatment of Breast Pain During Pregnancy in Hindi — Pregnancy Me Breast Pain Ka Ilaj
प्रेगनेंसी के दौरान स्तनों के आकार में बदलाव आना तथा दर्द होना प्रेगनेंसी के लक्षणों में से एक है। आमतौर पर आपको इससे किसी तरह का कोई खतरा नहीं होता है। इसलिए आपको ज्यादा टेंशन लेने कि जरूरत नहीं है। लेकिन अगर इससे आपकी सेहत पर किसी तरह का कोई बुरा प्रभाव पड़ता है तब आपको इसके बारे में चिता करनी चाहिए। Pregnancy Me Breast Pain in Hindi स्तनों में दर्द होने पर आपको इस बारे में अपने पति को जानकारी देनी चाहिए ताकि सेक्स के दौरान वे इसका ध्यान रखें। आपको चलते या सोते समय स्तन में दर्द अनुभव हो सकता है। इससे बचने के लिए स्पोर्ट्स या मैटरनिटी ब्रा का इस्तेमाल करें। सही फिटिंग कि ब्रा के लिए आप विशेषज्ञ से बातकर उनकी मदद ले सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान आपके स्तन का आकार बदलता रहता है। इसलिए आपको इस दौरान ब्रा का साइज बदलते रहना चाहिए। Pregnancy Me Breast Pain in Hindi अंडरवायर या इलास्टिक वाले ब्रा पहनने से बचना चाहिए क्योंकि ये आपके लिए अनकंफर्टेबल हो सकते हैं। जिससे आपके स्तन का दर्द बढ़ भी सकता है। अधिक दर्द होने पर आप डॉक्टर से परामर्श करने के बाद एसिटामिनोफेन और नौनस्टेरॉइड एन्टीइन्फ्लमेटरी दवाएं जैसे कि नेप्रोक्सन और एस्पिरिन का सेवन कर सकती हैं। ये आपके स्तन सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? दर्द को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष — Conclusion
प्रेगनेंसी के दौरान स्तन दर्द होना सामान्य बात है। इससे घबराने कि जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ समय के बाद यह अपने आप ही खत्म हो जाता है। लेकिन आपको इसके बारे में अवश्य पता होना चाहिए। ताकि जब आपके स्तन में बदलाव हो तो आप घबराएं नहीं बल्कि इसपर ध्यान दें। अगर आप अपने स्तनों में सामान्य दर्द और स्राव अनुभव करती हैं तो यह नॉर्मल बात है। लेकिन अगर आप तेज दर्द, गांठ में तेजी से बदलाव, कोलोस्ट्रम के साथ खून का आना या चकत्ते देख रही हैं तो आपको बिना देरी किए डॉक्टर से मिलकर इस बारे में विस्तार से बात करनी सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है? चाहिए।
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टॉडलर में डैंड्रफ का इलाज कैसे करें
डॉक्टर डैंड्रफ के इलाज के लिए एंटी-डैंड्रफ शैंपू या ऑइंटमेंट लिख सकते हैं। इसके अलावा कुछ बातों का ध्यान रखकर भी डैंड्रफ को कम किया जा सकता है :
- बच्चे के सिर को रोज धोएं।
- बालों के लिए साफ और मुलायम दांत वाली कंघी का इस्तेमाल करें।
- एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें।
- हो सकता है डॉक्टर सलाइसिलिक एसिड वाला शैंपू लिख दें। ये एसिड स्किन की मोटी परत को तोड़ता है और डैंड्रफ को कम करने में मदद करता है।
ड्रैंडफ दूर करने के घरेलू नुस्खे
आप डॉक्टर की सलाह पर इन घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं :
- नींबू के रस को पानी में डालें और इससे बच्चे के बाल धोएं।
- एलोवेरा के गूदे को बालों में लगाने से डैंड्रफ और सिर में खुजली कम होती है।
- रातभर सिर में जैतून का तेल लगा रहने दें और सुबह सिर धो दें। इससे भी डैंड्रफ कम होता है।
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Cervical Pain: गर्दन में दर्द और अकड़न है सर्वाइकल का लक्षण, जानिये ये क्यों होता है और घरेलू इलाज
अक्सर सर्वाइकल का दर्द रहता है उन्हें रोज सूर्य नमस्कार कीजिए। photo-freepik
सर्वाइकल पेन एक आम समस्या है जिससे लोग अक्सर परेशान रहते हैं। ये बीमारी घंटों बैठकर डेस्क वर्क करने वाले लोगों को ज्यादा परेशान करती है। सर्वाइकल पेन सर्वाइकल स्पोंडिलोलिसिस के कारण होने वाला दर्द है। इसमें दर्द गर्दन से शुरू होकर रीढ़ की हड्डी और कमर की ओर जाता है। आमतौर पर सर्वाइकल का दर्द (Cervical Pain) शरीर के अंगों में स्टिफनेस की वजह से होता है।
सर्वाइकल पेन कई कारणों की वजह से होता है जैसे गर्दन की हड्डी बढ़ने से, लम्बे समय तक एक ही स्थिति में बैठने से, खराब मुद्रा, झुक कर बैठना, तनाव और कई अन्य गलत आदतों की वजह से सर्वाइकल पेन हो सकता है। यह दर्द युवाओं से लेकर बुर्जुगों तक में देखने को मिल रहा है। अक्सर लोग सर्वाइकल पेन को गर्दन का दर्द और अकड़न समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
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