क्या है एक्सपर्ट की सलाह?
एक्सपर्ट सलाह देते हैं (Investment Tips) कि कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर की रकम को बैक-अप फंड (Bank-up fund) के तौर पर जमा करना चाहिए. वाइज इन्वेस्ट एडवाइजर्स के हेमंत रुस्तगी (Hemant Rustagi) का मानना है कि बचत और निवेश (Investment Portfolio) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं- एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे के बिना अधूरे हैं.

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Investment Tips: पैसे से बनेगा पैसा! कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद?

Investment Tips: पैसे से बनेगा पैसा! कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद?

अक्सर निवेश और बचत को पर्याय माना जाता है. हालांकि, दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. बचत की आदत (Save Money) अच्छी है. लेकिन, जब तक इसका निवेश (Investment Tips) नहीं करेंगे, इस रकम का पूरा फायदा नहीं होता. आपका पैसा आपको वापस कमा कर दे सकता है और भविष्य के सपनों को पूरा करने में भी मदद करता है. ये तभी संभव है जब आप लक्ष्य पहचानें और इसके लिए निवेश शुरू करें. बचत से ही निवेश (Investment Tips) का रास्ता खुलेगा.

कहां करें निवेश?
ये सवाल बड़ा है लेकिन जवाब बेहद आसान.
घर या गाड़ी खरीदने जैसे लक्ष्य हों या शादी और बच्चों की पढ़ाई, सबसे पहले लक्ष्य की रकम (Investment Portfolio) तय करें.
इन लक्ष्यों के लिए कितना समय चाहिए वो तय करें.
अगर आपके पास लंबा वक्त है तो इक्विटी आधारित निवेश चुनना सही होगा.
छोटी समय सीमा वाले लक्ष्य के लिए डेट (Debt Funds) या लिक्विड फंड (Liquid Funds) निवेश की सबसे जरुरी बात बेहतर हैं.
निवेश करने से पहले बचत जरूरी है और इस दौरान नौकरी जाने या सैलरी घटने जैसे किसी आपातकाल के लिए पैसा (Emergency Fund) जमा करना भी जरूर ध्यान रखें.

Mutual Fund में Invest करने के 8 फायदे और नुकसान (रिस्क)

म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने के फायदे नुकसान : अगर आप पहली बार पैसे इन्वेस्ट कर रहे है या आपको मार्किट का ज्यादा तजुर्बा नहीं है तो म्यूच्यूअल फंड्स में पैसे निवेश करना आपके लिए सही निर्णय हो सकता हैं। बिज़नस या इन्वेस्टमेंट छोटी हो आया बड़ी उसमे थोडा बहुत रिस्क तो होता ही हैं। और कोई भी व्यवसाय या निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी होना सबसे जरुरी होता हैं। उसके लिए हम एक लेख पहले लिख चुके हैं जिसमे Mutual Fund से जुडी हर छोटी मोटी जानकारिया विस्तार से बताई गयी हैं। आज की इस पोस्ट में हम बताएँगे म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे और कुछ जोखिम जिनके बारे में जानना जरुरी हैं।

Mutual Fund में Invest करने के फायदे और नुकसान (रिस्क)

Mutual Fund में पैसा लगाने के फायदे

1. निवेश में विविधता

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने का एक बड़ा फायदा हैं यह पर आपको निवेश में विविधता मिलती हैं। जो आपके जोखिम की सम्भावना को काफी कम कर देता हैं। अगर सरल भाषा में समझाया जाए तो जैसे आप रोजाना किसी सब्जी वाले से सब्जी खरीदते हैं और किसी दिन वो नहीं आया तो आपको बिना सब्जी ही रहना पड़ेगा।

वही अगर आप 2 अलग अलग सब्जी वालो से सब्जी लेते हैं। ऐसे में अगर एक नहीं आया तो आप दुसरे से सब्जी ले सकते हैं। क्योंकि दोनों सब्जी वाले के एक ही दिन ना आने के चांस कम होते हैं। इसलिए निवेश में विविधता इतनी महत्वपूर्ण बन जाती हैं।

2. सरलता

शेयर मार्किट या दूसरे जगह पैसे निवेश करना कई बार काफी जटिल होता हैं वही म्यूच्यूअल फंड्स की अच्छी बात है इसकी सरलता। म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते समय आपको उससे सभी जानकरिया बड़ी आसानी से मिल जाती हैं। इसमें रिसर्च और डाटा संग्रह फंड्स द्वारा ही मैनेज कर लिया जाता हैं। बस आपको fund performance की देख रेख करनी होती हैं। म्यूचुअल फंड में आप जोखिम, मुनाफे और कीमत के आधार पर फंड्स की तुलना करने का विकल्प भी प्रदान करता हैं।

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के नुकशान अथवा रिस्क

कम मुनाफा

इस मार्किट में पैसा लगाने में निवेश में विविधता का फायदा आप उपर पढ़ चुके हैं। पर उस निवेश में विविधता से जहा एक तरफ जोखिम कम होता हैं तो दूसरी और ये आपको ज्यादा मुनाफा कमाने से भी रोकता हैं। इसलिए जिन लोगो को कम समय में काफी मुनाफा कमाना है उनके लिया कुछ म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट सही साबित नहीं होती। इसी वजह से हम आपको एक से ज्यादा म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह देंगे।

ज्यादा लागत

कुछ म्यूच्यूअल फंड्स को मैनेज करने की लागत काफी अधिक होती हैं। Mutual Funds आपके फंड्स को मैनेज करने के लिए चार्ज करती हैं जिसमे फण्ड मेनेजर की निवेश की सबसे जरुरी बात तनख्वाह और दूसरे खर्चे शामिल होते हैं। यह तक की जब आप किसी फंड्स से बाहर निकलते हैं तो उसके लिए भी आपको एक्ज़िट लोड के रूप में कुछ लागत देनी पड़ती हैं। इसलिए जब भी आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड से बाहर निकले उससे पहले उसका एक्ज़िट लोड जान ले।

Investment Portfolio: भारत में स्थिर मोदी सरकार से आया सुधार, Foreign Investors ने India में किया मोटा निवेश

Investment Portfolio: भारत में स्थिर मोदी सरकार से आया सुधार, Foreign Investors ने India में किया मोटा निवेश

Foreign Investment in India: भारत में 2014 के बाद से ही केंद्र में पूर्ण निवेश की सबसे जरुरी बात बहुमत की स्थिर सरकार है. पूर्ण बहुमत का लाभ उठाकर निवेश की सबसे जरुरी बात सरकार ने कई सुधार किए हैं. विदेशी निवेशकों (FPI) ने निवेश की सबसे जरुरी बात मजबूत अर्थव्यवस्था, स्थिर सरकार और उल्लेखनीय सुधारों को संज्ञान में लिया. इसे देखते हुए विदेशी निवेशकों (Foreign investors) ने भारत को अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Investment Portfolio) में इंडिया को अपग्रेड निवेश की सबसे जरुरी बात कर डेडीकेटेड अलोकेशन की श्रेणी में डाल दिया है. Oyo Layoffs: ओयो में 600 कर्मचारियों की छंटनी, कंपनी ने जारी किया बयान

संकट के बीच निवेश करते हुए ध्यान रखें ये बातें, जानें किस तरह का इन्वेस्टमेंट होगा फायदेमंद

टाइम्स नाउ डिजिटल

How to invest in Corona crisis time

  • संकट के समय में कहां करें निवेश, ध्यान रखनी होगीं कुछ जरूरी बातें
  • अर्थव्यवस्था को पटरी पर आने में लग सकता है समय, लॉग टर्म इन्वेस्टमेंट हो सकता है फायदेमंद
  • डिफेंसिव शेयरों पर दें ध्यान, कंपनियों की बैलेंस शीट पर रखें नजर

नई दिल्ली: इस समय दुनिया भर की अर्थव्यवस्था बेहद कठिन दौर से होकर गुजर रही है और लगातार निवेशकों को भी इस बात की चिंता सता रही है कि किन जगहों पर निवेश किया जाए और कहां जाने से अपने कदम रोके जाएं। जाहिर तौर पूरी दुनिया की तरह भारतीय अर्थजगत में भी गिरावट की संभावना है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि देश को वापस आर्थिक पटरी पर आने के लिए साल 2021 तक का समय लग सकता है।

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